NEET Paper Leak: इंडिया ब्लॉक पार्टियों के छात्र संगठनों ने मंगलवार को नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और अपनी मांग दोहराई कि इसमें शामिल हुए सभी 24 लाख उम्मीदवारों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा फिर से आयोजित की जाए।
![I.N.D.I.A ब्लॉक पार्टियों के छात्र संगठनों ने नीट विवाद पर कार्रवाई की मांग की I.N.D.I.A ब्लॉक पार्टियों के छात्र संगठनों ने नीट विवाद पर कार्रवाई की मांग की](https://images.careerindia.com/hi/img/2024/07/studentunionscriticizecentreneet-n-1719943382.jpg)
यहां एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में वामपंथी समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) समेत छात्र संगठनों के राष्ट्रीय नेताओं ने समाजवादी छात्र सभा और कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के साथ मिलकर आरोप लगाया कि नीट-यूजी में धांधली के कारण लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में है।
छात्रों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को खत्म करने और परीक्षा में पेपर लीक और भ्रष्टाचार की कथित घटनाओं को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की। एनटीए ने सोमवार को 1,563 उम्मीदवारों के नतीजे जारी किए, जो 5 मई को छह केंद्रों पर परीक्षा देर से शुरू होने के कारण समय की हानि की भरपाई के लिए दोबारा परीक्षा में शामिल हुए थे।
बता दें कि बीते 5 मई की परीक्षा में पूरे 720 अंक हासिल करने वाले पांच उम्मीदवारों में से कोई भी दोबारा परीक्षा में अपने नतीजे नहीं दे सका। संशोधित परिणामों में मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शीर्ष रैंक साझा करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 67 से घटकर 61 हो गई।