जेनिटिक इंजीनियरिंग कोर्स में इंजीनियरिंग कोर्स का एक स्पेशलाइजेशन कोर्स है। जो काफी लोकप्रिय माना जाता है। इसमें छात्रों को जेनिटिक मोडिफिकेशन टेक्निक्स, डीएनए की संरचना आदि जैसे कई संबंधित विषयों के बारे में बताया जाता है। मुख्य तौर पर ये कोर्स फॉरन डीएनए और सिंथेटिक जीन के विकास के बारे में सिखाता है।
बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग कोर्स की एक अंडग्रेजुएट कोर्स है जो कक्षा 12वीं के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स को करने के लिए छात्रों का साइंस स्ट्रीम से होना अनिवार्य है। कोर्स में प्रवेश की योग्यता से संबंधित अधिक जानकारी लेख में नीचे दी गई है। फिलहाल आपको बता दें कि ये कोर्स भले ही लोकप्रिय है, जिसे भारत के कई कॉलेजों द्वारा ऑफर किया जाता है। कोर्स की फीस 1 लाख से 4 लाख तक जा सकती है। जेनिटिक इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स करने के बाद उम्मीदवार सालाना 3 से 8 लाख रुपये कमा सकते हैं। जो आगे अनुभव के साथ बढ़ता है।
बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग: पात्रता
- बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को साइंस स्ट्रीम से कक्षा 12वीं पास करना अनिवार्य है।
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों का साइंस विषय के मुख्य विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय की जानकारी होना अनिवार्य है।
- प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं में कम से कम 60 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता होगा।
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को कोर्स में प्रवेश के लिए 5 प्रतिशत अंकों की छूट प्राप्त है, जिसके लिए उन्हें कम से कम 55 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- इस कोर्स में जेनिटिक साइंस, मॉलिक्यूलर बायोलॉजि विषय से बीएससी करने वाले उम्मीदवार भी कोर्स के लिए आवेदन करने योग्य माना जाता है।
बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग: प्रवेश
बीटेक इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश केवल प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। जिसके लिए उम्मीदवार जेईई मेन, केसीईटी, एमएचटी-सीईटी, टीएएनसीईटी, यूपी राज्य प्रवेश परीक्षा और डब्ल्यूबी जेईई परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। इन प्रवेश परीक्षाओं के अलावा कुछ संस्थानों द्वारा प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसके बाद पर्सनल इंटरव्यू का आयोजन होता है जिसके अनुसार छात्रों को संस्थानों में प्रवेश प्राप्त होता है। प्रमुख प्रवेश परीक्षा जिन्हें राष्ट्र और राज्य स्तर पर आयोजित किया जाता है, उसमें छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया से गुजरना होता है, जिसमें सीट अलॉट की जाती है।
प्रवेश प्रक्रिया
आवेदन - कोर्स में प्रवेश की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए संस्थान और कंडक्टिंग बॉडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर कर आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी है। जिसमें उम्मीदवारों को व्यक्तिगत जानकारी और शैक्षिक जानकारी के साथ शैक्षिक दस्तावेजों और फोटो, हस्ताक्षर को अपलोड करना है। आवेदन फॉर्म भरने के बाद उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क का भुगतान करने के बाद फॉर्म सबमटि कर इसका प्रिंट लेना है।
प्रवेश प्रक्रिया - आवेदन फॉर्म की प्रक्रिया पूरी होने का बाद प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जिसमें छात्रों के प्रदर्शन के अनुसार उन्हें रैंक किया जाता है।
काउंसलिंग प्रक्रिया - प्रवेश परीक्षा के बाद छात्रों को काउंसिलग प्रक्रिया के लिए रजिस्टर करना होता है, जिसमें उन्हें उनकी रैंक के आधार पर सीट अलॉट की जाती है।
वैरिफिकेशन - काउंसलिंग प्रक्रिया में सीट अलॉट होने के बाद छात्रों को संबधित शैक्षिक संस्थानों में वैरिफिकेशन के लिए जाना होता है और वैरिफिकेशन के बाद फीस का भुगतान किया जाता है।
बीटेक जेनिटिक इंजीनियरिंग: कॉलेज और फीस
एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई - 2,50,000 रुपये
भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर - 25,000 रुपये
भरत विश्वविद्यालय चेन्नई - 2,50,000 रुपये
आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना - 2,00,000 रुपये
अन्य टॉप कॉलेज
दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, दिल्ली
आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना
एसआरएम विश्वविद्यालय - कट्टनकुलथुर, कांचीपुरम
नालंदा स्कूल ऑफ मैनेजमेंट कॉलेज, लखनऊ
शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा
जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र, बैंगलोर, कर्नाटक
महात्मा ज्योति राव फूल विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
कुवेम्पु विश्वविद्यालय, कर्नाटक
मदुरै कामराज विश्वविद्यालय, तमिलनाडु
इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी स्कूल (सेट), शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा
बीटेक जेनिटिक इंजीनियरिंग: करियर ऑप्शन
बीटेक करने के बाद से उम्मीदवार नौकरी के लिए आवेदन कर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं और यदि वह आगे और पढ़ना चाहते हैं तो आगे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। जिसमें वह एमटेक और एमई के कोर्स कर सकते हैं। यदि उम्मीदवार अपनी फिल्ड बदलना चाहते हैं तो एमबीए और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी भी कर सकते है। शिक्षा जितनी अधिक होगी उतने ज्यादा करियर ऑप्शन छात्रों के पास है। यदि आप संबंधित विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं तो आप पीएचडी कोर्स के भी जा सकते हैं और एक प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर सकते हैं।
बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग: रोजगार क्षेत्र
कृषि क्षेत्र
कॉलेज और विश्वविद्यालय
जीन अनुसंधान केंद्र
चिकित्सा और दवा उद्योग
अनुसंधान और विकास विभाग
स्टेम सेल केंद्र
बीटेक इन जेनिटिक इंजीनियरिंग: जॉब प्रोफाइल
जेनिटिक इंजीनियर
इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी इंजीनियर
इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट
कंट्रोल इंजीनियर
प्रोडक्शन कंट्रोल एनालिस्ट
फिल्ड सर्विस इंजीनियर
टेक्निकल राइटर
साइंटिफिक राइटर
मेडिकल राइटर
रिसर्च साइंटिस्ट
जूनियर रिसर्च फेलो
प्रोफेसर