बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट (बीएचएम) 3 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जो कि अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लीनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर और स्वास्थ्य सेवा उद्योग से संबंधित अन्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन के पहलुओं पर केंद्रित है। दरअसल, बीएचएम कोर्स के दौरान छात्रों को प्रबंधन के सिद्धांत, अस्पताल संचालन, स्वास्थ्य देखभाल अर्थशास्त्र, गुणवत्ता प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, चिकित्सा नैतिकता और वित्तीय प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ाए जाते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• पात्रता- कक्षा 12वीं (कॉमर्स स्ट्रीम)
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 42,000 से 80,000 तक (सालाना)
• जॉब सैलरी- 2 से 5 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- हॉस्पिटल मैनेजर, हेल्थकेयर एडमिनिस्ट्रेटर, हॉस्पिटल डीन, हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट, हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर, नर्सिंग डायरेक्टर, हेल्थकेयर ऑडिटर, एक्जीक्यूटिव असिस्टेंट आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- अपोलो अस्पताल, फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड, एम्स, टाटा मेमोरियल, मैक्स, मेडिकेयर आदि।
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस सीईटी आदि एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- प्रबंधन के सिद्धांत
- अंग्रेजी भाषा और संचार
- चिकित्सा शब्दावली - I
- हिसाब किताब
- अस्पताल और स्वास्थ्य प्रणाली - I (इतिहास और विकास)
- भाषा प्रयोगशाला
- कंप्यूटिंग लैब
सेमेस्टर 2
- अस्पताल संचालन प्रबंधन - I
- बायोस्टैटिस्टिक्स - I
- चिकित्सा शब्दावली - II
- विपणन प्रबंधन
- अस्पताल और स्वास्थ्य प्रणाली - II
- सेमिनार
- सार्वजनिक रूप से बोलना
सेमेस्टर 3
- अस्पताल संचालन प्रबंधन - II
- जैव-सांख्यिकी - II
- स्वास्थ्य अर्थशास्त्र
- मेडिकल रिकॉर्ड साइंस - I
- सूची नियंत्रण और खरीद प्रबंधन
- सेमिनार
- परियोजना कार्य
सेमेस्टर 4
- महामारी विज्ञान और स्वास्थ्य सूचना डेटा का विश्लेषण
- समर्थन और उपयोगिता सेवाएं - I
- पर्यावरण और पारिस्थितिकी
- मेडिकल रिकॉर्ड साइंस - II
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
सेमेस्टर 5
- स्वास्थ्य सेवा में गुणवत्ता
- समर्थन और उपयोगिता सेवाएं - II
- कानून
- वित्तीय प्रबंधन
- मानव संसाधन प्रबंधन
- स्वास्थ्य सेवाओं का विपणन - परियोजना प्रशिक्षण
सेमेस्टर 6
- जनसंपर्क
- चिकित्सा नैतिकता
- संगठनात्मक व्यवहार
- परियोजना कार्य
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- जॉर्ज कॉलेज, कोलकाता- फीस 75,000
- गुरु नानक प्रौद्योगिकी संस्थान (जीएनआईटी) कोलकाता- फीस 80,000
- हल्दिया प्रबंधन संस्थान, हल्दिया- फीस 60,000
- प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के कोटिबरशा संस्थान दक्षिण, दिनाजपुर- फीस 42,500
- पैरामेडिकल कॉलेज, दुर्गापुर- फीस 1,04,000
- त्रिपुरा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस, अगरतला- फीस 65,000
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, पश्चिम मेदिनीपुर- फीस 60,000
- इंस्पिरिया नॉलेज कैंपस, सिलीगुड़ी- फीस 95,000
- देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (डीजीबीआई) देहरादून- फीस 57,500
- यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज, देहरादून- फीस 75,000
- अतहर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मैनेजमेंट स्टडीज (एआईएचएमएस) नई दिल्ली- फीस 84,000
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हॉस्पिटल डीन- सैलरी 15 से 20 लाख
- हॉस्पिटल सुपरइंटिडेंट- सैलरी 15 से 20 लाख
- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर- सैलरी 3 से 15 लाख
- हॉस्पिटल बिलिंग एग्जीक्यूटिव- सैलरी 3 से 5 लाख
- एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट- सैलरी 2 से 4 लाख
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