List of Earthquakes in Nepal: घटनाओं के एक विनाशकारी मोड़ में, 3 नवंबर की रात को नेपाल के उत्तर-पश्चिमी जिलों में एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें कम से कम 128 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हो गए। शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूंकप ने पहाड़ी गांवों को हिलाकर रख दिया।
भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्त और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीट की गहराई में था। जिससे व्यापक रूप से क्षति हुई और बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया।
नेपाल में आए इस भूकंप के जोरदार झटके भारत की राजधानी सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। आपको जानकर हैरानी होगी की नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है।
2015 में आया नेपाल में विनाशकारी भूकंप
यह दुखद घटना नेपाल की भूकंप-प्रवण प्रकृति की स्पष्ट याद दिलाती है। 2015 में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप अभी भी देश की स्मृति में अंकित है, जिसमें लगभग 9,000 लोगों की जान चली गई थी और लगभग दस लाख संरचनाओं को व्यापक क्षति हुई थी।
नेपाल भूकंप-प्रवण क्षेत्र क्यों है?
नेपाल मुख्य रूप से अपनी अद्वितीय भौगोलिक स्थिति और टेक्टोनिक प्लेट इंटरैक्शन के कारण भूकंप-प्रवण क्षेत्र है। कई भूवैज्ञानिक कारक क्षेत्र की भूकंपीय गतिविधि में योगदान करते हैं।
हाइड्रोकार्बन ऊर्जा एवं भू-संसाधन संस्थान के निदेशक और लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर ध्रुव सेन सिंह के अनुसार, "नेपाल हिमालय क्षेत्र में स्थित है, जिसका गठन भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच चल रहे टकराव के परिणामस्वरूप हुआ है। भारतीय प्लेट धीरे-धीरे लेकिन लगातार उत्तर की ओर बढ़ रही है और यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। इस टेक्टोनिक टकराव के परिणामस्वरूप अत्यधिक दबाव बनता है, जिससे पृथ्वी की पपड़ी में तनाव पैदा होता है।"
उन्होंने कहा, "नेपाल के दक्षिण में, भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे गोता लगा रही है, जिससे एक सबडक्शन जोन बन रहा है। इस प्रक्रिया को सबडक्शन के रूप में जाना जाता है, और यह टेक्टोनिक तनाव को बढ़ाता है और भूकंप की संभावना को बढ़ाता है।"
1255 से अब तक आए नेपाल में विनाशाकरी भूकंपों की सूची
क्रं. | वर्ष | तीव्रता | उपकेंद्र | मृतकों की संख्या |
---|---|---|---|---|
1 | 7-जुलाई-1255 | 7.8 | काठमांडू | 2,200 |
2 | 1260 | 7.1 | सागरमाथा | 100 |
3 | 1344 | 7.9 | मेची | 100 |
4 | 1-अगस्त-1408 | 8.2 | नेपाल-तिब्बत सीमा के पास | 2,500.00 |
5 | 6-जून-1505 | 8.9 | करनाली क्षेत्र | 6,000.00 |
6 | जनवरी 1681 | 8 | उत्तरी कोसी क्षेत्र | 4,500 |
7 | जुलाई 1767 | 7.9 | उत्तरी बागमती क्षेत्र | 4,000 |
8 | 26-अगस्त-1833 | 8 | काठमांडू, बिहार | 6,500 |
9 | 7-जुलाई-1869 | 6.5 | काठमांडू | 750 |
10 | 28-अगस्त-1916 | 7.7 | नेपाल, तिब्बत | 3,500 |
11 | 15-जनवरी-1934 | 8 | नेपाल, भारत | 10,700–12,000 |
12 | 27-जून-1966 | 6.3 | दोती | 80 |
13 | 29-जुलाई-1980 | 6.5 | पिथोरागढ़, भारत | 200 |
14 | 20-अगस्त-1988 | 6.9 | काठमांडू, बिहार | 1,091 |
15 | 18-सितंबर-2011 | 6.9 | सिक्किम, भारत | 111 |
16 | 25-अप्रैल-2015 | 7.8 or 8.1 | गोरखा, तिब्बत | 8,857 |
17 | 12-मई-2015 | 7.3 | डोलखा | 213 |
18 | 9-नवंबर-2022 | 5.7 | दोती | 6 |
19 | 11-नवंबर-2023 | 6.4 | जाजरकोट | 69 |
कृपया ध्यान दें कि बचाव अभियान जारी है इसलिए 2023 मृतकों की संख्या में परिवर्तन हो सकता है।
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