Paris Paralympics 2024: कौन हैं प्रीति पाल, जिन्होंने एथलेटिक्स में भारत के लिए पहला कांस्य पदक जीता

पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में भारत की प्रीति पाल ने एथलेटिक्स में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। यह पदक प्रीति ने महिलाओं की टी35 100 मीटर स्पर्धा में जीता है जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। प्रीति की इस जीत ने उन्हें देश की नई एथलेटिक्स सनसनी बना दिया है, जो उनके कठिन परिश्रम और संकल्प का परिणाम है।

कौन हैं प्रीति पाल, जिन्होंने पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में भारत के लिए पहला कांस्य पदक जीता

कौन हैं प्रीति पाल?
प्रीति पाल का जन्म एक छोटे से गांव में हुआ था, जहां साधन और सुविधाएं बेहद सीमित थीं। बचपन से ही प्रीति ने कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। परिवार की सीमित आर्थिक स्थिति के बावजूद, प्रीति ने अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना जारी रखा। बचपन में ही उन्हें एथलेटिक्स में रुचि थी, और उन्होंने इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बना लिया।

दिव्यांगता से संघर्ष
एक गंभीर दुर्घटना के बाद प्रीति को शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। यह दुर्घटना उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ साबित हुई, लेकिन प्रीति ने इस चुनौती को अपनी ताकत में बदल दिया। उन्होंने खेलों के प्रति अपनी रुचि को बनाए रखा और एथलेटिक्स में उत्कृष्टता प्राप्त करने का संकल्प लिया। प्रीति के परिवार और दोस्तों ने उन्हें लगातार प्रोत्साहित किया, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया।

एथलेटिक्स में यात्रा
प्रीति ने एथलेटिक्स के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत जिला और राज्य स्तर के प्रतियोगिताओं से की। उन्होंने जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना ली। उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का अवसर दिया। प्रीति ने कई बार अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया और पैरालिंपिक्स के लिए खुद को तैयार किया।

पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में सफलता
पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में प्रीति पाल ने एथलेटिक्स में भारत के लिए पहला कांस्य पदक जीतकर एक नया इतिहास रच दिया। प्रीति ने जिस इवेंट में पदक जीता, वह महिलाओं की लंबी कूद (Long Jump) थी। इस प्रतियोगिता में उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, अद्वितीय खेल भावना और आत्मविश्वास के साथ अपने देश का नाम रोशन किया। प्रीति की इस जीत ने न केवल भारत को गर्व महसूस कराया, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई।

सफलता का महत्व
प्रीति की इस सफलता का महत्व केवल एक पदक तक सीमित नहीं है। यह जीत उन सभी दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। प्रीति ने यह साबित कर दिया है कि अगर व्यक्ति के भीतर दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास हो, तो किसी भी चुनौती को पार कर सफलता हासिल की जा सकती है। उनकी यह जीत समाज में दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

भविष्य की योजनाएं
प्रीति पाल की पेरिस पैरालिंपिक्स में इस शानदार जीत के बाद, उनकी नजरें भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करने पर हैं। वे न केवल खुद के लिए बल्कि अन्य दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी एक उदाहरण बनना चाहती हैं। प्रीति का सपना है कि वे आने वाले वर्षों में और भी पदक जीतकर भारत को गर्वान्वित करें और विश्व में देश का नाम रोशन करें।

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English summary
India's Preeti Pal has created history by winning a bronze medal in athletics at the Paris Paralympics 2024. Preeti has won this medal in the women's T35 100m event which is a matter of pride not only for her but for the entire country. This victory of Preeti has made her the new athletics sensation of the country, which is the result of her hard work and determination.
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