प्रिंटिंग का नाम सुनते ही दिमाग में कई चीजे आती है, जैसे फोटो प्रिंटिंग, डॉक्यूमेंट प्रिंटिंग, कार्ड प्रिंटिंग आदि। आज के समय में प्रिंटिंग का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है और इसे बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। लेकिन प्रिंटिंग का कार्य केवल कागजों पर टेक्सट और फोटो प्रिंट करने तक ही नहीं है। यहां हम बात कर रहे हैं प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की जो सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसमें उम्मीदवारों को कई चीजों का ज्ञान होना चाहिए। इसमें उम्मीदवारों को कंप्यूटर, मैथ्यस, विज्ञान, मैकेनिकल, इलेक्ट्रोनिक्स, इलेक्ट्रोनिकल और केमिकल इंजीनियरिंग जैसे कई विषयों का ज्ञान होना आवश्यक है।
प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी में छात्रों को पेपरस एल्युमिनियम, ग्लास, फेब्रिक, प्लास्टिक और सबस्ट्रेट्स आदि पर प्रिटिंग के बारे में सिखाया जाता है। इसमें प्रिटिंग के मैनेजमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन, टेक्नोलॉजी, पैकेजिंग, वितरण, प्रोडक्शन आदि भी शामिल किया गया है।
प्रिटिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा से डिग्री तक के कोर्स शामिल है लेकिन आज इस लेख के माध्यम से हम आपको डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी कोर्स के बारे में बताएंगे। जिसमें कोर्स की योग्यता, कॉलेज और फीस के साथ कोर्स की बाद के करियर ऑप्शन आदि के बारे में भी जानकारी शामिल है। छात्रों की सहायता के लिए कोर्स की पूरी जानकारी लेख में नीचे दी गई है।
डिप्लोमा प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी कोर्स हाइलाइट्स
कोर्स का नाम - डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी
कोर्स का टाइप - अंडरग्रेजुएट लेवल
कोर्स की अवधि - 3 वर्ष
परीक्षा का प्रकार - सेमेस्टर सिस्टम
डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी: योग्यता
- इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है या 12वीं की अंतिम बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ उम्मीदवार भी कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- कोर्स में प्रवेस के लिए छात्र का साइंस स्ट्रीम से पास होना अनिवार्य है।
- 12वीं में छात्र के न्यूनतम अंक 50 प्रतिशत होने चाहिए।
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 5 प्रतिशत अंकों की छूट है, अर्थात कोर्स में प्रवेश के लिए इन्हें केवल 45 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- कोर्स में प्रवेश प्राप्क करने की न्यूनतम आयु 17 वर्ष है।
डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी: प्रवेश
कोर्स में प्रवेश डायरेक्ट यानी संस्थान द्वारा आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा या मेरिट लिस्ट के आधार पर लिया जा सकता है। साथ ही राज्य और राष्ट्र आधार पर भी कुछ परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें अच्छा स्कोर प्राप्त कर छात्र भारत के टॉप संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर सकता है।
कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को नीचे दी गई प्रमुख परीक्षाओं में शामिल होना अनिवार्य है।
- जेईई मेन
- यूपीएसईई
- एच सीईटी
- एपी ईएएमसीईटी
- बीसीईसीई
- एमयू ओईटी
प्रवेश की प्रक्रिया
कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को नीचे दिए गए आसान चरण फॉलो करने हैं।
आवेदन - प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को कंडक्टिंग बॉडी या विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है और लॉगिन क्रिएट कर आवेदन फॉर्म को भर, शैक्षिक डॉक्यूमेंट्स आदि को अपलोड कर आवेदन शुल्क का भुगतान करना है।
प्रेवश परीक्षा - आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद शैक्षिक संस्थान द्वारा प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
रिजल्ट - प्रवेश परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें प्राप्त अंकों के अनुसार उन्हें रैंक किया जाता है।
काउंसलिंग प्रक्रिया/ इंटरव्यू - रजिल्ट में प्राप्त रैंक के अनुसार काउंसलिंग प्रक्रिया या पर्सनल इंटरव्यू का आयोजन किया जाता है। जिसके आधार पर छात्रों को सीट अलॉट की जाती है।
वैरिफिकेशन - सीट अलॉट होने के बाद छात्रों शैक्षिक संस्थान में वैरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करना होता है और कोर्स की फीस का भुगतान कर प्रवेश प्राप्त करना होता है।
डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी: सिलेबस
प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी कोर्स की अवधि 3 साल की है। जिसमें छात्रों को विभिन्न विषयों के साथ प्रैक्टिकल ज्ञान भी दिया जाता है। इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए 3 साल का एकिकृत वार्षिक सिलेबस नीचे दिया गया है।
प्रथम वर्ष का सिलेबस
- अप्लाइड साइंस
- अप्लाइड मैथमेटिक्स
- इंग्लिश एंड कम्युनिकेशन स्किल्स
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी प्रैक्टिकल
- बेसिक इंजीनियरिंग - इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक एंड मैकेनिकल
- ग्राफिक डिजाइन
- एडवरटाइजिंग एंड मल्टीमीडिया
- कंप्यूटर एप्लीकेशन 1
- अप्लाइड साइंस 2
- प्रिंटिंग प्रोसेस
द्वितीय वर्ष का सिलेबस
- ऑफसेट प्रिंटिंग
- कन्वेंशनल प्रोसेस सर्फेस प्रिपरेशन
- स्क्रीन प्रिंटिंग
- कंप्यूटर एप्लीकेशन 2
- स्क्रीन प्रिंटिंग टेक्निक
- सर्फेस प्रिपरेशन
- प्रैक्टिकल वर्क
तृतीय वर्ष का सिलेबस
- पैकेजिंग टेक्नोलॉजी 1
- पेपर टेक्नोलॉजी इंक
- टेक्नोलॉजी फ्लेक्सोग्राफिक
- प्रिंटिंग मशीन मेंटेनेंस प्रैक्टिकल
- पैकेज टेस्ट ऑन वेरियस प्रोडक्ट - प्रैक्टिकल
- प्रीप्रेस बाइंडिंग एंड फर्निशिंग बिजनेस
- मैनेजमेंट इन एनआईपी टेक्नोलॉजी
- डिजिटल प्रीप्रेस - प्रैक्टिकल
- बाइंडिंग एंड फर्निशिंग - प्रैक्टिकल
- ग्रेव्योर टेक्नोलॉजी डिजिटल
- पैकेजिंग टेक्नोलॉजी 2
- कंप्यूटर टू टेक्नोलॉजी प्रिंटिंग फॉर पैकेट
- क्वालिटी कंट्रोल टेक्निक कॉस्टिंग एंड ऐस्टीमेटिंग
- कंप्यूटर टेक्नोलॉजी - प्रैक्टिकल
- प्रोजेक्ट
डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी: कॉलेज और फीस
- डॉ. तमी पई पॉलिटेक्निक-मणिपाल - 14,900 रुपये
- क्षेत्रीय मुद्रण प्रौद्योगिकी संस्थान - 15,600 रुपये
- पूसा पॉलिटेक्निक - 1.67 लाख रुपये
- गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी - 1.68 लाख रुपये
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय - 1,665 रुपये
डिप्लोमा इन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी: करियर ऑप्शन
प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवार उच्च शिक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं और नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। उच्च शिक्षा की बात करें तो उम्मीदवार नीचे दिए गए कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें छात्र लिटरल एंट्री प्राप्त कर बैचलर की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं नहीं तो वह एमबीए या पीजी डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कोर्स भी कर सकते हैं। साथ ही साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।
कोर्स पूरा कर नौकरी करने की इच्छा रखने वाला उम्मीदवार पब्लिकेशन हाउस, एडवर्टाइसिंग कंपनी, डिजिटल प्रिंटिंग कंपनी, न्यूसपेपर आदि जैसी प्रिंटिंग कंपनियों में कार्य कर सकता है नहीं तो अपना खुद का बिजनेस भी खोल सकता है। इन कंपनियों में उम्मीदवार नीचे दिए गए निम्नलिखित पदों पर कार्य कर सकता है जो कि इस प्रकार है -
- पब्लिकेशन असिस्टेंस
- प्रिंटंग सुपरवाइसर
- प्रिंटिंग ट्रेनि
- प्रिंटिंग इंजीनियर
- प्रिंटिंग ऑफिसर
- प्रीप्रेस ऑपरेटर
- टेक्निकल सॉल्यूशन रिप्रजेंटेटिव
ऊपर दिए गए इन पदों पर कार्य कर उम्मीदवार सालाना 2 से 4 लाख रुपये तक सालाना वेतन प्राप्त कर सकता है। समय के साथ जैसे-जैसे मीडिया इंडस्ट्री बढ़ती जा रही है, उसी तरह से इस कोर्स और इन पदों पर कार्य करने वाले उम्मीदवारों की डिमांड भी अधिक होती जा रही है।