आज हम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक पिंगली वेंकैया की जयंती मना रहे हैं, जिनकी प्रतिभा और देशभक्ति ने हमें हमारे राष्ट्रीय ध्वज का गौरव प्रदान किया। पिंगली वेंकैया का नाम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है, क्योंकि उन्होंने ही भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन तैयार किया था।
वेंकैया ने अपने जीवन में कई ध्वजों का डिजाइन किया, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण उनका वह डिजाइन था जिसे आज हम भारतीय तिरंगा के रूप में जानते हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वेंकैया ने विभिन्न विचारों और रंगों के साथ कुल मिलाकर लगभग 30 विभिन्न प्रकार के ध्वजों का डिजाइन तैयार किया। इनमें से हर ध्वज में देश की विविधता, संस्कृति और संघर्ष की गाथा को दर्शाने का प्रयास किया गया था।
वर्ष 1921 में, महात्मा गांधी ने पिंगली वेंकैया से एक ऐसा ध्वज डिजाइन करने का आग्रह किया जो सभी भारतीयों को एकजुट कर सके। वेंकैया ने इस चुनौती को स्वीकार किया और कई डिजाइनों के बाद उन्होंने तिरंगे को अंतिम रूप दिया, जिसे 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र भारत का आधिकारिक ध्वज घोषित किया गया।
पिंगली वेंकैया का योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अत्यधिक महत्वपूर्ण था। उनका ध्वज आज भी हमारे लिए एकता, स्वतंत्रता और गर्व का प्रतीक है। उनकी जयंती पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को याद करते हैं।