Students can directly pursue PhD: चार साल की डिग्री कोर्स करने वाले छात्र अब सीधे सीधे नेट यानी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा या नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए उपस्थित हो सकेंगे। उक्त जानकारी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने दी। यूजीसी के अध्यक्ष के अनुसार चार साल की स्नातक के छात्र अब सीधे नेट परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकते हैं और पीएचडी कर सकते हैं।
इसके लिए योग्यता विवरण पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि जूनियर रिसर्च फेलोशिप (Junior Research Fellowship/JRF) के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए उम्मीदवारों को अपने चार साल के स्नातक पाठ्यक्रम में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड की आवश्यकता होगी।
16 जून को होगी नेट 2024 जून सत्र
पुराने नियमों के अनुसार, अब तक, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के लिए उम्मीदवार को न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती थी। इस वर्ष परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट के बजाय ऑफलाइन मोड में आयोजित की जायेगी। सभी विषयों की परीक्षा 16 जून को आयोजित की जायेगी।
सीधे नेट के लिए हो सकते हैं उपस्थित
चार साल की स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार अब सीधे पीएचडी कर सकते हैं और नेट के लिए उपस्थित हो सकते हैं।
कुमार ने पीटीआई को बताया कि ऐसे उम्मीदवारों को उस विषय में (परीक्षा के लिए) उपस्थित होने की अनुमति दी जाती है, जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं। भले ही उन्होंने जिस भी विषय में चार साल की स्नातक की डिग्री प्राप्त की हो वे नेट परीक्षा में उपस्थित होने के योग्य होंगे। यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा, "चार साल या आठ सेमेस्टर के स्नातक डिग्री कार्यक्रम में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक या जो भी ग्रेडिंग प्रणाली का पालन किया जाता है उसमें 75 प्रतिशत अंकों के समकक्ष ग्रेड होना आवश्यक है।"
श्रेणी के अनुसार भी दी गई छूट
कुमार ने कहा यूजीसी के निर्णय के अनुसार समय-समय पर यूजीसी द्वारा लिए गये निर्णयों के आधार पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए पांच प्रतिशत अंक या इसके समकक्ष ग्रेड की छूट दी जा सकती है।
आपको बता दें यूजीसी-नेट भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में "जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पुरस्कार और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति", "सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और पीएचडी में प्रवेश" और "केवल पीएचडी में प्रवेश" के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक पात्रता परीक्षा है। यूजीसी नेट जून सत्र के परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो चुकी। आवेदन प्रक्रिया अंतिम तिथि 10 मई को समाप्त होगी।