Career Advice For Students: इन दिनों छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, जबकि मैट्रिक-इंटर के छात्र बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो डिस्टेंस मोड से एडमिशन के लिए विभिन्न कॉलेजों में आवेदन कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ छात्र ऐसे भी हैं तो प्रोफेशनल कोर्स के जरिए शानदार करियर बनाना चाहते हैं। बीटेक के बाद बैंक में जॉब कैसे मिलेगी, राजभाषा अधिकारी कैसे बन सकते हैं और लाइब्रेरियन बनने के लिए क्या करना चाहिए आइए जानते हैं।
आईटी से बीटेक के बाद बैंक में जॉब कैसे मिलेगी?
बेहतर होगा कि आप सरकारी या निजी क्षेत्र के बैंकों में अपनी बीटेक की विशेषज्ञता का फायदा उठाने की कोशिश करें। इसके लिए आप आईबीपीएस या एसबीआई द्वारा बैंकों के आईटी डिवीजन के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं के विज्ञापन पर नजर रखें या इनकी वेबसाइट पर संपर्क करें। चाहें तो निजी क्षेत्र के बैंकों (जैसे एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस आदि) में भी प्रयास कर सकते हैं। ऑनलाइन बैंकिंग पर जोर के कारण बैंकों को अपने सर्वर और सर्विसेज की सिक्युरिटी को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए आईटी प्रोफेशनल्स की बड़े पैमाने पर जरूरत होती है। अगर रुचि हो, तो अपनी पसंद के क्षेत्र में एमबीए/पीजीडीबीएम करके योग्यता को और बढ़ा सकते हैं।
हिंदी से एमए के बाद राजभाषा अधिकारी बनने के लिए कैसे-क्या करना होगा?
अगर ग्रेजुएशन में आपका एक विषय अंग्रेजी भी रहा है, तो आप राजभाषा अधिकारी बनने की दिशा में प्रयास कर सकते हैं। इस पद के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड, एसबीआई, पेट्रोलियम कंपनियों, नाबार्ड, पीएसयू आदि द्वारा आवश्यकतानुसार रिक्तियां निकाली जाती हैं। आप अखबारों और संबंधित संस्थानों/विभागों की वेबसाइट्स पर नजर रखते हुए रिक्तियों की घोषणा होने पर आवेदन कर सकते हैं। इस पद के लिए उपयुक्त तैयारी करके आप वांछित करियर की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
बीए के बाद बीएड करना ठीक रहेगा या पहले एमए करना?
अगर आप जल्दी अध्यापन के क्षेत्र से जुड़ना चाहती हैं, तब तो बीए के बाद ही बीएड करने की दिशा में बढ़ना चाहिए, ताकि बीएड के बाद उसके आधार पर सीटीईटी या समकक्ष परीक्षा में शामिल हो सकें। लेकिन अगर कोई जल्दी नहीं है और आप अपनी योग्यता बढ़ाकर इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती हैं, तब एमए करके बीएड कर सकती हैं। हालांकि बीए के बाद बीएड करने के बाद टीचर बनने का मौका मिल जाता है, तो भी आपके पास डिस्टेंस लर्निंग, ऑनलाइन कोर्स के जरिए या प्राइवेट कैंडीडेट के रूप में एमए करने का मौका होगा।
बीएससी के बाद लाइब्रेरियन बनने के लिए क्या करना चाहिए?
लाइब्रेरियन बनने के लिए आपको ग्रेजुएशन के बाद बैचलर ऑफ लाइब्रेरी ऐंड इंफॉर्मेशन साइंस (बीलिब) कोर्स करना होगा। यह कोर्स अब ज्यादातर केंद्रीय/राज्य और निजी विश्वविद्यालयों में उपलब्ध है। डिजिलाइजेशन की बढ़ती जरूरत के कारण किताबों/दस्तावेजों को पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए इंफॉर्मेशन साइंस के नॉलेज को भी इस कोर्स के साथ संबद्ध कर दिया गया है। बीलिब के एमलिब करके अपनी योग्यता और बढ़ाई जा सकती है। लाइब्रेरियन की जरूरत विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के अलावा सरकारी विभागों, शोध संस्थानों, पब्लिक लाइब्रेरी, मीडिया हाउसेज आदि में भी होती है।
इंटर साइंस के बाद बीकॉम में जाना किनता ठीक रहेगा?
अगर आपकी रुचि बैंकिंग में सबसे ज्यादा है और इसी फील्ड में करियर बनाना चाहती हैं, तो निश्चित रूप से आप बीकॉम करने के बारे में सोच सकती हैं। बीकॉम करने के दौरान आप पीएसबी में होने वाली भर्तियों के लिए आईबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सलेक्शन) और एसबीआई द्वारा आयोजित की जानी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर सकती हैं। प्राइवेट बैंकों में करियर बनाना चाहती हैं, तो आपको बीकॉम के बाद बैंकिंग/फाइनेंस में एमबीए/पीजीडीएम भी कर लेना चाहिए।