कक्षा 12वींके बाद इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए बहुतसे विषय शामिल है जिसमें स्पेशलाइजेशन कोर्स कर ये उम्मीदवार अपना करियर की शुरुआत कर सकते हैं। इन्हीं कोर्सेस में से एक कोर्स है इंजीनियरिंग फिजिक्स का, जो कि उन छात्रों के लिए है जो रिसर्च और इंजीनियरिंग दोनों में रूचि रखते हैं। इस कोर्स के माध्यम से इन छात्रों को फिजिक्स की नई अवधारणों के बारे में ज्ञान मिलता है और अप्लाईज साइंस के साथ एक क्लेक्टिव ज्ञान प्राप्त करने का मौका प्राप्त होता है।
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स कोर्स की अवधि अन्य इंजीनियरिंग कोर्स के जैसे ही 4 वर्षों की है। लेकिन इंजीनियरिंग फिजिक्स अन्य कोर्सेस से बहुत अलग है, इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों के पास भविष्य में अच्छे करियर अवसर प्राप्त होते हैं। 4 साल की अवधि वाले इस कोर्स में छात्रों को मैकेनिक्स, कंप्यूटिंग, इलेक्ट्रिकल साइंस, न्यूक्लिर फिजिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, क्वांटम मैकेनिक्स, माइक्रप्रोसेस आर्किटेक्चर और प्रोग्रामिंग आदि जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी प्रदान की जाती है।
इंजीनियरिंग फिजिक्स कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के बदा उम्मीदवारों के पास कई अच्छे करियर ऑप्शन होते हैं। छात्र नौकरी भी कर सकते हैं और वह उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं। इस लेख के माध्यम से इंजीनियरिंग फिजिक्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए कोर्स से संबंधित और कोर्स के बाद के करियर ऑप्शन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देंगे।
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : योग्यता
- इंजीनियरिंग फिजिक्स कोर्स करने के लिए छात्र का मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम में कक्षा 12वीं पास करना अनिवार्य है।
-साइंस में छात्रों को पास मुख्य विषयों में पीसीएम विषय होनो अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं की अंतिम परीक्षा देने वाले उम्मीदवार भी कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन करने योग्य माने जाते हैं।
- कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की न्यूनतम आयु 17 वर्ष की है।
- अधिकतम आयु 23 वर्ष की है।
- छात्रों को प्रवेश के लिए कम से कम 60 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- जेईई प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए और उसके आधार पर शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। (एनटीए द्वारा जारी सूचना के अनुसार)
- जो उम्मीदवार आरक्षित श्रेणी से आते हैं उन्हें सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार 5 प्रतिशत अंकों की छूट प्राप्त है। साथ ही आयु में भी छूट प्रदान की जाएगी।
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : प्रवेश प्रक्रिया
इंजीनियरिंग में सबसे महत्वपूर्ण कोर्स माने जाने वाले इंजीनियरिंग फिजिक्स कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाले शैक्षिक संस्थान या कंडक्टिंग बॉडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। दिए गए आवेदन लिकं पर क्लिक कर ई-मेल और मोबाइल के माध्यम से रजिस्टर कर व्यक्तिगत और शैक्षित विवरण भर कर आवेदन शुल्क का भुगतान करें और आवेदन पत्र का प्रिंट और पीडीएफ भविष्य के लिए बना कर सुरक्षित करें।
आवेदन प्रक्रिया के बाद प्रवेश परीक्षा में शामिल होना है। प्रवेश परीक्षा के प्रदर्शन के अनुसार प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को रैंक किया जाता है और आगे की प्रक्रिया की शुरुआत होती है।
प्रवेश परीक्षा के बाद काउंसलिंग में प्राप्त रैंक के अनुसार छात्रों को संस्थानों में सीट अलॉट की जाती है। जिसके बाद छात्रों को संबंधित संस्थान में वैरिफिकेश और फीस भरने की प्रक्रिया पूरी कर प्रवेश प्राप्त करना होता है।
प्रवेश के लिए टॉप प्रवेश परीक्षा
- जेईई मेन
- जेईई एडवांस्ड
- बीआईटीएसएटी
- केसीईटी
- जीयूजेसीईटी
- एलपीयूएनईएसटी
- केओएमईडीके
- यूपीएसईई
- ओजेईई
- केसीईटी
- जेएमआई प्रवेश परीक्षा (जामिया मिलिया इस्लामिया)
- एमईटी (मणिपाल प्रवेश परीक्षा)
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : सिलेबस
इंजीनियरिंग फिजिक्स में बीटेक 4 साल का कोर्स है। जिसे सेमेस्टर सिस्टम के तहत 8 सेमेस्टर में बांटा गया है। जिसका वार्षिक एकिकृत सिलेबस लेख में दिया गया है। ताकि कोर्स के बारे में छात्रों को समझने में सहायता मिल सकें।
प्रथम वर्ष (सेमेस्टर 1 और 2)
मैथमेटिक्स 1-2
केमिस्ट्री
फिजिक्स 1-2
इलेक्ट्रिकल साइंस
मॉडल बायोलॉजी
इंट्रोडक्शन टू कंप्यूटर
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
इंजीनियरिंग ड्राइंग
फिजिकल ट्रेनिंग 1-2
फिजिकल लैब
वर्कशॉप
कंप्यूटिंग लैबॉ
द्वितिय वर्ष (सेमेस्टर 3 और 4)
मैथमेटिक्स 3
इलेक्ट्रो मैग्नेटिक
क्वांटम मैकेनिक्स
एचएसएस इलेक्टिव
बायोफिजिक्स
एनालॉग एंड डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स
सिगनल सिस्टम एंड नेटवर्क
एडवांस क्लासिक मैकेनिक
सेमीकंडक्टर डिवाइसेज
हीट एंड थर्मोडायनेमिक्स
फिजिक्स ट्रेनिंग 3-4
इलेक्ट्रॉनिक लैब
तृतीय वर्ष (सेमेस्टर 5 और 6)
माइक्रोप्रोसेसर आर्किटेक्चर एंड प्रोग्रामिंग
न्यूक्लियर साइंस एंड इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग ऑटिक्स
सॉलिड स्टेट फिजिक्स
मेजरमेंट टेक्निक्स
कंप्यूटेशनल फिजिक्स
ऑटोमिक एंड मॉलेक्युलर स्पेक्ट्रोस्कॉपी
स्टैटिसटिकल मैकेनिक्स
एचएसएस इलेक्ट्रिकल 3
जनरल फिजिक्स लैब
चतुर्थ वर्ष (सेमेस्टर 7 और 8)
नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड नैनोफोटोनिक्स
मैटिरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग
लेसर एंड फोटोनिक्स
एडवांस फिजिक्स लैब
डिपार्टमेंट इलेक्टिव
प्रोजेक्ट
ओपन इलेक्टिव
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : कॉलेज और फीस
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली
कोर्स की फीस - 2,19,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 16,00,000 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे
कोर्स की फीस - 2, 11,400 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 9,00,000 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की
कोर्स की फीस - 2,13,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 14,60,000 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी
कोर्स की फीस - 2,15,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 11,00,000 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद
कोर्स की फीस - 2,22,995 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 15,00,00 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) धनबाद
कोर्स की फीस - 2,30,120 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 15,50,000 रुपये
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट
कोर्स की फीस - 54,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 8,00,000 रुपये
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मंडी
कोर्स की फीस - 2,13,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 10,00,000 रुपये
दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
कोर्स की फीस - 1,66,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 9,00,000 रुपये
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
कोर्स की फीस - 1,66,000 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 4,25,000 रुपये
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
कोर्स की फीस - 1,37,200 रुपये
औसत प्लेसमेंट पैकेज - 3,60,000 रुपये
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : करियर ऑप्शन
जैसा की आपको बताया गया की इंजीनियरिंग फिजिक्स उन छात्रों को लिए डिजाइन किया गया कोर्स है जो रिसर्च के साथ इजीनियरिंग में दिलच्सपी रखते है। वे छात्र कोर्स पूरा करने के बाद शैक्षिक संस्थान द्वारा प्रादान की जाने वाली प्लेसमेंट भी प्राप्त कर सकते हैं और अन्य कंपनियों के लिए सीधा आवेदन भी कर सकते हैं। इसके अलावा क्योंकी छात्र इस विषय के माध्यम से रिसर्च प्रक्रिया में रूचि रखते हैं तो वह उम्मीदवार बीटेक करने के बाद एमटेक और फिर पीएचडी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं और एक प्रोफेसर के तौर पर आने वाली नई पीढ़ी के छात्रों को शिक्षा प्रदान कर सकते हैं।
नौकरी करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार नीचे दी गई जॉब प्रोफाइल पर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं-
- इंडस्ट्रीयल इंजीनियर
- फिजिसिस्ट
- फाइनेंशियल एनालिस्ट
- रिसर्च साइंटिस्ट
- रेडिएशन फिजिसिस्ट
- डिजाइनर-
- ऑपरेटिंग प्रोड्यूसर ऑफिसर
- मैटिरियल साइंटिस्ट
- न्यूकिलर इंजीनियर
ऊपर दिए गए पदों पर नौकरी कर उम्मीदवरा सालाना 4 से 8 लाख रुपये तक का वेतन प्राप्त कर सकते हैं।
बीटेक इन इंजीनियरिंग फिजिक्स : रोजगार के क्षेत्र
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
- इंटेल
- आईबीएम
- सीएसआईआर लैब्स
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल)
- हेवलेट पैकर्ड
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)
- टाटा
- रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- मारुति उद्योग
- टीसीएस
- इंफोसिस
- विप्रो
- एचसीएल
- टीसीएस
- बर्गन उद्योग समूह
- इकोन इन्फोटेक
- इंस्टापॉवर
- परमाणु उद्योग
- ऊर्जा उद्योग
- चिकित्सा उद्योग
- नैनो टेक्नोलॉजी उद्योग
- ऑप्टिकल इंजीनियरिंग
- सामग्री विज्ञान उद्योग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग उद्योग
- ऑक्सटिक्स उद्योग