Job Trends 2022-23: पढ़ाई पूरी करके नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। भारत में 59 प्रतिशत से ज्यादा नियोक्ता इस साल जुलाई से दिसंबर के बीच एंट्री लेवल जॉब्स के लिए फ्रेशर्स को हायर करेंगे। जनवरी से जून 2022 की तुलना में इस आंकड़े में 12 प्रतिशत और जुलाई से दिसंबर 2021 की तुलना में 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। टीमलीज एडटेक की करिअर आउटलुक रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अब बड़ी संख्या में रिक्रूटर्स मैनपावर में फ्रेशर्स को शामिल करना चाहते हैं। इससे पहले नौकरी डॉट कॉम की जॉब स्पीक रिपोर्ट में भी बताया गया था कि फ्रेशर्स को हायर करने में 61 प्रतिशत नियोक्ताओं की दिलचस्पी बढ़ी है।
हायरिंग प्रोसेस
कई कंपनियों ने भी अपने हायरिंग प्लान में फ्रेशर्स के लिए वैकेंसीज निर्धारित की हैं। उदाहरण के तौर पर एचसीएल वित्त वर्ष 2023 में 30 से 35,000 फ्रेशर्स को हायर करेगा। इसी तरह विप्रो भी अगले साल 30 हजार फ्रेशर्स की हायरिंग करेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक फ्रेशर्स के रिक्रूटमेंट में आने वाले सालों में भी इजाफा होगा। ऐसे में अगर आप पढ़ाई खत्म करके जॉब की तलाश कर रहे हैं तो यह आपके लिए सही अवसर है। आइए जानते हैं कैसे बनाएं खुद को जॉबरेडी।
इस तरह बनाएं खुद को जॉबरेडी
नैसकॉम के मुताबिक भारतीय आईटी इंडस्ट्री को 2026 तक 95 लाख पेशेवरों की जरूरत होगी। डिजिटल वर्कफोर्स तैयार करने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी और नैसकॉम ने फ्यूचर स्किल्स प्राइम प्रोग्राम शुरू किया है जो आईटी मैनपावर को दक्ष बनाने के लिए काम करता है। आप इससे जुड़ सकते हैं। अपग्रेड, लिंक्डइन, कोर्सेरा समेत कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं जहां आप संबंधित ऑनलाइन कोर्सेस कर सकते हैं।
इन सेक्टर में मिलेगी जॉब्स
आने वाले महीनों में एफिलिएट मार्केटिंग स्पेशलिस्ट, डेटा साइंटिस्ट, मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट, वेलनेस स्पेशलिस्ट, यूजर एक्सपीरियंस रिसर्चर जैसे जॉब रोल्स के लिए फ्रेशर्स को नौकरियां मिलेंगी। वहीं स्किल्स में प्रोडक्ट मैनेजमेंट, साइबर सिक्युरिटी, एथिकल हैकिंग, ब्लॉकचेन, बायोटेक्नोलॉजी एंड बिजनेस, एनालिटिक्स की डिमांड रहेगी। हायरिंग में आपकी लीडरशिप क्वालिटी, इमोशनल इंटेलिजेंस व क्रिएटिविटी भी देखी जाएगी। इसके साथ ही ब्लॉकचेन, बायोटेक्नोलॉजी, साइबर सिक्युरिटी, क्लाउड कम्प्यूटिंग, बिजनेस एनालिटिक्स जैसे कोर्सेस करने वाले स्टूडेंट्स को हायरिंग में प्राथमिकता मिलेगी। उल्लेखनीय है कि अकेले आईटी सेक्टर एक लाख फ्रेशर्स को हायर करेगा।
इनकी बढ़ेगी डिमांड
2026 तक 55 लाख कैंडिडेट्स ऐसे चाहिए होंगे जो क्लाउड कम्प्यूटिंग, एआई, बिग डेटा एनालिटिक्स में स्किल्ड हों। टेलिकॉम में रोबोटिक्स, क्लाउड कम्प्यूटिंग के विशेषज्ञों की जरूरत होगी। ऐसे में इनसे जुड़े विशेषज्ञों को प्राथमिकता मिलेगी।