Pariksha Pe Charcha 2024 kya hai: स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संवाद कार्यक्रम के 7वें संस्करण "परीक्षा पे चर्चा 2024" के लिए मायगॉव पोर्टल पर 2.26 करोड़ लोगों का पंजीकरण दर्ज किया गया, जो देश भर के छात्रों के बीच व्यापक उत्साह को दर्शाता है। ये छात्र इस विशिष्ट कार्यक्रम में भाग लेने और प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक है।
परीक्षा पे चर्चा (Pariksha Par Charcha) भारत सरकार द्वारा छात्रों को परीक्षा की तैयारी करने और तनाव कम करने में मदद करने के लिए आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम की मेजबानी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाती है, जो देश भर के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बातचीत करते हैं।
कब शुरू हुई परीक्षा पे चर्चा? Pariksha Pe Charcha 2024 in hindi
पहली परीक्षा पे चर्चा 2018 में आयोजित की गई थी और तब से यह छात्रों के लिए प्रधानमंत्री और अन्य विशेषज्ञों से सलाह लेने का एक लोकप्रिय मंच बन गया है। इस कार्यक्रम में परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन और करियर मार्गदर्शन सहित कई विषयों को शामिल किया गया है।
परीक्षा पे चर्चा उन छात्रों के लिए एक मूल्यवान संसाधन है जो परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। यह आयोजन छात्रों को अन्य छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के अनुभवों से सीखने का अवसर प्रदान करता है। यह छात्रों को कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता के महत्व को समझने में भी मदद करता है।
Pariksha Pe Charcha 2024 का उद्देश्य
जानकारी और सलाह प्रदान करने के अलावा, परीक्षा पे चर्चा का उद्देश्य छात्रों के लिए तनाव कम करना भी है। यह आयोजन एक सकारात्मक और सहायक वातावरण बनाता है जहां छात्र प्रश्न पूछने और अपने अनुभव साझा करने में सहज महसूस कर सकते हैं।
परीक्षा पे चर्चा एक मूल्यवान पहल है जो पूरे भारत में छात्रों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल रही है। यह आयोजन छात्रों को परीक्षा की तैयारी करने, तनाव कम करने और अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद करता है।
यहां बीते वर्षों में परीक्षा पे चर्चा के कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:
- परीक्षा में सफलता के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण जरूरी है।
- छात्रों को अपनी ताकत पर ध्यान देना चाहिए और दूसरों से अपनी तुलना करने से बचना चाहिये।
- परीक्षा की तैयारी के दौरान तनाव को प्रबंधित करना और सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है।
- जरूरत पड़ने पर छात्रों को माता-पिता, शिक्षकों और गुरुओं से मदद लेनी चाहिये।
- परीक्षा पे चर्चा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक मूल्यवान संसाधन है। यह आयोजन छात्रों को उनके लक्ष्य हासिल करने में मदद करने के लिए जानकारी, सलाह और सहायता प्रदान करता है।
परीक्षा पे चर्चा 2024 का आयोजन कब होगा?
इस वर्ष, परीक्षा पे चर्चा 2024 कार्यक्रम 29 जनवरी, 2024 को सुबह 11 बजे से नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के आईटीपीओ भारत मंडपम में टाउन-हॉल प्रारूप में आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में लगभग 3000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे। मुख्य कार्यक्रम के लिए प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से दो छात्रों तथा एक शिक्षक और कला उत्सव के विजेताओं को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम की शुरुआत के बाद पहली बार देश के विभिन्न हिस्सों से एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के सौ (100) छात्र परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लेंगे।
परीक्षा पे चर्चा युवाओं के लिए तनाव मुक्त माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक बड़े आंदोलन का हिस्सा है। यह एक आंदोलन है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और समाज को एक साथ लाने के प्रयासों से प्रेरित है ताकि एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके जहां प्रत्येक बच्चे की अद्वितीय व्यक्तित्व का जश्न मनाया जाए, उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और उन्हें खुद को पूरी तरह से व्यक्त करने की छूट दी जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अग्रणी, सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक 'एग्जाम वॉरियर्स' इस आंदोलन को आगे बढ़ाने में सहायक है जो अंग्रेजी, हिंदी और अन्य प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है।
राष्ट्रव्यापी चित्रकला प्रतियोगिता में 60 हजार से अधिक बच्चों ने लिया हिस्सा
परीक्षा पे चर्चा 2024 कार्यक्रम से पहले, छात्रों के बीच परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए अनूठी पहल, राष्ट्रव्यापी चित्रकला प्रतियोगिता का को देश के 774 जिलों के 657 केंद्रीय विद्यालयों और 122 नवोदय विद्यालयों (एनवीएस) में आयोजन किया गया।
इस बड़े कार्यक्रम में 60 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस चित्रकला प्रतियोगिता की थीम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लिखित पुस्तक एग्जाम वॉरियर्स के परीक्षा मंत्रों पर आधारित थी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को महान नेता सुभाष चंद्र बोस के जीवन के बारे में प्रेरित करना और उनमें देशभक्ति की भावना पैदा करना है। यह प्रेरणादायक संदेश चित्रकला प्रतियोगिता का विषय भी था।
छात्रों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने देश भर के सभी स्कूलों में पेंटिंग प्रतियोगिता सहित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया। 12 जनवरी (राष्ट्रीय युवा दिवस) से 23 जनवरी तक मैराथन दौड़, संगीत प्रतियोगिता, मीम प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर मेकिंग और योग-सह-ध्यान सत्रों जैसी गतिविधियां आयोजित की गईं। 23 जनवरी, 2024 को छात्रों और शिक्षकों ने बड़े उत्साह और जोश के साथ चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया।