Climate Change Performance Index (CCPI) 2023 India Rank Report: जर्मनी में स्थित जर्मन वॉच, न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क ने क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) 2023 की रिपोर्ट जारी कर दी है। जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई 2023) में भारत को जी-20 देशों में सर्वश्रेष्ठ स्थान पर रखा गया है। क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) में भारत को 8वां स्थान मिला है। भारत 63 देशों की जारी रैंकिंग में यह स्थान मिला है। यह रैंकिंग कम उत्सर्जन और नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते उपयोग के आधार पर दी गई है।
इस रैंकिंग को यूरोपीय संघ और 59 देशों के क्लाइमेट परफॉर्मेंस को ट्रैक करके तैयार किया गया है। ये दुनिया में 92 प्रतिशत से अधिक ग्रीनहाउस गैस इमिशन के लिए जिम्मेदार है। इस रैंकिंग में अमेरिका 52वें, कनाडा 58वें, रूस 59वें और ईरान लास्ट (63वें) स्थान पर है जो परफॉर्मेंस में वेरी लो कैटेगरी में शामिल है। जलवायु परिवर्तन नीतियों और कार्यों पर 59 देशों और यूरोपीय संघ का आकलन करते हुए, भारत ने CCPI 2023 में 2 रैंक में सुधार किया, जिसे COP-27 में जारी किया गया।
नवंबर 2022 में सीओपी 27 में जारी सीसीपीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट में डेनमार्क, स्वीडन, चिली और मोरक्को को केवल चार छोटे देशों के रूप में दिखाया गया है, जो क्रमशः भारत से ऊपर चौथे, 5वें, 6वें और 7वें स्थान पर थे। किसी भी देश को पहली, दूसरी और तीसरी रैंक नहीं दी गई। इसलिए सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की रैंक सबसे अच्छी है।
सीसीपीआई 2023 श्रेणी
वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 92 प्रतिशत योगदान देने वाले इन 59 देशों के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन का आकलन चार श्रेणियों में किया जाता है।
जीएचजी उत्सर्जन (समग्र स्कोर का 40%)
नवीकरणीय ऊर्जा (समग्र स्कोर का 20%)
ऊर्जा उपयोग (समग्र स्कोर का 20%)
जलवायु नीति (समग्र स्कोर का 20%)
सीसीपीआई 2023 में जी20 देशों का प्रदर्शन
इस रैंकिंग में डेनमार्क को चौथी, स्वीडन को पांचवीं, चिली 6, मोरक्को 7 और भारत को 8वें स्थान पर रखा गया है। सीसीपीआई रिपोर्ट के अनुसार, भारत अपने 2030 उत्सर्जन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सही दिशा में काम कर रहा है।
सीसीपीआई 2023 कैसे मिली 8वीं रैंक
भारत ने जीएचजी उत्सर्जन और ऊर्जा उपयोग श्रेणियों में उच्च रेटिंग अर्जित की है, जबकि जलवायु नीति और नवीकरणीय ऊर्जा में भारत को माध्यम रेटिंग मिली है। नवीकरणीय ऊर्जा के तेजी से उपयोग और ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों के लिए मजबूत ढांचे की दिशा में भारत की आक्रामक नीतियों ने काफी प्रभाव दिखाया है। CCPI द्वारा दी गई रैंकिंग भारत को टॉप 10 रैंक में एकमात्र G-20 देश के रूप शामिल किया गया है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 75% से अधिक उत्सर्जन G20 के देश करते हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि G20 देशों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
सीसीपीआई 2023 पर भारत का मत क्या है
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि भारत की सीसीपीआई रैंकिंग महामारी और कठिन आर्थिक समय के बावजूद वैश्विक जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिखाए गए नेतृत्व का प्रमाण है। विश्व स्तर पर टॉप 5 रैंक यह दर्शाती है कि भारत दुनिया में कहीं भी की तुलना में अक्षय क्षमता स्थापना जैसे ऊर्जा परिवर्तन कार्यक्रमों को बहुत तेज गति से लागू कर रहा है।
क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स क्या है?
CCPI का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता बढ़ाना है और जलवायु संरक्षण प्रयासों और अलग-अलग देशों द्वारा की गई प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाता है। 2005 के बाद से सालाना प्रकाशित, जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) 59 देशों और यूरोपीय संघ के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए एक स्वतंत्र निकाय है।