परीक्षा पर चर्चा 2023: परीक्षा के तनाव से बचने के लिए जाने पीएम द्वारा दिए मूल मंत्रों के बारे में

बोर्ड परीक्षा का समय करीब आने लगा है। कई स्कूलों में तो प्री-बोर्ड की परीक्षाएं शुरू भी हो चुकी है, वहिं कुछ स्कूलों में आयोजित की जाने वाली है। हर साल बोर्ड परीक्षा से महीनो पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों, उनके माता-पिता और शिक्षकों को संबोधित करते हैं और परीक्षा पर चर्चा की जाती है। जिसके माध्यम से वह छात्रों का मनोबल बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं और उन्हें परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव को कीस प्रकार दूर किया जाए आदि के बारे में छात्रों के साथ चर्चा करते हैं। प्रधानमंत्री द्वारा "परीक्षा पर चर्चा" की इस पहल के माध्यम से छात्रों में परीक्षा के दौरन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह परीक्षा के डर से निपटना चाहिए आदि की जानकारी दी जाती है। इस पहल से छात्र भारत के प्रधानमंत्री से बात कर पाते हैं और उनके सामने अपने प्रश्न रख पाते हैं, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। 2023 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए इस साल परीक्षा पर चर्चा में एक नई एक्टिविट शामिल की है जो माता-पिता, शिक्षकों और बच्चों के लिए है। जिसमें सभी को भाग लेने के लिए कहा गया है। इस एक्टिविट का मुख्य उद्देश्य छात्रों के लिए एक "तानाव रहित पर्यावरण" का निर्माण करना है। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी दें।

परीक्षा पर चर्चा 2023: परीक्षा के तनाव से बचने के लिए जाने पीएम द्वारा दिए मूल मंत्रों के बारे में

परीक्षा पर चर्चा

परीक्षा पर चर्चा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाया गया कार्यक्रम है। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को संबोधित करते हैं और उनसे बात कर उनके प्रश्नों के उत्तर देते हैं। परीक्षा के दौरान अक्सर ही छात्र तनाव से गुजरते हैं और इस स्थिति को देखते हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई जिसमें वह परीक्षा के तनाव से कैसे निपाटा जाए आदि के बारे में बच्चों और उनके माता-पिता से बात करते हैं।

अगर हम पिछले साल की परीक्षा के चर्चा कार्यक्रम की बात करे तो उस साल पीएम ने छात्रों को उनके सपनों को पालन करने के लिए कहा था। उन्होंने माता-पिता को संबोधित करते हुए कहा था कि ""अच्छे अंक लाने के लिए छात्रों पर शिक्षकों और माता-पिता का दबाव नहीं होना चाहिए। माता-पिता और शिक्षकों के अधूरे सपनों को बच्चों पर कभी थोपा नहीं जाना चाहिए। बच्चों को अपना भविष्य स्वतंत्र रूप से तय करने और अपने सपनों का पालन करने की अनुमति दी जानी चाहिए," परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर माता-पिता का सपना पूरा करने की होड़ में छात्र ये भूल जाते हैं कि वह खुद क्या करना चाहते थे उनके सपनों को दबाने का अर्थ या उन्हें चल रही प्रतिस्पर्धा में धकेलने से बच्चों कभी स्वतंत्र रूप से कुछ नहीं कर पाते हैं और ये स्थिति आगे उनके लिए हानिकार साबित होती है। छात्रों को पढ़ाई करने के लिए एक तनाव रहित वातावरण की आवश्यकता होती है जो उन्हें शिक्षकों और माता-पिता द्वारा प्राप्त होता है। इसलिए वह परीक्षा पर चर्चा में माता-पिता और शिक्षकों को भी बहुत महत्व देते हैं।

अपने इसी संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि "ऑनलाइन शिक्षा ज्ञान प्राप्त करने के सिद्धांत पर आधारित है जबकि ऑफलाइन शिक्षा उस ज्ञान को बनाए रखने और व्यावहारिक रूप से इसे आगे लागू करने के बारे में है।" प्रधानमंत्री ने अपने इस संबोधन में स्किल्स को देशे के लिए महत्वपूर्ण बताया औह कहा कि "प्रौद्योगिकी अभिशाप नहीं है, इसका प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए। आज छात्र 3डी प्रिंटर विकसित कर रहे हैं और वैदिक गणित के लिए ऐप चला रहे हैं। वे कुशलता से प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं,"

"एक योद्धा बनो, चिंता करने वाला नहीं"(बी ए वॉरियर नॉट ए वरियर)

परीक्षा पर चर्चा इस बार पहले से काफि अलग होने वाला है। इस साल एक एक्टिविटी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें छात्रों, माता-पिता और शिक्षकों को भाग लेने के लिए कहा गया है। इसमें छात्र प्रधानमंत्री को नमो एप के माध्यम से छात्र डायरेक्ट मैसेज कर सकते है और परीक्षा से संबंधित सवाल कर सकते हैं। इसी के साथ छात्रों को आयोजित की गई एक्टिवटी में परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए ढेरों मंत्र दिए गए है। जिसमें छात्रों को भाग लेने है और उन्हें इन मंत्रों को फॉलो करना है और अपने विचारों को व्यक्त करना हैं। आपको इसके बारे में विस्तार में बातएं।

इस एक्टिविटी में कुल 28 मंत्र दिए गए हैं जो इस प्रकार है -

1. परीक्षा का जश्न

परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है इसलिए छात्रों को कहा जता है कि परीक्षा को त्योहार की तरहा मनाए और ज्यादा चिंता न करें। और इस मंत्र में छात्रों को अपने पसंद के किसी त्योहार की तस्वीर या पेंटिंग बना के अपलोड करनी है।

2. पोस्टकार्ड टू एग्जाम

छात्रों को इसमें परीक्षा के लिए एक पोस्टकार्ड लिखना है जिसमें उन्हें बताना है कि वह परीक्षा से क्यों नहीं डरते हैं। और अपलोड करना है।

3. लाफ हार्ड कार्ड और चिल चार्ट

लाफ हार्ड कार्ड में छात्रों को अपने दोस्तों के बारे में ऐसी तीन चीजे बतानी है जो आपको हसाती हो और उन्हें परीक्षा के लिए अपने बेस्ट विशेज देनी है। वहीं चील चार्ट में आपको अपने विचार लिखने है परीक्षा के संबंध में।

4. वॉरियर नॉट का वरियर

इस सेक्शन में छात्रों को परीक्षा के वॉरियर होने की कहानी के बारे में लिखना है और बताना है कि कैसे के वरियर से आप वॉरियर बने।

5. मंत्रा 5

इस मंत्र में प्रधानमंत्री ने छात्रों को भारत के तीन सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिय रविंद्रनाथ टैगोर, एपीजे अब्दुल कलाम और सर सीवी रमन के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं। ये वो लोग थे जिन्हों कई कठिनाई को सामना किया और फिर भी शिक्षा को पिछे नहीं छोड़ा और आज ये लाखों लोगों छात्रों के रोलमॉडल है।

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English summary
Every year, months before the board exams, the Prime Minister of India, Narendra Modi addresses the students, their parents and teachers preparing for the board exams and the exam is discussed. Through which he tries to boost the morale of the students and discusses with the students about how to overcome the stress during the examination etc. Through this initiative of “Pariksha Pe Charcha” by the Prime Minister, students are given information about what things should be kept in mind during the examination and how to deal with the fear of examination etc.
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