इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनयिरिंग के एक शाखा है या आसान भाषा में कहें तो एक हिस्सा है। जिसमें आप स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। इंजीनियरिं में इतने कोर्स है जो पारंपरिक कोर्स हैं जिन्हीं से कई तरह के नए कोर्स उभर कर आ रहे हैं जो एक क्षेत्र में आपको विशेषज्ञता प्रदान करते हैं और आपको उस एक विषय की जानकारी विस्तार से देते हैं। उसी तरह से इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स है, जिसमें आप बीटेक की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं और उसके बाद नौकरी कर सकते हैं और चाहें तो उच्च शिक्षा की ओर भी आगे जा सकते हैं।
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स 4 साल की अवधि का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है। कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम के तहत बांटा गया है, इसलिए 4 साल की इस अवधि में छात्रों को 8 सेमेस्टर पढ़ाए जाते हैं। 6 महीन का एक सेमेस्टर होता है और हर सेमेस्टर के अंत में सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन किया जाता है। सेमेस्टर सिस्टम की वजह से छात्रों के लिए कोर्स थोड़ा बहुत आसान हो जाता है। इंजीनियरिंग कोर्स की अच्छी बात ये होती है कि इसमें थ्योरी के साथ-साथ छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलजे दी जाती है। साथ ही अधिक ज्ञान और वास्तिविकता से रूबरू होने के लिए छात्र इंटर्नशिप करते हैं। जो कि अनिवार्य भी है।
आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बीटे इन इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में विस्तार से बताएं, जिसमें कोर्स की पूरी जानकारी के साथ कॉलेज, फीस, सिलेबस और करियर ऑप्शन की पूरी जानकारी भी दी गई है। छात्रों को कोर्स के बारे में जानने के साथ-साथ भविष्य के करियर ऑप्शन और स्कोप के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी।
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग
इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स एक अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसे 12वीं के बाद किया जा सकता है, कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। हर इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए सबसे प्रमुख प्रवेश परीक्षा जेईई की मानी जाती है जिसके माध्यम से आप भारत के टॉप संस्थानों में प्रवेश ले सकते हैं। उसी तरह इस विषय के लिए सबसे टॉप की परीक्षा जेईई की है जिसेक लिए छात्र मेहनत करते हैं।
कोर्स में छात्रों को इंस्ट्रुमेंटेशन के बुनियादी ढांचे के बारे में बताया जाता है और उसके साथ लीनियर इंटीग्रेटेज सर्किट, एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग, इंडस्ट्रियर मैनेजमेंट और ट्रेनिंग, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स और सिग्नल सिस्टम जैसे कई विषयों की जानकारी दी जाती है। ताकि जब छात्र संस्थान से पास होकर निकले तो वह एक पेशेवर के तौर पर कार्य कर सकें।
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग : योग्यता
- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी कोर्स में प्रवेश के लिए छात्र को साइंस स्ट्रीम से पढ़ा होना अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं पास छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- 12वीं की अंतिम परीक्षा देने वाला उम्मीदवार प्रेवश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है और मेरिट अधार पर प्रवेश प्रदान वालें संस्थानों के लिए आवेदन कर सकता है।
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है। (मेरिट आधार पर प्रवेश के लिए 12वी में अच्छा प्रदर्शन करन की आवश्यकता है।)
- यदि आपक किसी आरक्षित श्रेणी से हैं तो आपको अंकों 5 प्रतिशत की छूट प्राप्त है। इसका अर्थ है कि आप 45 प्रतिशत पर कोर्स के लिए आवेदन कर प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
- आयु सीमा की बात करें तो कोर्स में प्रवेश के लिए आयु सीमा 17 से 23 है लेकिन आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को इसमें भी छूट प्राप्त है।
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग : प्रवेश प्रक्रिया
इंजीनियरिंग के बहुत कम कोर्स है जिसमें मेरिट के आधार पर प्रवेश प्राप्त होता है लेकिन जो छात्र बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश प्राप्त करना चाहते हैं वह इस कोर्स में मेरिट बेस पर भी प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। जिसके लिए उन्हें कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अच्छा स्कोर प्राप्त करना होगा साथ ही साथ आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में शामिल भी हो सकते हैं।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रवेश परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना होगा ताकि वह अपने पसंद के संस्थान में प्रवेश प्राप्त कर सकें। प्रवेश परीक्षा का आयोजन तीन स्तर पर किया जाता है, संस्थान, राज्य और राष्ट्र। छात्रों इस स्तरों पर प्रवेश परीक्षा देकर कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। कोर्स के लिए कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षा हैं - जेईई मेंस, जेईई एडवांस, डब्ल्यूजेईई, एमएचटी-सीईटी, बीआईटीएसएटी, ओजेईई, एपी-ईएएमसीईटी आदि। इसके अलावा भी कई तरह की प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है जिसमें छात्र शामिल हो सकता है।
मेरिट आधार पर प्रवेश प्रक्रिया
मेरिट आधार पर प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को शैक्षिक संस्थान या विश्विद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर करना है और आवेदन फॉर्म भर आवेदन शुल्क का भुगतान करना है।
आवेदन के बाद संस्थान द्वारा एक मेरिट लिस्ट जारी की जाती है जिसके आधार पर और 12वीं में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को प्रवेश प्राप्त होता है।
प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन - छात्र जिस भी प्रवेश परीक्षा के लिए शामिल होने की इच्छा रखते हैं उन्हें उसकी कंडक्टिंग बॉडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होता है।
आवेदन - रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्र आवेदन प्रक्रिया पूरी करता है, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी के साथ शैक्षिक जानकारी और उससे संबंधित दस्तावेजों को अपलोड आवेदन शुल्क का भुगतान करना है।
प्रवेश परीक्षा - आवेदन प्रक्रिया के बाद कंडक्टिंग बॉडी द्वारा प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसमें आपको अच्छे से अच्छा प्रदर्शन करना होता है।
रिजल्ट- प्रवेश परीक्षा के बाद रिजल्ट जारी किया जाता है। परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधर पर छात्रों को रैंक प्रदान की जाती है जिसके माध्यम से आगे की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन - रिजल्ट के बाद काउंसिलंग प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है जिसके लिए छात्रों को रजिस्टर करना होता है और प्रेफ्रेंस में शैक्षिक संस्थानों के नामों का चयन करना होता है।
काउंसलिंग प्रक्रिया -काउंसलिंग के द्वारा छात्र की रैंक और उसके द्वारा चयन किए गए संस्थानों के आधार पर उन्हें सीट अलॉट की जाती है।
वैरिफिकेशन - सीट अलॉटमेंट के बाद छात्रों को संबंधित संस्थान में जाकर वैरिफिकेश की प्रक्रिया पूरी करनी होती है और फीस का भुगतान करना होता है।
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस
आईआईटी खड़गपुर - उपलब्ध नहीं है
एनआईटी त्रिची - 1.49 लाख रुपये
जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय - 12,500 रुपये
उच्च शिक्षा के मणिपाल अकादमी - 3.35 लाख रुपये
इंजीनियरिंग कॉलेज - 40,500 रुपये
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय - 1.60 लाख रुपये
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय - 1.17 लाख रुपये
वोक्ससेन विश्वविद्यालय - 3.02 लाख रुपये
आई के गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी - 80,750 रुपये
सिक्किम मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान - 2.60 लाख रुपये
न्यू होराइजन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग - 2.50 लाख रुपये
भारत के अन्य टॉप कॉलेज
मद्रास प्रौद्योगिकी संस्थान,
अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई
कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अन्ना यूनिवर्सिटी
बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस
नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
एनआईटी तिरुचिरापल्ली
जालंधर प्रौद्योगिकी संस्थान
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
विदेशों के टॉप कॉलेज
मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिक संस्थान
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले
कैलिफोर्निया प्रौद्योगिकी संस्थान
मिशिगन विश्वविद्यालय - एन आर्बर
जॉर्जिया तकनीकी संस्थान
इलिनॉय विश्वविद्यालय-उरबाना-शैंपेन।
कॉर्नेल विश्वविद्यालय
पर्ड्यू विश्वविद्यालय - वेस्ट लाफायेट
प्रिंसटन विश्वविद्यालय
बीटेक इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग : करियर ऑप्शन
इंस्ट्रुमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स करने के बाद छात्रों के पास कई अच्छे करियर ऑप्शन हैं। कोर्स पूरा कर छात्र नीचे दिए गए पदों पर कार्य कर सालाना 4 से 7 लाख रुपये कमा सकते हैं। यदि आपको संस्थान द्वारा प्लेसमेंट प्राप्त होती है तो और बेहतर क्योंकि ऐसी स्थिति में छात्रों को अच्छा पैकेज प्राप्त होता है।
जॉब प्रोफाइल
- डिजाइन इंजीनियर
- इंजीनियर मैनेजर
- एग्जीक्यूटिव इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर
- साइट इंजीनियर
- लीड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर
- प्रिंसिपल डिजाइनर
- सीनियर डिजाइन इंजीनियर
- ट्रेनी इंजीनियर
- साइट इंजीनियर मेंटेनेंस इंजीनियर
- प्रोसेस इंजीनियर
रोजगार क्षेत्र
- वैमानिकी, वैमानिकी और अंतरिक्ष विज्ञान
- कॉलेज और विश्वविद्यालय
- तेल की कंपनियां
- पेट्रोकेमिकल उद्योग
- बिजली और रक्षा उत्पादन इकाइयां
- स्टील उद्योग
- बीएसएनएल
- ए एंड एच इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड
- रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन
- सैनटेक इलेक्ट्रिकल्स इंडिया (पी) लिमिटेड