इंजीनियरिंग कोर्स हमेशा से ही सबसे अधिक डिमांड में रहने वाले कोर्सेस में से एक है। इस कोर्स की लोकप्रियता में कभी कमी नहीं आई है बल्कि इंजीनियरिंग का क्षेत्र दिन पर दिन छात्रों के लिए नए अवसर खोल रहा है। इंजनीयरिंग अब मैक्निकल, सिविल और केमिकल तक ही सिमित नहीं है, अब इंजीनियरिंग एक वास्ट क्षेत्र बन चुका है जिसमें कई तरह के इंजीनियरिंग स्पेशलाइज्ड कोर्स शामिल है। जो छात्र इंजीनियरिंग में जाना चाहते हैं लेकिन मैनजमेंट में भी उतनी ही दिलच्सपी रखते हैं जितनी की इंजीनियरिंग के क्षेत्र में तो आप बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी यानी बीटेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स कर सकते हैं। ये एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है आपके करियर के लिए। इस कोर्स को छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते हैं इस कोर्स को केवल साइंस स्ट्रीम के छात्र कर सकते हैं जिनके पास मुख्य विषय के तौर पर फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स होती है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र चाहें तो नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और साल का 4 से 10 लाख तक कमा सकेत हैं और यदि वह चाहें तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट 4 साल का कोर्स है जिसकी फीस पूरी तरह संस्थान आधारिक होती है। साथ ही आपको बता दें कि इस कोर्स में डायरेक्ट प्रवेश नहीं है छात्रों को इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए एंट्रेंस टेस्ट देने होंगे और प्राप्त रैंक के आधार पर काउंसलिंग प्रक्रिया में उन्हें कॉलेज/संस्थान अलॉट किया जाएगा। इंजीनियरिंग कोर्स भारत के प्रसिद्ध कोर्स में से एक हैं और ये कोर्स अच्छी और हाई सैलरी वाले कोर्सेस में से एक है। हर साल लाखों को छात्र इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने के लिए प्रमुख जेईई एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेनद करते हैं और आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होते है। आइए आपको कोर्स से संबंधि महत्वपूर्ण जानकारी जैसे योग्यता, सिलेबस, जॉब प्रोफाइल आदि की जानकारी दें।
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट
बीटेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स में मानव और अन्य संसाधनों की प्रणालियों के बारे में ज्ञान दिया जाता है जिसमें विकास और उसके कार्यान्वयन को समझाया जाता है। इस कोर्स में छात्रों को इनवायरमेंटल साइंस, मशीन डिजाइन, एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट, मैनेजमेंट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स, डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ एक्सपेरिमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट जैसे कई विषयों के बारे में थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से पढ़ाया जाता है। ये कोर्स मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग का एक मिश्रण हैं जो छात्रों को दोनों विषय का ज्ञान देता है।
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: योग्यता
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को कोर्स करने के लिए कोर्स की पूरी जानकारी प्राप्त होना आवश्यक है जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ये जानना है कि कोर्स की योग्यता क्या है। आइए आपको कोर्स कि योग्यता के बारे में बताएं -
- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम में पास छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- कक्षा 12वीं में छात्र के कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य हैं। कुछ संस्थानों में न्यूनतम अंक 70 प्रतिशत होने अनिवार्य है। इसकी जानकारी छात्रों को शैक्षिक संस्थान के आधार पर प्राप्त करनी होगा।
- कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रो नीचे दिए गई प्रवेश परीक्षा में पास होना होगा। जिसमें प्राप्त रैंक के अनुसार वह कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: टॉप एंट्रेंस एग्जाम
1. जेईई मेन
2. जेईई एडवांस
3. डब्ल्यूबीजेईई
4. एमएचटी सीईटी
5. बीआईटीएसएटी
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: कोर्स की अवधि
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स कक्षा 12वीं के बाद किया जा सकता है। ये एक ग्रेजुएशन लेवल प्रोग्राम है जिसकी अवधि 4 साल की है और इस कोर्स को छात्रों के लिए आसान बनाने के लिए सेमेस्टर सिस्टम के तहत 8 सेमेस्टर में बांटा गया है।
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: सिलेबस
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स 4 साल की अवधि का कोर्स है इस कोर्स को 4 सेमेस्टर में बांटा गया है। जिसे 8 सेमेस्टर में बांटा गया है। एक साल में 2 सेमेस्टर पढ़ाए जाएंगे, जिसके बाद परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। आइए आपको बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के चार साल के कोर्स के सिलेबस को 8 सेमेस्टर के अनुसार बताएं।
सेमेस्टर 1
कम्युनिकेटिव इंग्लिश
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स - 1
इंजीनियरिंग फिजिक्स - 1
इंजीनियरिंग केमेस्ट्री
बेसिक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
प्रैक्टिकल
इंजीनियरिंग फिजिक्स लैब 1
इंजीनियरिंग केमिस्ट्री लैब
इंजीनियर इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक लैब
प्रैक्टिकल ज्योमेट्री
वर्कशॉप प्रैक्टिस
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर
सेमेस्टर 2
कम्युनिकेशन टेक्निक्स
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स - 2
इंजीनियरिंग फिजिक्स
केमेस्ट्री एंड एनवायरमेंटल
इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर प्रोग्रामिंग मैथमेटिक्स - 2
प्रैक्टिकल
इंजीनियरिंग फिजिक्स लैब - 2
केमिस्ट्री एंड एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग लैब
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैब
मशीन ड्रॉइंग
कम्युनिकेशन टेक्निक लैब
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 3
स्टैटिसटिक्स एंड प्रोबेबिलिटी
मैकेनिक ऑफ सॉलिड
इंट्रोडक्शन टू इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट
मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस एंड मैटेरियल्स
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग
इलेक्टिव वन
प्रैक्टिकल
कंप्यूटर लैब - 1
मैटेरियल साइंस लैब
इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग लैब- 1
प्रोडक्शन प्रैक्टिस - 1
स्ट्रैंथ मेटेरियल लैब
स्टैस्टिक्स लैब - 1
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 4
इंजीनियरिंग थर्मोडायनेमिक्स
मैनेजरियल अकाउंटिंग, फाइनेंस एंड इकोनॉमिक्स
थ्योरी ऑफ मशीम
मेथड्स इंजीनियरिंग एंड वर्क मेजरमेंट
कम्युनिकेशन स्किल
इलेक्टिव 1
प्रैक्टिकल
कंप्यूटर लैब
थर्मल इंजीनियरिंग लैब
इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग लैब - 2
प्रोडक्शन प्रैक्टिस - 2
थ्योरी ऑफ मशीन लैब
कम्युनिकेशन लैब
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 5
ऑपरेशंस रिसर्च - 1
मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम
क्वालिटी इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट
स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट
मैटेरियल मैनेजमेंट
रिएबिलिटी एंड मेंटेनेबिलिटी इंजीनियरिंग
प्रैक्टिकल
ऑपरेशन रिसर्च लैब
इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग लैब - 3
सिमुलेशन लैब - 1
प्रैक्टिकल ट्रेनिंग - 1
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 6
टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट
नेटवर्क फ्लो मॉडल एंड एप्लीकेशन
ह्यूमन रिसोर्सेस मैनेजमेंट एंड ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
मार्केटिंग मैनेजमेंट
डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ एक्सपेरिमेंट
वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट
प्रैक्टिकल
कंप्यूटर लैब -3
एसक्यूसी लैब
डीओई लैब
स्ट्रैस्टिक्स लैब - 2
डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 8
मॉडलिंग एंड ऑप्टिमाइजेशन इन एफएमएस
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
इलेक्टिव - 1
इलेक्ट्रिक - 2
प्रैक्टिकल
सीएएस लैब - 2
सिस्टम मॉडलिंग लैब
प्रोजेक्ट डिसिप्लिन एंड एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
सेमेस्टर 8
इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग
इलेक्टिव्स
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स एंड न्यूमेरिकल एनालिसिस
इनवायरमेंटल साइंस
एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट
इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
मेजरमेंट ऑफ मैट्रोलोजी
मेटालर्जी एंड हीट ट्रीटमेंट
मशीन डिजाइन
एडवांस मैथमेटिक्स
वर्ल्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम
रिसर्च मेथाडोलॉजी
मैनेजमेंट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स
इंजीनियरिंग एथिक्स एंड लीडरशिप
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
इंट्रोडक्शन ऑफ स्टॉच्सटिक्स मॉडल्स
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: कॉलेज और फीस
1. बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर, कर्नाटक - 1.29 लाख
2. एमवीजे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर, कर्नाटक
3. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र, हरियाणा - 4.3 लाख
4. टीक्यूएम और उद्यमिता के पीटीयू नालंदा स्कूल, मोहाली, पंजाब - 182000 लाख
5. पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, जालंधर, पंजाब - 2.5 लाख
6. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा, राजस्थान - 2.88 लाख
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: स्कोप
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद आप इंडस्ट्रियल इंजीनियर, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मैनेजर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मैनेजर आदि जैसे कई पदों पर कार्य कर सकते हैं जिनकी सूची लेख में नीचे दी गई है। इसके अलावा छात्र चाहें तो वह उच्च शिक्षा यानी पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री के लिए भी जा सकता है और इस कोर्स में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद नौकरी के अवसर और बढ़ जाते हैं।
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- फैसिलिटी इंजीनियर - 3 से 5 लाख रुपये सालाना
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग टेक्निशियन - 4 से 9 लाख रुपये सालाना
- इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मैनेजर - 5 से 10 लाख रुपये सालना
- इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन मैनेजर - 5 से 10 लाख रुपये सालना
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मैनेजर - 5 से 12 लाख रुपये सालाना
- प्रोजेक्ट इंजीनियर - 7 से 15 लाख रुपये सालाना
- ऑपरेशंस मैनेजर - 9 से 12 लाख रुपये सालाना
- क्वालिटी मैनेजर - 10 से 18 लाख रुपये सालाना
- इंडस्ट्रियल इंजीनियर - 6 से 12 लाख रुपये सालना
- इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग मैनेजर - 5 से 12 लाख रुपये सालाना
बी-टेक इन इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट: टॉप रिक्रूटर्स
- विप्रो
- मारुति उद्योग
- रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- इंफोसिस
- डीआरडीओ
- बीएसएनएल
- इसरो
- ओएनजीसी
- टाटा
- इंफोसिस
- विप्रो
- बीएसएनएल
- डीआरडीओ
- इसरो
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