प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद से यह द्वीप समूह पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन गया है। मालदीव्स के मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणी के बाद से दूतावासों में भी हलचल देखने को मिल रही है। वहीं देश भर के लोग लक्षद्वीप को सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। ऐसे में इस द्वीप समूह के बारे में सामान्य ज्ञान भी जरूरी है। जी हां, इस हलचल को देखते हुए यह साफ है कि इस साल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षाओं में लक्षद्वीप से जुड़ा एक सवाल तो पक्का आयेगा।
तो आपकी जनरल नॉलेज को बेहतर बनाने के लिए और परीक्षा में इस द्वीप से जुड़े सवालों के तत्पर जवाब के लिए हम आपके लिये लक्षद्वीप के बारे में वो तथ्य लेकर आये हैं, जो यहां पहली बार हुए।
लक्षद्वीप में पहली बार -
- लक्षद्वीप के द्वीपों का उल्लेख पहली बार पहली शताब्दी ईस्वी में एक यूनानी नाविक ने कछुए के खोल के स्रोत के रूप में किया था।
- लक्षद्वीप के द्वीपों पर बसने वाले पहले लोग नंबूदरी या नायर लोग थे, जो केरल से वहां गये थे।
- प्राचीन काल में स्थानीय परंपराओं का उल्लेख केरल के अंतिम चेरा राजा चेरामन पेरुमल के काल की हैं।
- द्वीप पर जाने वाले पहले यूरोपीय खोजकर्ता मार्को पोलो थे।
- वर्ष, 1878 में इन द्वीपों के इतिहास में पहली बार भूमि का सर्वेक्षण किया गया और प्लॉटिंग की गई।
- इस द्वीप पर पहली बार कानून व्यवस्था 1912 में ब्रिटिशों द्वारा लागू की गई थी। तब ब्रिटिश इस द्वीप को भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत लाये थे।
- ब्रिटिश काल में 1912 में पहली बार यहां अदालत शुरू हुई जो कि केरल उच्च न्यायालय की एक शाखा थी।
- भूगोल की बात करें तो द्वीपों की सामान्य विशेषताओं का वर्णन 1959 में जोन्स द्वारा किया गया था।
- "इस्सातुल इस्लाम जुमा मस्जिद" लक्षद्वीप की पहली मस्जिद है, जबकि पहला मदरसा मिफ्तानुल है, जो अगत्ती द्वीप पर बना हुआ है।
- 1 नवंबर 1956 को यह द्वीप केंद्र शासित प्रदेश बना और 1973 में इस द्वीप का नाम लक्षद्वीप रखा गया।
- लक्षद्वीप में पहला पुलिस स्टेशन 1958 में मिनिकॉय में स्थापित किया गया था। बाद में 1964 में कवरत्ती, अमिनी और एंड्रोथ में तीन और स्टेशन बनाये गये।
- स्वतंत्रता के बाद भी यहां भू-राजस्व अथवा भूमि कर की व्यवस्था नहीं थी। 1959 में पहली बार भूमि सर्वेक्षण और बंदोबस्त शुरू किया गया था।
- स्वतंत्रता के बाद यहां पहला न्यायालय वर्ष 1967 में स्थापित किया गया।
- बी. अमानुल्ला पहले द्वीप न्यायिक अधिकारी थे। उन्होंने वर्ष 1978 में मुंसिफ के रूप में लक्षद्वीप न्यायपालिका में प्रवेश किया था।
- सैंटा नायर (1979) लैकाडिव सागर की सूक्ष्मजीवी विशेषताओं का पता लगानी वाली वैज्ञानिक थीं।
- 6 अप्रैल 1990 को पहली बार एक लोकतांत्रिक व्यवस्था के साथ जोड़ा गया और लक्षद्वीप परिषद पंजीकरण 1988 के तहत द्वीप परिषदों का गठन किया गया।
- दिसंबर 2022 में, द्वीप पर पहली महिला न्यायिक अधिकारी की नियुक्ति हुई।
- 2021 में महात्मा गांधी के 152वें जयंती समारोह के अंतर्गत लक्षद्वीप में बापू की पहली प्रतिमा स्थापित की गई।
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English summary
Here is the important notes about Lakshadweep for UPSC, Banking, Railway and other competitive exams. Read what happened first time on the Island.