Who is Satyam Kumar Youngest IITian from Bihar: आईआईटी जेईई परीक्षा को भारत में कई कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लाखों बच्चें हर साल आईआईटी में प्रवेश लेने के उद्देश्य से आईआईटी जेईई परीक्षा में शामिल होते हैं। हालांकि केवल कुछेक हजार बच्चों को ही परीक्षा में सफलता मिलती है।
देश भर में कई ऐसे बच्चें हैं जिन्होंने आईआईटी जेईई परीक्षा में एक बार असफलता मिलने के बाद दोबारा प्रयास किया और फिर तीसरी बार भी अपना प्रयास जारी रखा। कई असफलताओं के बाद सफलता मिलने की कहानी कोई अनोखी कहानी नहीं, लेकिन एक कहानी है, जिसने देश भर के आईआईटी एस्पिरेंट्स का ध्यान आकर्षित किया, जब वर्ष 2013 में बिहार के एक प्रतिभाशाली बच्चे ने महज 13 वर्ष की आयु में आईआईटी जेईई परीक्षा पास कर कीर्तिमान रच दिया।
13 वर्ष में बनें आईआईटीयन
केवल 13 वर्ष की आयु में आईआईटी जेईई परीक्षा पास कर सत्यम कुमार ने कम उम्र में आईआईटी जेईई परीक्षा क्रैक करने का रिकॉर्ड बनाया है। सत्यम कुमार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-संयुक्त प्रवेश परीक्षा यानी आईआईटी-जेईई परीक्षा में सफल होने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय और यंग आईआईटीयन के नाम से प्रसिद्ध हुए। उन्होंने 2013 में आईआईटी जेईई परीक्षा में 670वीं रैंक हासिल की थी।
कौन हैं सत्यम कुमार?
सत्यम कुमार बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं और उनके पिता एक किसान हैं। सत्यम ने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए राजस्थान के कोटा में पढ़ाई की और कड़ी मेहनत के दम पर वह आईआईटी जेईई प्रवेश परीक्षा पास करने में सफल रहे। बखोरापुर गांव के सत्यम कुमार ने दो बार जेईई में सफलता हासिल की।
पहले प्रयास में रैंक से नाखुश, फिर किया प्रयास
सत्यम पहली बार 2011 में 12 साल की उम्र में आईआईटी-जेईई के लिए उपस्थित हुए और एआईआर 8137 हासिल की, लेकिन वह रैंक से खुश नहीं थे, इसलिए उन्होंने 2012 में फिर से परीक्षा दी और एआईआर 679 के साथ जेईई में सफलता हासिल की। सत्यम कुमार बाद में आईआईटी कानपुर में शामिल हो गए। उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की डिग्री पूरी की। सत्यम को ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस, न्यूरो इंजीनियरिंग एवं मशीन लर्निंग में बेहद रुचि है।
मुझे सफल होने का भरोसा था
"मैं अपनी कम रैंक से संतुष्ट नहीं था और इसलिए फिस से आईआईटी जेईई परीक्षा देने के बारे सोचा। मैंने ठान लिया था कि दूसरे प्रयास में सफल होकर रहूंगा, मुझे सफल होने का भरोसा था। उक्त बातें सत्यम ने एक अंग्रेजी अखबार को दिये अपने साक्षात्कार के दौरान कहा था। सत्यम कुमार ने एक बार कहा था कि वह फेसबुक जैसा कुछ विकसित करना चाहते हैं।
टेक्सास विश्वविद्यालय से 24 साल में पीएचडी पूरी की
आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक-एमटेक की डिग्री पूरी करने के बाद, सत्यम कुमार अपनी पीएचडी पूरी करने के लिए ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय चले गए। सत्यम ने 2024 में 24 साल की उम्र में अपनी पीएचडी पूरी की। सत्यम कुमार के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह वर्तमान में ऐप्पल में मशीन लर्निंग इंटर्न के रूप में काम कर रहे हैं।
सत्यम के पिता किसान हैं
सिर्फ 13 साल की आयु में सत्यम कुमार ने कठिन प्रतिस्पर् परीक्षा यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (आईआईटी-जेईई) पास की। सत्यम के पिता सिद्धनाथ सिंह एक किसान हैं। बेटे की सफलता से खुश सत्यन ने मीडिया को बताया था, हमें अपने बेटे पर गर्व है। उसने इस उम्र में कुछ खास किया है।