विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1980 में हुई थी और उसी साल पहला विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया था। 1980 में मनाए गए विश्व पर्यटन दिवस को एक थीम के साथ मनाया गया था जो थी "सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और शांति और आपसी समझ के लिए पर्यटन का योगदान" तभी से हर साल इस दिन को एक थीम के साथ मनाया गया। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य टूरिज्म के प्रभाव को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाना है। टूरिज्म दुनिया को आपस में जोड़ता है और एक दूसरे कल्चर के बारे में ज्ञान देता है इतना ही नहीं इस दिवस को सतत विकास के 2030 के एजेंडे में दी गई वैश्विक चुनौती के बारे में जागरुकता फैलाता है। इसकी के साथ पर्यटन उद्योग और सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयासों को बढ़ाता है। इस दिवस की शुरुआत यूनाइटेड नेशन वर्लड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन - यूएनडब्लूटीओ द्वारा की गई थी। घूमने फिरने वालों के लिए भारत एक अच्छा पर्यटन क्षेत्र है। विविधताओं से भरा ये देश सभी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है हर साल लाखों लोग भारत की यात्रा के लिए आते हैं। टूरिज्म मंत्रालय द्वारा जार एक डाटा के अनुसार 2017 में करीब 10.04 मिलियन फॉरन टूरिस्ट भारत घूमने आए थे। हर साल ये नंबर बढ़ता जा रहा है। इस तरह टुरिस्ट संख्या बढ़ने से भारत में टूरिज्म के क्षेत्र में रोजगार की बढ़ौतरी हो रही है। ये भी एक अहम कारण है की विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। आइए इस दिवस के बारे में थोड़ा और विस्तार से जाने।
भारत में इस साल विश्व पर्यटन दिवस राजस्थान के पर्यटन विभाग द्वारा राजस्थान की सभी स्मारकों पर आने वाले पर्यटकों का स्वागत तिलक लगा के और माल्यर्पण करके किया जाने वाला है। ये बात पर्यटन विभाग के डेप्यूटी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताई। इसी के साथ एक हैरिटेज वॉक का भी आयोजन किया जाएगा। इस हैरिटेज वॉक का आयोजन 27 सितंबर 2022 को सुबह 7 बजे से 8 बजे तक के किया जाएगा।
यूनाइटेड नेशन वर्लड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन
विश्व पर्यटन दिवस के बारे में जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि इस दिवस की शुरुआत करने वाली ऑर्गेनाइजेशन के बारे में जानना आवश्यक है। यूनाइटेड नेशन वर्लड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना आज से 46 साल पहले नवंबर 1975 में हुआ था। इस ऑर्गेनाइजेशन का मुख्य उद्देश्य जिम्मेदार, टिकाऊ और सुलभ पर्यटन को बढ़ावा देना है इसी के साथ ये ऑर्गेनाइजेशन आर्थिक विकास, समावेशी विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के रुप में पर्यटन को आगे बढ़ाना है। इसका मुख्यालय मैड्रीड, स्पेन में स्थित है। यूनाइटेड नेशन वर्लड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने ही साल 1980 में विश्व पर्यटन दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की। यह पर्यटन के क्षेत्र में पर्यटन नीतियों और ज्ञान को बढ़ाने का नेतृत्व करता है। आइए अब विश्व पर्यटन दिवस के बारे में जाने।
विश्व पर्यटन दिवस का इतिहास
विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत वर्ष 1980 में हुई थी। यूनाइटेड नेशन वर्लड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने टोरेमोलिनोस, स्पेन में अपने तीसरे सत्र में इस दिवस को मनाने का फैसला लिया था। तभी से हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। 27 सितंबर की तिथि को इस दिवस को मनाने के पीछे के कारण ये है कि इसी दिन 1970 में यूएनडब्लूटीओ की विधियों को अपनाया गया था। उसके पांच साल बाद यूएनडब्लूटीओ की स्थापना वर्ष 1975 में हुई और इसके पांच साल बाद विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत हुई। वर्ष 1997 में यूएनडब्लूटीओ इस्तांबुल, तुर्की में अपने पांचवे सत्र में िस बात का निर्णय लिया की हर साल कोई एक देश विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी करेगा। इसके बाग साल 2003 में बीजिंग में यूएनडब्लूटीओ के पंद्रहवें सत्र में विश्व पर्यटन दिवस समारोह को भौगोलिक क्रम का पालन कर हर सला मेजबानी करने का फैसला लिया। इस क्रम के अनुसार 2019 में भारत को विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी करने का मौका मिला। उस साल इस दिवस की थीम थी "पर्यटन और रोजगार : सभी के लिए बेहतर भविष्य"। इस साल (2022) में इस दिवस की मेजबानी इंडोनेशिया द्वारा किया जाएगा।
विश्व पर्यटन दिवस की थीम ( 2012 से 2022)
वर्ष | देश का नाम | थीम |
2022 | इंडोनेशिया | पुनर्विचार पर्यटन |
2021 | आइवरी कोस्ट | समावेशी विकास के लिए पर्यटन |
2020 | मर्कोसुर अर्जेंटीना ब्राज़िल परागुआ उरुग्वे चिली (सदस्य सहयोगी) | पर्यटन और ग्रामीण विकास |
2019 | भारत | पर्यटन और नौकरियां: सभी के लिए एक बेहतर भविष्य |
2018 | हंगरी | पर्यटन और डिजिटल परिवर्तन |
2017 | कतर | सतत पर्यटन - विकास के लिए एक उपकरण |
2016 | थाईलैंड | सभी के लिए पर्यटन - सार्वभौमिक पहुंच को बढ़ावा देना |
2015 | बुर्किना फासो | 1 अरब पर्यटक, 1 अरब अवसर |
2014 | मेक्सिको | पर्यटन और सामुदायिक विकास |
2013 | मालदीव | पर्यटन और पानी: हमारे आम भविष्य की रक्षा |
2012 | स्पेन | पर्यटन और सतत ऊर्जा: सतत विकास को शक्ति देना |