फिजियोथेरेपी कोर्स पैरामेडिकल सेक्टर का एक कोर्स है, जिसका महत्व समय के साथ बढ़ता जा रहा है। इस कोर्स में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, बैचलर और मास्टर डिग्री शामिल है। जो उम्मीदवरा बीपीटी यानी बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी करने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए मास्टर कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। उन्हें बात दें कि मास्टर ऑफ फिजियोथेपेरी कोर्स में कई तरह की स्पेशलाइजेशन होती है, जिसमें वह प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी इन न्यूरोलॉजी के बारे में बताएंगे।
न्यूरोलॉजी में फिजियोथेरेपी का संबंध उन लोगों से होता है जिन्हें न्यूरोलॉजीकल डिसऑर्डर होता है, जिसमें वह मास्तिष्क, रीढ की हड्डी और तांत्रिकाओं से प्रभावित होते हैं। उनके उपचार का कार्य न्यूरो फिजियोथेरेपीस्ट का होता है। ये उन रोगियों की आवश्यक देखभार करने का कार्य करते हैं। आज इस लेख के माध्यम से आपको कोर्स से संबंधित निम्नलिखित बातों की जानकारी देंगे। जिसमें कोर्स की योग्यता, कॉलेज और उनकी फीस के साथ करियर ऑप्शन की जानकारी यानी आपको रोजगार क्षेत्रों, प्रोफाइल और सैलरी आदी की जानकारी प्रदान की जाएगी। आइए कोर्स के बारे में जाने -
एमपीटी इन न्यूरोलॉजी
न्यूरोलॉजी में मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स 2 साल का कोर्स है जिसे सेमेस्ट सिस्टम के आधार पर बांटा गया है। उम्मीदवार इस दौरान विषय की जानकारी विस्तृत रूप से प्राप्त करते हैं और प्रैक्टिकल के माध्यम से उन्हें सीखते हैं। इस कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होता है लेकिन इसके अलावा कई ऐसे संस्थान है जो कोर्स में डायरेक्ट प्रवेश प्रदान करते हैं। लेख में नीचे कोर्स के प्रवेश की प्रकिया और प्रवेश परीक्षा की जानकारी दी गई है।
एमपीटी इन न्यूरोलॉजी योग्यता
- एमपीटी न्यूरोलॉजी कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवार के पास बीएमटी की डिग्री होनी चाहिए।
- बीएमटी में उम्मीदवार के कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य है।
- यदि उम्मीदवार डायरेक्ट प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखता है तो उनकों बीएमटी में अच्छा स्कोर प्राप्त करना होगा।
- कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को 6 महीने की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है।
एमपीटी इन न्यूरोलॉजी कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया
जैसा की आपको बताया गया कि कोर्स में प्रवेश डायरेक्ट और परीक्षा के आधार पर प्राप्त किया जा सकता है।
प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को प्रमुख परीक्षाओं में शामिल होना होगा साथ-साथ कई संस्थानों द्वारा संस्थान स्तर पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है, उसमें शामिल होकर अच्छा स्कोर प्राप्त करना होगा। प्रवेश के बाद इंटरव्यू और काउंसलिंग प्रोसेस का आयोजन किया जाता है। ये संस्थान पर निर्भर करता है।
कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए प्रवेश परीक्षा -
1. नीट पीजी
2. आईपीयू सीईटी
एमपीटी न्यूरोलॉजी सिलेबस
मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स 2 साल की अवधि का कोर्स है। जिसका सिलेबस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को सिलेबस के बारे में जानने की आवश्यकता है। छात्रों की सहायता के लिए कोर सिलेबस कुछ इस प्रकार है।
• न्यूरो सर्जिकल रिहैबिलिटेशन
• क्लिनिकल एंड जर्नल क्लब 1,2,3
• मैनेजमेंट एंड एथिक्स इन फिजियोथेरेपी
• न्यूरोलॉजीकर फिजियोथेरेपी 1,2
• फिजियोथेरेपी इन सीएनएस डिसऑडर
• मेडिकल एंड सर्जिकल एस्पेक्ट ऑफ न्यूरो डिसऑडर
• फिजियोथेरेपी एंड फक्शन डायग्नोसिस
• अंग्रेजी भाषा और कम्यूनिकेशन स्किल्स
• रिसर्च मैथेडोलॉजी एंड बायोस्टैटिस्टिक
• कोर साइंस
• फिजियोथेरेपी इन पीएनएस डिसऑडर
• फिजियोथेरेपी इन सीएनएस डिसऑडर
एमपीटी न्यूरोलॉजी कॉलेज और फीस
1. जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली - 1,75,000 रुपये
2. एचआईएमएसआर, नई दिल्ली - 2,61,000 रुपये
3. रमैया मेडिकल कॉलेज, बैंगलोर - उपलब्ध नहीं है
4. एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कांचीपुरम - 1,35,000 रुपये
5. एसआईएमएटीए, चेन्नई - 1,50,000 रुपये
6. कीआईएमएस, सतारा - 1,05,000 रुपये
7. एसवीआईएमएस, तिरुपति - 1,02,900 रुपये
8. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ - उपलब्ध नहीं है
एमपीटी न्यूरोलॉजी रोजगार क्षेत्र
• सरकारी अस्पताल
• प्राइवेट अस्पताल
• कॉलेज और विश्वविद्यालय
• मिलिट्री हेल्थकेयर सर्विस
• प्राइवेट क्लिनिक
• कंटेंट राइटर
• अस्पताल प्रशासन
जॉब प्रोफाइल
• क्लिनिकल एसोसिएट
• चिकित्सीय एजवाइजर
• न्यूरोलॉजिस्ट
• न्यूरोलॉजी कंस्लटेंट
• न्यूरोलॉजी टेक्नोलॉजी
• न्यूरो फिजिशन
• क्वालिटी एनालिसिस
• प्रोफेसर या लेक्चरर
जॉब प्रोफाइल और सैलरी
फिजियोथेरेपिस्ट - 2 से 6 लाख रुपये सालाना
न्यूरोलॉजिस्ट - 10 से 13 लाख रुपये सालाना
थेरेपी मैनेजर - 3 से 6 लाख रुपये सालाना
थेरेपिस्ट - 3 से 4 लाख रुपये सालाना
स्पोर्ट्स फिजियो रिहाब - 2 से 4 लाख रुपये सालाना
उच्च शिक्षा
कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा यानी पीएचडी कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं और इस डिग्री के बाद छात्र असिस्टेंट प्रोफेसर और उसके अनुभव के बाद एक प्रोफेसर के रूप में कार्य कर सकते हैं और सालाना 5 से 9 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।