MP School News Today Updates देशभर में कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते मामलों के कारण, मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को 31 जनवरी 2022 तक बंद करने का आदेश जारी किया है। मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने 17 जनवरी 2022, सोमवार को स्कूलों को बंद करने पर आपत्ति जताई। एसोसिएशन ने कहा कि मध्य प्रदेश में छात्रों की पढ़ाई ऑफलाइन रखी जा सकती है, स्कूलों को जल्द से जल्द खोला जाना चाहिए।
एमपी बोर्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने राज्य सरकार के 31 जनवरी तक स्कूलों को बंद करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने स्कूलों को ऑफलाइन कक्षाओं के लिए फिर से खोलने की मांग की। एसोसिएशन ने इंदौर में प्रेस कांफ्रेंस कर मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले को अनैतिक, अलोकतांत्रिक और एकतरफा करार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के आदेश से निजी स्कूलों के संचालकों को भारी नुकसान हो रहा है।
फ्री प्रेस जर्नल की खबर के अनुसार, एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल सोनी ने कहा कि एमपी में स्कूलों को बंद करने से आपरेटरों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों का भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी लहर में करीब 18 महीने तक स्कूल बंद रहे। जिसकी वह से स्कूल और छात्रों दोनों को काफी नुकसान हुआ था। इस दौरान छात्र लेखन की मूल बातें तक भूल गए थे।
एसोसिएशन के महासचिव अरुण खरात ने दावा किया कि एमपी बोर्ड से संबद्ध निजी स्कूलों में आमतौर पर औसत आय वर्ग के छात्र होते हैं। कई बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं के लिए एंड्रॉइड फोन और डेटा का खर्च नहीं उठा सकते हैं। उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। और, इसने अमीर और गरीब परिवारों के उन सामानों के बीच एक विभाजन पैदा कर दिया।
एसोसिएशन की सदस्य संजीवनी भवसागर ने कहा कि बच्चों के लिए ट्यूटोरियल, बाजार, मॉल और रेस्टोरेंट आदि खुले हैं, लेकिन स्कूल बंद हैं। लेकिन स्कूल बार-बार बंद किए जा रहा है। ऐसा लगता है कि सरकार जानबूझकर हमें निशाना बना रही है। एसोसिएशन ने राज्य के मुख्यमंत्री सिंह को पत्र भी लिखा है, जिसमें स्कूलों को जल्द फिर से खोलने की मांग की गई है।