7वां आयुर्वेद दिवस 23 अक्टूबर 2022 को दुनिया भर में बड़े पैमाने पर मनाया जाने वाला है। हमारी सबसे प्राचीन और अच्छी तरह से प्रलेखित चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए 2016 से धनवंतरी जयंती आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाई जाती रही है।
इसका मुख्य कार्यक्रम विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा और समग्र सरकारी दृष्टिकोण के रूप में अन्य मंत्रालयों के समर्थन से देश भर में इसे लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष भारतीय मिशन/दूतावास भी अपने-अपने देशों में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। आयुर्वेद दिवस 2022 की थीम 'हर दिन हर घर आयुर्वेद' है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस क्यों मनाया जाता है इतिहास
धन्वंतरि जयंती अश्विनी महीने में 13वें चंद्र दिवस पर भगवान धन्वंतरि के जन्म को मनाने के लिए मनाई जाति है। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेदिक चिकित्सा के देवता हैं, जो अपने हाथ पर अमुरुथा कलासम और आयुर्वेद पाठ लिए हुए हैं। पुराणों और वेदों में भगवान धन्वंतरि को देवताओं का वैद्य बताया गया है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि देवों और असुरों के सामने प्रकट हुए थे। आयुष मंत्रालय द्वारा 2 नवंबर 2021 को पहली राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया गया था।
मुख्य कार्यक्रम में जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा मुख्य अतिथि होंगे। इसकी अध्यक्षता आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे और संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री, आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे।
इस वर्ष का आयुर्वेद दिवस "हर दिन हर घर आयुर्वेद" की थीम के साथ मनाया जा रहा है ताकि आयुर्वेद के लाभों को बड़े और जमीनी समुदाय तक पहुंचाया जा सके। इस थीम को ध्यान में रखते ही जन संदेश, जन भागीदारी और जन आंदोलन के '3-जे' के तले गतिविधियों का संचालन किया गया और 12 सितंबर 2022 से 23 अक्टूबर 2022 तक छह सप्ताह कार्यक्रम आयोजित किए गए।
आयुर्वेद दिवस 2022 के सेलिब्रेशन के कार्य को समग्र सरकारी दृष्टिकोण के रूप में क्रियान्वित किया गया। गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों के सक्रिय सहयोग से ऐसा किया गया। विदेश मंत्रालय ने अपने मिशनों/दूतावासों के सहयोग से आयुर्वेद दिवस 2022 को वैश्विक स्तर पर ले जाने का काम किया है।
सभी आयुष संस्थानों/परिषदों ने पिछले छह हफ्तों में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लिया है। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रीय मीडिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की और आयुर्वेद दिवस मनाने की तैयारी की योजना साझा की।