Career Scenario 2020 Jobs: अगर आप आईटी या फिर इससे संबंधित फील्ड से जुड़े हैं, तो नया साल आपके लिए उम्मीदों से भरा हो सकता है। वर्ष 2020 में डिजिटल और टेक पेशेवरों की मांग सबसे अधिक रहने वाली है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, रोबॉटिक्स, ब्लॉकचेन आदि में ट्रेंड और क्वालिफाइड लोगों की मांग 2020 में दोगुनी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसको लेकर लिंक्डइन ने द लिंक्डइन इमर्जिंग जॉब्स 2020 रिपोर्ट जारी की है, जिसके मुताबिक, ब्लॉकचेन डेवलपर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पेशलिस्ट और जावा स्क्रिप्ट डेवलपर टॉप तीन जॉब रहेंगी। इससे जाहिर होता है कि टेक जॉब का 2020 में भी बोलबाला रहेगा। वहीं, अगर नॉन टेक जॉब्स की बात करें, तो रिपोर्ट के मुताबिक कस्टमर सर्विस स्पेशलिस्ट, डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट और लीड जनरेशन स्पेशलिस्ट जैसे पेशे में अच्छी संभावनाएं रह सकती हैं।
ब्लॉकचेन डेवलपर्स
ब्लॉकचेन तकनीक की जानकारी रखने वाले पेशेवरों के लिए नए साल के साथ-साथ भविष्य के सालों में काफी संभावनाएं रहने वाली हैं। वैसे भी आजकल पूरी दुनिया में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की खूब चर्चा हो रही है। अच्छी बात यह है कि ब्लॉकचेन तकनीकी को लेकर हर सेक्टर में काम हो रहा है, जिसकी वजह से यह एक नए करियर विकल्प के तौर पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। नौकरी के लिहाज से दुनिया में जिन 20 स्किल्स की इन दिनों सबसे ज्यादा मांग है, उनमें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी दूसरे नंबर पर है। ब्लॉकचेन प्रोडक्ट्स, उन टेक मैनेजर्स, प्रॉजेक्ट मैनेजर्स और टेक आर्किटेक्ट्स के लिए भी महत्वपूर्ण हैं, जो प्रोडक्ट डेवलपमेंट और आर्किटेक्टिंग सॉल्यूशंस तैयार करते हैं। यह टेक बैंकिंग एंड फाइनेंस, लीगल और बाकी प्रोफेशनल्स के लिए भी काम की है, जो ब्लॉकचेन एप्लिकेशन से जुड़े मामलों से संबंधित हैं। ब्लॉकचेन कोडर्स को कोडिंग एक्सपीरियंस, खासकर जावा में और मैथ्स की अच्छी समझ की जरूरत होती है। कंप्यूटर साइंस की डिग्री रखने वालों के लिए इसमें अच्छा अवसर है।
एआई स्पेशलिस्ट
इन दिनों एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। इसमें कंप्यूटर को अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार अपनी प्रतिक्रिया चुनने के लिए प्रोग्राम किया जाता है। इसमें अलग-अलग परिस्थितियों के हिसाब से प्रोग्रामिंग की जाती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र की तो अभी शुरुआत हुई है। इसके भविष्य में बहुत डेवलप होने की संभावना है। इस क्षेत्र में तकनीक विकसित होने से लोगों की जिंदगी अधिक प्रोडक्टिव और क्रिएटिव होगी। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या रोबॉटिक्स में बैचलर डिग्री की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट भी इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। इसके अलावा जिन कैंडिडेट्स ने रोबोटिक्स तकनीक की पढ़ाई की है, वे रोबोट टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर कंट्रोल्ड मशीन प्रोग्रामिंग, रोबोटिक सेल्स में भी नौकरी पा सकते हैं।
वेब डेवलपमेंट
पिछले कई सालों से वेब डेवेलपमेंट हॉट करियर बना हुआ है। किसी वेबसाइट को डिजाइन करने का काम इन्हीं का होता है। आजकल जानी-मानी कंपनियां समय-समय पर प्रोफेशनल वेब डेवलपर और वेब डिजाइनर्स को रिक्रूट करती हैं। वेबसाइट्स की बढ़ती लोकप्रियता ने आजकल जॉब मार्केट में ट्रेंड वेब डेवलपर्स को एक डिमांडिंग प्रोफेशनल बना दिया है। बड़ी कंपनियां ऐसे वेब डेवलपर्स को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं, जिनके पास इससे रिलेटेड कोई डिग्री हो।
ये सेक्टर भी रहेंगे हॉट...
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन कंसल्टेंट
रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन कंसल्टेंट
रोबोटिक्स के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स के लिए आज काफी संभावनाएं मौजूद हैं। रोबोटिक्स में रोबोट की डिजाइनिंग, निर्माण और उसकी ऑपरेशन तकनीक के डेवलपमेंट पर काम किया जाता है। रोबोट को डिजाइन करना और उनके लिए कंप्यूटरीकृत एप्लिकेशन विकसित करना रोबोटिक इंजीनियर का प्रमुख काम होता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय के साथ 12 वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स रोबोटिक इंजीनियरिंग के बीई या बीटेक कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इस फील्ड में डीआरडीओ, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और इसरो सरीखे सरकारी संस्थानों में काम करने के अलावा रोबोटिक्स क्षेत्र में निर्माण और शोध गतिविधियों में लगी निजी कंपनियों में भी नौकरी के काफी अवसर हैं।
डेटा साइंस
डेटा साइंस
आज के दौर में डेटा साइंटिस्ट की गिनती बेहतरीन प्रोफेशनल्स में होती है। इस प्रोफेशन से जुड़े लोगों की डिमांड डेटा स्टोर करने वाली कंपनीज, जैसे-गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, ईबे, लिंक्डइन, फेसबुक, ट्विटर आदि में खूब होती है। खासकर सोशल नेटवर्किंग साइट्स के आने के बाद डेटा साइंटिस्ट की डिमांड काफी बढ़ गई है। डेटा साइंस में स्पेशलाइजेशन हासिल करने के बाद डेटा एनालिस्ट, सीनियर इंफॉर्मेशन एनालिस्ट, इंफॉर्मेशन ऑफिसर, डेटा ऑफिसर, सॉफ्टवेयर टेस्टर, सपोर्ट एनालिस्ट और बिजनेस एनालिस्ट आदि जॉब मिल सकती है। डेटा साइंस का विकास बिजनेस नॉलेज, कंप्यूटर साइंस और स्टैटिस्टिक्स के मेल से हुआ है। डेटा एनालिस्ट उन पेशेवरों को कहा जाता है, जिनके पास प्रोग्रामिंग, स्टैटिस्टिक्स, एप्लाइड मैथमेटिक्स और कंप्यूटर की अच्छी जानकारी होती है। डेटा एनालिस्ट बनने के लिए मैथमेटिकल नॉलेज जरूरी है। डेटा एनालिस्ट के लिए बिजनेस एनालिटिक्स से संबंधित कोर्स करना जरूरी है, जिसके लिए इंजीनियरिंग या मैथमेटिक्स या स्टेटिस्टिक्स में बैचलर डिग्री होना जरूरी है।
डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट
डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट
स्मार्टफोन और इंटरनेट का दखल बढ़ने से आज लोगों का ज्यादातर वक्त इसी पर गुजरने लगा है। लेकिन सोशल मीडिया अब सिर्फ टाइमपास का माध्यम नहीं रह गया है। इन साइट्स इसी बढ़ती पहुंच को देखते हुए आज अधिकांश ब्रांड्स ने इन सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपनी मौजूदगी भी दर्ज करानी शुरू कर दी है। इसके पीछे डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट का रोल बड़ा अहम होता है। इन्हें डिजिटल मार्केटिंग कंटेंट को तैयार करने की जिम्मेदारी होती है। इस डिजिटल युग में ऑनलाइन जॉब्स की कोई कमी नहीं है। इस क्षेत्र में आप सर्च और नेट सर्फिंग की समझ रखकर एसईओ (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन) मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, पे पर क्लिक एडवर्टाइजिंग, मोबाइल मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, डिजाइनर, डाटा एनालिस्ट/वेब एनालिस्ट, कंटेंट राइटर, कंज्यूमर रिलेशन मैनेजमेंट जैसे किसी भी फील्ड में स्पेशलाइजेशन हासिल कर अपना करियर बना सकते हैं। ऐसे लोगों की आज हर छोटी-बड़ी कंपनी में जरूरत है, क्योंकि अमूमन सभी कंपनियां अपनी ऑनलाइन उपस्थिति बढ़ाने के लिए खुद की डिजिटल मार्केटिंग टीम बना रही हैं। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए मार्केटिंग, आईटी, जनसंचार, विज्ञापन या सेल्स में डिग्री या डिप्लोमा की जरूरत है। कई संस्थान डिजिटल मार्केटिंग/सोशल मीडिया मार्केटिंग के लिए पीजी डिप्लोमा और एग्जीक्यूटिव डिप्लोमा जैसे स्पेशलाइज्ड कोर्स भी ऑफर कर रहे हैं। पीजी लेवल के इस तरह के कोर्स में प्रवेश लेने के लिए कैंडिडेट्स का ग्रेजुएट होना जरूरी है। जो युवा मार्केटिंग, मास कम्युनिकेशन या फिर ग्राफिक डिजाइन में ग्रेजुएट हैं, उनके लिए यह कोर्स ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है।
साइबर सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट
साइबर सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट
आजकल लगभग हर गतिविधि ऑनलाइन हो गई है। लोगों के हाथों में स्मार्टफोन, कंप्यूटर या लैपटॉप है, जिस पर वे पर्सनल और प्रोफेशनल हर बात शेयर करने लगे हैं। ऐसी स्थिति में ईमेल हैक करना, डाटा की चोरी, वायरस का अटैक, पासवर्ड क्रेक करना, क्रेडिट कार्ड नंबर की चोरी, सीक्रेट डाटा को चुराना जैसे साइबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए साइबर सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट की डिमांड काफी बढ़ गई है। 12वीं करने वाले स्टूडेंट्स भी इस फील्ड में करियर बना सकते हैं, लेकिन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री रखने वाले स्टूडेंट्स को ज्यादा प्राथमिकता मिलती है। कुछ संस्थानों से साइबर सिक्योरिटी में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा किया जा सकता है। कई इंस्टीट्यूट साइबर सिक्योरिटी से जुड़े सर्टिफिकेट प्रोग्राम और लॉन्ग टर्म प्रोग्राम चला रहे हैं। इस फील्ड के प्रोफेशनल्स गवर्नमेंट सेक्टर, आईटी, फाइनेंस, पावर, ऑयल एंड गैस, टेलिकॉम, एयरलाइंस, ऑनलाइन मीडिया कंपनी, सोशल मीडिया, ईमेल ऑनलाइन नेटवर्किंग कंपनीज आदि में जॉब कर सकते हैं। गूगल, याहू आदि वेब कंपनियां भी यूजर की प्राइवेसी बनाए रखने के लिए इन्हें काम पर रख रही हैं। इसके अलावा, गवर्नमेंट सेक्टर में भी एथिकल हैकर की मांग बढ़ रही है।
इस साल सुधरेगी जॉब कंडीशन
एक्सपर्ट व्यू: अनिल सेठी, करियर एक्सपर्ट
इस साल सुधरेगी जॉब कंडीशन
आजकल टेक फील्ड से जुड़ी नई स्किल की डिमांड काफी बढ़ रही है। इस फील्ड में लोगों का फ्यूचर भी अच्छा रहने वाला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020 में नए जमाने की टॉप 10 टेक स्किल्स के लिए 60 हजार से अधिक जॉब ओपनिंग होंगी। इनमें डेटा एनालिटिक्स, अमेजन वेब सर्विसेज, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, डाटा विजुअलाइजेशन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआई और ब्लॉकचेन जैसे क्षेत्रों की नौकरियां शामिल होंगी। इन सुपर-स्पेशलाइज्ड स्किल्स की मांग लगातार बनी हुई है। स्टार्टअप्स और मल्टीनेशनल कंपनियां भी अपने यहां टेक टैलेंट की संख्या तेजी से बढ़ा रही हैं। नए साल में इन क्षेत्रों में कौशल रखने वाले लोगों की मांग बढ़ेगी। इन क्षेत्र के पेशेवरों की एंट्री, मिड और सीनियर सभी लेवल्स पर हायरिंग होगी। इनको तीन लाख रुपए से एक करोड़ रुपए के बीच सालाना पैकेज ऑफर किया जा सकता है। कुल मिलाकर वर्ष 2020 में जॉब कंडीशन सुधरने की पूरी संभावना है।