भारत में व्हाइट कॉलर हायरिंग के लिए प्रमुख जॉब इंडेक्स 'नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स' है। हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार ये 2,666 पर रहा है, जो कि जुलाई 2023 की तुलना में अधिक है। इसमें जुलाई की तुलना में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। लेकिन अगल बात करें पिछले साल (2022) की तो इस साल 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
नई नौकरियों में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है। ये वृद्धि मुख्य रूप से तेल और गैस, एआई, हॉस्पिटैलिटी और फार्मा क्षेत्र में देखी गई है। समय के साथ इन क्षेत्रों में वृद्धि हो रही है। यदि इस साल के आंकड़ों की तुलना पिछले साल के आंकड़ों के साथ की जाए तो तेल और और गैस के क्षेत्र में 17 प्रतिशत की वृद्धि, हॉस्पिटल में 14 प्रतिशत की वृद्धि और फार्मा के क्षेत्र में 12 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
वहीं जब बात आती है फुल स्टैक एआई वैज्ञानिकों और एमएल इंजीनियरिंग जैसी संबंधित एआई भर्ती की तो वर्ष की शुरुआत की तुलना में अब इसमें क्रमश: 24 प्रतिशत से 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
नौकरी जॉबस्पीक क्या है
नौकरी जॉब स्पीक एक मासिक सूचकांक है, जो Naukri.com के बायोडाटा डाटाबेस पर भर्तीकर्ताओं द्वारा नई नौकरी की लिस्टिंग और नौकरी से संबंधित लोगों द्वारा की गई खोजों के आधार पर नौकरी बाजार में होने वाली नियुक्ति गतिविधियों की स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है। नौकरी जॉब स्पीक इंडेक्स भारत में व्हाइट कॉलर भर्ती का सबसे मजबूत और विश्वसनीय संकेतक है।
इसे साला 70 लाख से अधिक नई नौकरी के जनादेश के साथ 100,000 से अधिक ग्राहकों की होने वाली नियुक्ति गतिविधियों के आधार पर एकत्रित किया गया है। इसके 1,000 के सूचंकांक के मूल्यों के साथ जुलाई 2008 इसका आधार महीना है।
क्या कहते हैं पवन गोयल
Naukri.com के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल से संबंधित विषय में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जॉबस्पीक इंडेक्स तेल और गैस, हॉस्पिटैलिटी और फार्मा जैसी गैर आईटी क्षेत्रों द्वारा संचालित आशावादी भर्ती भावना को दर्शाता है। इसमें आईटी सेक्टर ने भी सकारात्मक संकेत दिए हैं और इस क्षेत्र में होने वाली भर्ती में वृद्धि दर्ज की जा रही है। आईटी सेक्टर में पिछले कुछ महीनों में आई गिरावट के बाद व्हाइट कॉलर जॉब मार्केट में वापस सामान्य स्थिति पर वापसी करने के संकेत है।
तेल एवं गैस, हॉस्पिटैलिटी, फार्मा और रियल एस्टेट क्षेत्र में भर्ती रुझान
पिछले वर्ष की तुलना में तेल और गैस के क्षेत्र में नियुक्तियों ने 17 प्रतिशत वृद्धि के साथ अपनी वृद्धि जारी रखी है। अहमदाबाद, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद शहरों में ये वृद्धि सबसे अधिक दर्ज की गई है। इसमें 16 वर्ष से अधिक अनुभव वाले पेशेवरों की मांग अधिक है।
हॉस्पिटैलिटी में भर्ती
हॉस्पिटैलिटी इस समय का उभरता हुआ क्षेत्र है। इसमें होने वाली भर्ती में वृद्धि दर्ज की जा रही है। पिछले साल की तुलना में इस साल हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। कोरोना के बाद से इस क्षेत्र में हुए व्यवहारिक बदलाव से लाभ मिला है। मुख्य रूप से मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में रेस्तरां प्रबंधकों, अतिथि सेवाओं और सुविधा प्रबंधकों जैसी भूमिकाओं की मांग में वृद्धि दर्ज की गई है।
फार्मा सेक्टर में भर्ती में हो रही है वृद्धि
फार्मा सेक्टर में पिछले साल की तुलना में इस साल 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। रिसर्च और डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए ये क्षेत्र आगे विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में भर्ती की होड़ मुख्य रूप से अहमदाबाद और चेन्नई में देखी जा रही है। इसमें भी 13 से 16 और 16+ आयु के उम्मीदवारों के लिए नौकरी में वृद्धि क्रमशः 16 और 38 प्रतिशत की हुई है।
एआई भर्ती में वृद्धि
जुलाई 2023 की तुलना में अगस्त 2023 में एआई सेक्टर में खुली नौकरियों की रिक्तियों में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें भी सबसे अधिक उछाल एमएल इंजीनियर और फुल स्टैक एआई वैज्ञानिकों के पदों पर देखा गया है। इसके बाद डेटा वैज्ञानिकों और डाटा विश्लेषकों सहित अन्य भूमिकाओं में वृद्धि दर्ज की गई है। लेकिन बता दें कि जुलाई की तुलना में अगस्त में बिग डेटा इंजीनियरों की मांग में 12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
आईटी सेक्टर में भर्ती की क्या है संभावना
आईटी सेक्टर भारत में तेजी से आगे बढ़ता हुआ उद्योग था लेकिन पिछले कुछ समय इस सेक्टर में निकलने वाली नौकरियों में कमी आई है। पिछले साल की तुलना में इस साल नई नौकरियों में 33 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
बीमा, ऑटो, हेल्थकेयर आदि सेक्टर भर्ती में आई कमी
आईटी सेक्टर के अलावा कई अन्य सेक्टर है जहां गिरावट दर्ज की गई है। इन सेक्टर में बीमा, ऑटो, हेल्थकेयर और बीपीओ जैसे क्षेत्र शामिल है। पिछले साल की तुलना में बीमा क्षेत्र में 19 प्रतिशत की गिरावट, ऑटो में 14 प्रतिशत की गिरावट, हेल्थकेयर में 12 प्रतिशत की गिरावट और बीपीओ में 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ सतर्क नियुक्ति भावना देखी गई है।
मिनी-महानगर में हुई नौकरी के अवसरों में वृद्धि
मिनी मेट्रो सिटी में तेजी से नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं। इन शहरों में वडोदरा शहर नौकरियों में 19 प्रतिशत की वृद्धि से सबसे आगे है। इसके बाद दूसरे और तीसरे स्थान पर अहमदाबाद और जयपुर आते हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इन दोनों शहरों में 8 प्रतिशत और 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इन शहरों में बढ़ती नौकरियों के अवसर में तेल एवं गैस और फार्मा क्षेत्र अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
अनुभवी उम्मीदवारों की हर सेक्टर में है मांग
नौकरी जॉबस्पीक सर्वे के अनुसार 16 या उससे अधिक अनुभव वाले उम्मीदवारों की मांग बढ़ रही है। पिछले साल की तुलना में उनकी मांग में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जहां एक तरफ अनुभवी उम्मीदवारों की नियुक्ति में वृद्धि हुई है वहीं दूसरी तरफ प्रवेश स्तर पर नौकरी प्राप्त करने वाले पेशेवरों की नियुक्ति में 8 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।