Chhattisgarh School Reopen News देशभर में कोरोनावायरस महामारी की तीसरी लहर के कारण, छत्तीसगढ़ में बंद हुए स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने कोरोना केस की समीक्षा कर रहा है। यदि आगामी चार दिनों में कोविड 19 के मामले कम होते हैं तो 14 फरवरी 2022 सोमवार से छत्तीसगढ़ के स्कूल खोलने के निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। हालांकि संक्रमण दर को ध्यान में रखकर, नियमों अनुसार स्कूल खोलने की अनुमति दी जाएगी। कक्षा 9वीं से 12वीं तक एक छात्रों के लिए 100 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जाएगा, जबकि छोटे बच्चों के लिए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जाएगा।
शिक्षा विभाग के अधिकारी कोरोना संक्रमण दर पर विशेषज्ञों के साथ बात चित भी कर रहा है। कक्षा 10वीं से 12वीं तक के ज्यादातर छात्रों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। डाक्टरों का मानना है कि दोनों डोज लगने के बाद कोरोना का खतरा कम हो जाता है। छात्रों के लिए कक्षाएं शत प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू की जा सकती है। छोटे बच्चों के लिए अभी वैक्सीन की अनुमति नहीं मिली है, इसलिए एहतियात बरतना बेहद जरूरी है। दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, छोटे बच्चों के लिए कक्षाएं 50 फीसदी क्षमता के साथ खोल सकते हैं।
बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण, रायपुर में 5 जनवरी 2022 को सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था। हालांकि स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। लेकिन इससे आगामी बोर्ड परीक्षाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने के भी आसार अधिक है। इसलिए शिक्षाविदों का कहना है कि स्कूल खुलने से आगामी बोर्ड परीक्षा में उपस्तिथ होने वाले छात्रों को फायदा होगा। छात्र स्कूल आकर पढ़ाई अच्छे से कर सकते हैं और अपने कोर्स से संबंधित समस्याओं को शिक्षक के सामने सहजता से रख सकते हैं। सीजी बोर्ड परीक्षा 2022 2 मार्च से शुरू होगी। सीजी बोर्ड टाइम टेबल 2022 आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता का कहना है कि रायपुर में कुछ निजी स्कूलों ने ऑफलाइन के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जैसे ही सरकार या शिक्षा विभाग सीजी स्कूल रीओपन के निर्देश जारी करेंगे, बच्चों की ऑफलाइन क्लास शुरू कर दी जाएंगी। बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य के कई जिलों में स्कूल पहले ही खुल चुके हैं।
वहीं सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि देशभर में कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल काफी समय से बंद है। बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही है, लेकिन इससे बच्चों को अधिक फायदा नहीं हुआ। दूसरी लहर के बाद जब कोरोना के मामले कम हुए, तो स्कूल फिर से खोले गए थे। तब बच्चों में लिखने की क्षमता कम हो गई थी, वही दिक्कत दोबारा न हो इसलिए स्कूलों को खोलना जरूरी है।