Indian Army Recruitment Notification Agnipath Scheme Registration Details सेना ने सोमवार को अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के तहत सैनिकों को शामिल करने के लिए एक अधिसूचना जारी की। सेना ने कहा कि नए मॉडल के तहत सभी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए बल की भर्ती वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। सेना भर्ती के लिए ऑनलाइन पंजीकरण जुलाई से शुरू होगा। 'अग्निवर' भारतीय सेना में एक अलग रैंक बनाएंगे, जो कि किसी भी अन्य मौजूदा रैंक से अलग होगा।
तीनों सेना प्रमुखों की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद सेना ने रविवार को साफ कर दिया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं होगी। इसके साथ ही योजना के तहत भर्ती का कार्यक्रम जारी कर सशस्त्र बलों में इसी के माध्यम से भर्ती के सरकार के इरादे जाहिर कर दिए। सैन्य मामलों के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि सशस्त्र बलों काे इस योजना की सख्त जरूरत है। भविष्य में तीनों सेनाओं में अफसर रैंक के नीचे की सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के जरिए ही होंगी। पहले साल 46 हजार भर्ती से शुरुआत हो रही है।
अग्निपथ भर्ती 2022 का कार्यक्रम
वायु सेना भर्ती 2022: पंजीकरण-24 जून से ऑनलाइन परीक्षा-24 जुलाई से दिसंबर तक पहले बैच का नामांकन
नौसेना भर्ती 2022: विस्तृत कार्यक्रम 25 जून तक जारी होगा।
सेना भर्ती: 40,000 अग्निवीरों की भर्ती के लिए देश भर में 85 रैलियां होंगी 20 को ड्राफ्ट अधिसूचना जारी होगी।
योजना पर एक विस्तृत नोट में लिखा है कि अग्निवर को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत किसी भी अनधिकृत व्यक्ति या स्रोत को चार साल की सेवा अवधि के दौरान प्राप्त वर्गीकृत जानकारी का खुलासा करने से रोक दिया जाएगा। इस योजना के शुरू होने से भारतीय सेना के नियमित संवर्ग में सैनिकों का नामांकन, चिकित्सा शाखा के तकनीकी संवर्गों को छोड़कर, केवल उन कर्मियों के लिए उपलब्ध होगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी अवधि पूरी कर ली है।
14 जून को घोषित अग्निपथ योजना में साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों तक बनाए रखने का प्रावधान है। बाद में, सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को 23 वर्ष तक बढ़ा दिया। केंद्र की योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। नई योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले कर्मियों को 'अग्निवर' के रूप में जाना जाएगा।
सेना ने कहा कि नए रंगरूट सेना अधिनियम, 1950 के प्रावधानों के अधीन होंगे और जमीन, समुद्र या हवाई मार्ग से जहां कहीं भी जाने के लिए उत्तरदायी होंगे। इसमें कहा गया है कि अग्निवर अपनी सेवा अवधि के दौरान अपनी वर्दी पर एक "विशिष्ट प्रतीक चिन्ह" पहना होगा और इस पर विस्तृत निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। सेना ने कहा कि संगठनात्मक आवश्यकताओं और नीतियों के आधार पर, प्रत्येक बैच में उनकी अवधि पूरी होने पर, 'अग्निवर' को नियमित कैडर में नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को विभिन्न छात्र संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। बंद को विपक्षी दलों के छात्र संगठनों ने समर्थन दिया है। वहीं बंद के कारण राजधानी के प्राइवेट स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। गर्मी की छुट्टी के बाद सोमवार से स्कूल खोले जाने थे। लेकिन अधिकतर स्कूल स्थिती सामान्य होने पर मगंलवार से खोले जाएंगे। कुछ स्कूलों ने आनलाइन क्लासेस करने का फैसला लिया है।
सोमवार को भी पूर्व मध्य रेल से खुलने व गुजरने वाली ट्रेनों का परिचालन ठप रहेगा। इस क्रम में करीब 350 ट्रेनें रद्द रहेंगी। सिर्फ रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक दूसरे जोन से खुल कर पूर्व मध्य रेल होकर दूसरे जोन में जाने वाली पासिंग ट्रेनें गुजरेंगी। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को हालात की समीक्षा के बाद ट्रेनों का सामान्य परिचालन शुरू होगा। दूसरी ओर अग्निपथ के विरोध में उपद्रव को लेकर पटना जिले के 6 कोचिंग संस्थानों पर केस दर्ज किया गया है।
वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि अग्निपथ योजना के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिलेगा। जिनको योजना की जानकारी नहीं है, उनको उसके बारे में बताया जाएगा। राजनीति दलों के इशारे पर तोड़फोड़ हंगामा किया जा रहा है। युवाओं को बदनाम किया जा रहा है।