UPSC Questionnaire on Solar eclipse: पूरे विश्व में सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों की अलग-अलग मान्यताएं और अवधारणाएं है। वहीं भारत में इसका अलग ही महत्व है। जहां एक ओर कुछ लोगों द्वारा इसे ज्योतिषी की नजरों से देखा जाता है तो कई लोग इसे विज्ञान की नजरों देखते हैं। सूर्य ग्रहण सांस्कृतिक और धार्मिक दोनों अवधारणाओं से जुड़ा हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में सूर्य ग्रहण से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं। भारत में सबसे बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित करवाई जाती है, जहां लाखों छात्र सिविल सेवा की की तैयारी करते हैं...
हर साल यूपीएससी की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र को जानकारी होनी चाहिए कि भूगोल विषय में से सूर्य ग्रहण से संबंधित किस प्रकार के प्रश्न परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। आज करियर इंडिया के इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे। सूर्य ग्रहण से संबंधित कुछ प्रश्नों के बारे में, आइए देखें -
जब बात आती है सूर्य ग्रहण की और इसके बारे में जानने की, तो हम भारत के सबसे बड़े खगोलशास्त्री एवं गणितज्ञ आर्यभट्ट का नाम को कैसे भूल सकते हैं, जिनके कारण सूर्य ग्रहण कैसे होता है और क्यों होता है, आदि जैसे सवालों से पर्दा उठ पाया।
आर्यभट्ट ने लोगों को ग्रहण के बारे में समझाया और उनके सामने ग्रहण को लेकर अपना विचार रखा। उन्होंने बताया कि जब सूर्य व पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है, तब सूर्य ग्रहण होता है। क्योंकि इस दौरान पृथ्वी चंद्रमा की छाया में होती है। इस प्रकार लोगों को आस्था से हट कर सूर्य ग्रहण होने के एक अलग और वैज्ञानिक कारण के बारे में जानकारी हुई।
सबसे पहले आपको बता दें कि इस साल कुल 4 ग्रहण लगेंगे। 2 सूर्य और 2 चंद्र ग्रहण। 20 अप्रैल 2023 को साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण जिसे हाइब्रिड सूर्य ग्रहण भी कहा जा रहा है, देखने को मिलेगा। इसके बाद दूसरा सूर्य ग्रहण कुंडलाकार सूर्य ग्रहण होगा। जो की सबसे दुर्लभ सूर्य ग्रहण माना जाता है। चलिए अब आपको बताएं उन प्रश्नों के बारे में जो यूपीएससी की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। जिसका आपको इंतजार है।
सूर्य ग्रहण क्या है?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। ऐसे में चंद्रमा सूर्य को कवर करता है और सूर्य ग्रहण होता है। सूर्य ग्रहण चंद्रमा और पृथ्वी की दूरी पर बहुत अधिक निर्भर करता है। सूर्य ग्रहण में कई प्रकार होते हैं, जैसे आंशिक सूर्य ग्रहण, पूर्ण सूर्य ग्रहण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण। इसमें हर प्रकार में चंद्रमा का स्थान अलग होता है। आंशिक में सूर्य का कुछ हिस्सा को ढकता है, तो पूर्ण सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से कवर करता है और कुंडलाकार में सूर्य का 97 प्रतिशत हिस्सा कवर करती है जिस कारण हमें फायर ऑफ रिंग दिखाई देती है।
यूपीएससी में सूर्य ग्रहण से संबंधित आते हैं इस प्रकार के प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक ही दिशा में आ जाते हैं तो कैसा ग्रहण लगता है?
क). चंद्र ग्रहण
ख). आंशिक ग्रहण
ग). संकर ग्रहण
घ). सूर्य ग्रहण
2. पृथ्वी की छायाओं के बारे में एक साथ मेल खाने वाले सही विकल्प का चयन करें:
क). उम्ब्रा - गहरा, मध्य भाग
ख). पेनम्ब्रा - बाहरी भाग
ग). अंतुम्ब्रा - छाया से परे आंशिक रूप से छायांकित क्षेत्र
सही विकल्प हैं:
क). केवल 1 और 2
ख). केवल 2 और 3
ग). केवल 1
घ). सभी 1, 2 और 3
3. जब प्रत्येक 18 वर्ष 11 दिन 8 घंटे में सूर्य ग्रहण का एक ही पैटर्न दोहराता है, तो इसे किस रूप में जाना जाता है:
क). नोड्स चक्र
ख). पायन चक्र
ग). सरस चक्र
घ). सरोस चक्र
4. ग्रहण से आप क्या समझते हैं?
क). पृथ्वी द्वारा प्रकाश का आंशिक या पूर्ण अवरोधन।
ख). चंद्रमा द्वारा प्रकाश का आंशिक या पूर्ण अवरोधन।
ग). एक खगोलीय वस्तु के प्रकाश का आंशिक या पूर्ण रूप से दूसरे द्वारा अवरुद्ध होना।
घ). सूर्य द्वारा प्रकाश का आंशिक या पूर्ण अवरोधन।
5. हीरे की अंगूठी किस प्रकार के सूर्य ग्रहण में होती है?
क). आंशिक सूर्य ग्रहण
ख). पूर्ण सूर्य ग्रहण
ग). कुंडलाकार सूर्य ग्रहण
घ). उपरोक्त में से कोई नहीं
वर्णनात्मक प्रश्न
1). सूर्य ग्रहण का ऐतिहासिक महत्व क्या है?
2). सूर्य ग्रहण की छवि बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक व्यूफ़ाइंडर या कैमरे की लाइव व्यू सुविधा का उपयोग करने की अनुशंसा क्यों की जाती है?
3). एक आदर्श सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य की कौन सी विशेषताएं दिखाई दे सकती हैं?
4). सूर्य के वायुमंडल में कितनी परतें हैं?
5). सूर्य ग्रहण के दौरान समग्रता का क्या अर्थ है?
6). प्रच्छाया और उपछाया का क्या अर्थ है?
7). समग्रता का "पथ" कहां है?
8). हाइब्रिड सूर्य ग्रहण से आप क्या समझते हैं?
9). वलयाकार या कुंडलकार सूर्य ग्रहण क्या है और कैसे होता है?
10). अंतुम्ब्रा क्या है?
11). वार्षिक सूर्य ग्रहण कब होता है?