Union Budget 2024: अंतरिक्ष सेक्टर को 1,000 करोड़ रुपये के वीसी फंड की सौगात

Union Budget 2024-25 for Space Sector: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपये का उद्यम पूंजी कोष स्थापित करेगी। इस घोषणा का उद्योग जगत ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) और पिक्सल स्पेस के प्रमुखों सहित कई हितधारकों ने कहा कि बजट 2024-25 में घोषित प्रावधानों से इस क्षेत्र की वृद्धि और विकास को बढ़ावा मिलेगा। सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा, "अगले 10 वर्षों में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को पांच गुना बढ़ाने पर हमारे निरंतर जोर के साथ 1000 करोड़ रुपये का उद्यम पूंजी कोष स्थापित किया जायेगा।"

उद्योग जगत ने इस कदम का स्वागत किया

आईएन-स्पेस के अध्यक्ष पवन गोयनका के अनुसार, 1000 करोड़ रुपये के केंद्रित उद्यम कोष की घोषणा से अंतरिक्ष क्षेत्र में नए उद्यमियों और गैर-सरकारी संस्थाओं (एनजीई) को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आईएन-स्पेस अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के विकास का समर्थन करने और एनजीई के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण करने के लिए तत्पर है।

अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए मौजूदा नीतियों के साथ फंड की आवश्यकता

गोयनका ने पीटीआई को बताया "अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए मौजूदा नीतियों के साथ फंड तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देगा और एनजीई के विशेष प्लान तैयार किया जायेगा।" बेंगलुरु स्थित स्टार्ट-अप पिक्सल स्पेस के सीईओ अवैस अहमद ने कहा कि उद्यम पूंजी कोष अभिनव स्टार्टअप और कंपनियों को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। इससे वे अपनी प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने और भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में योगदान करने में सक्षम होंगे। अहमद ने पीटीआई को बताया, "इस तरह का महत्वपूर्ण निवेश एक मजबूत और गतिशील अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।"

स्पेस स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र होगा मजबूत

वहीं चेन्नई स्थित स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने कहा कि उद्यम पूंजी कोष भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से बड़े प्रतिस्पर्धियों को उभरने में मदद करेगा। कैलीडईओ के सीओओ अर्पण साहू के अनुसार, वीसी फंड नवजात अंतरिक्ष आरएंडडी में एक महत्वपूर्ण फंडिंग गैप को संबोधित करता है और यह पहल संप्रभु क्षमताओं के निर्माण, स्थानीय आईपी निर्माण को बढ़ावा देने और नवाचार को आगे बढ़ाने में परिवर्तनकारी होगी। उद्योग निकाय भारतीय अंतरिक्ष संघ के विचार में, यह कदम इस क्षेत्र के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आईएसपीए के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट (सेवानिवृत्त) ने कहा, "1000 करोड़ रुपये के वीसी फंड की घोषणा सुनहरे भविष्य की ओर एक कदम आगे लेने के समान है। यह इस पूंजी-गहन डोमेन में इन नवजात उपक्रमों के सामने आने वाली फंडिंग चुनौतियों का समाधान करेगा।" भारत भर में 12 औद्योगिक पार्कों की स्थापना से अंतरिक्ष और उपग्रह निर्माण उद्योग को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।

अंतरिक्ष पार्कों के निर्माण की मांग

बता दें कि लंबे समय से अंतरिक्ष पार्कों के निर्माण की मांग की है। भट्ट ने कहा सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया के महानिदेशक अनिल प्रकाश ने कहा, "अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए 1000 करोड़ रुपये के उद्यम पूंजी कोष की घोषणा एक सराहनीय पहल है। यह इस महत्वपूर्ण उद्योग के भीतर नवाचार और विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी। निवेश किया गया प्रत्येक रुपया पर्याप्त रिटर्न का वादा करता है, क्योंकि अंतरिक्ष क्षेत्र में जीडीपी विकास में योगदान देने और राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।"

Union Budget 2024-25 से जुड़ी अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

English summary
The Finance Minister has announced a Rs 1,000 crore venture capital fund dedicated to the space sector in the Union Budget 2024-25. This initiative aims to boost innovation and investment in India's burgeoning space industry. The industry has warmly welcomed the move, highlighting its potential to drive technological advancements and economic growth.
--Or--
Select a Field of Study
Select a Course
Select UPSC Exam
Select IBPS Exam
Select Entrance Exam
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
Gender
Select your Gender
  • Male
  • Female
  • Others
Age
Select your Age Range
  • Under 18
  • 18 to 25
  • 26 to 35
  • 36 to 45
  • 45 to 55
  • 55+