विश्व के 8 अजूबों में शामिल ताज महल भारत का एक महत्वपूर्ण आकर्षण का केंद्र है। जिसको देखने हर साल 7 से 8 मिलियन पर्यटक आते हैं। इस संख्यान में 0.8 मिलियन से अधिक पर्यटक विदेश के देशों से आते हैं। इतना ही नहीं जब किसी देश के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री भारत द्विपक्षीय वार्ता के लिए आते हैं तो इसमें उनकी ताज यात्रा शामिल रहती है। हाल के कुछ सालों की बात करें को कनाडा का के प्रधानमंत्री 2018 में जब अपने पूरे परिवार के साथ भारत आए तब उनकी इस यात्रा में ताज महल का दौरा भी शामिल था। वहीं 2020 में अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी पत्नी, बेटी और दमाद के साथ भारत की यात्रा की थी और उनके इस दौरे में वह सभी ताज महल देखने आगरा पहुंचे थें।
प्रतिवर्ष भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित ताज महल के पास ताज महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दिवस की शुरुआत भारत के पर्यटन विभाग द्वारा की गई थी। ताज महोत्सव को पूरे 10 दिन के लिए मनाया जाता है। जिसमें भारत के सभी शिल्पकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका प्राप्त होता है।
ताज महोत्सव में सबसे अधिक आकर्षित वहां के फूड स्टॉल करते हैं, जहां आपको आगरा के खाने का लुफ्त उठाने को मिलता है। जिसके खाने और इस महोत्सव को देखने लाखों लोग आते हैं। पीछले साल (2021) की बात करें तो ताज महोत्सव में 29,81,765 पर्यटक शामिल हुए थे। जिसमें घरेलु पर्यटकों की संख्या 29,62,324 और विदेश के पर्यटकों की संख्या 19,441 थी। आइए आपको इस लेख के माध्यम से बताएं की ताज महोत्सव की शुरुआत कैसे हुई।
ताज महोत्सव की शुरुआत कब हुई?
प्रतिवर्ष ताज महोत्सव का आयोजन 18 फरवरी से 27 फरवरी के लिए किया जाता है। ये 10 दिवसीय कार्यक्रम है। जिसमें कई तरह के कार्यक्रम शामिल किए जाते हैं और फूड स्टॉल शामिल होते हैं। ताज महोत्सव की स्थापना 1992 में की गई थी। उसी दिन से हर साल इस महोत्सव को धूम-धाम से मनाया जाता है। जिसे भारतीय नागरिकों के साथ-साथ विदेश के पर्यटक भी शामिल होते हैं और इस महोत्सव का लुफ्त उठाते हैं।
ताज महोत्सव का आयोजन भारत के पर्यटन विभाग द्वारा की जाती है। जिसमें भारत की समृद्ध कला, शिल्प कला, संस्कृति, खान-पान, संगीत और नृत्य का प्रदर्श किया जाता है। इस महोत्सव में शामिल हर कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र है, लेकिन महोत्सव में सबसे अधिक आगरा का खाना आकर्षित करता है। जहां आपको आगरा की पाक कला देखने को मिलता है।
ताज महोत्सव में 400 से अधिक प्रसिद्ध शिल्पकारों के स्टॉल होते हैं और 15 के आस-पास फूड स्टॉल शामिल होते हैं। इन प्रसिद्ध शिल्पकालों में सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी, मुरादाबाद के पीतल और अन्य धातु के बर्तन, बदोही के हस्तनिर्मित कालीन, खुर्जा के नीले मिट्टी के बर्तन, लखनऊ के चिकन के काम, वाराणसी के रेशम, खुर्जा के मिट्टी के बर्तन, कश्मीर/गुजरात के शॉल और कालीन, फर्रुखाबाद से हाथ से छपाई, तमिलनाडु से लकड़ी/पत्थर की नक्काशी, उत्तर पूर्व भारत से बांस/बेंत का काम, पश्चिम बंगाल से कांथा सिलाई, और दक्षिण भारत से पेपर और मैश का कार्य शामिल है।
इसके बाद ताज महोत्सव में लोकनृत्य और शास्त्रिय संगीत का आयोजन किया जाता है। जैसा की आपको बताया गया की ताज महोत्सव के हर कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र यहां का फूड फेस्टिवल होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के पकवान शामिल है। वहीं बच्चों के मनोरंजन के लिए कई सारी राइड्स और झूले भी जैसे रोलर कोस्टर, मीरा-गो-राउंड ट्रेन की सवारी आदि।
ताज महोत्सव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
दिनांक - 18 फरवरी से 27 फरवरी 2023
संस्थान - ताज महल के पूर्वी द्वार के निकट स्थित शिल्पग्राम पर आयोजित किया जाएगा।
टिकट का विवरण
- 50 रुपये प्रति व्यक्ति टिकट है।
5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए टिकट फ्री है।
- ताज महोत्सव में विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट का कोई शुल्क नहीं है।
- स्कूल की यूनिफॉर्म में 100 बच्चों के समूह के लिए टिकट का शुल्क 500 रुपये है और साथ आए 2 शिक्षकों की टिकट निशुल्क है।
नोट - महोत्सव में शामिल होने वाले लोगों को बता दें कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए अलग से किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना है।
साथ ही साथ आपको बता दें कि ताज महोत्सव की टिकट महोत्सव के संस्थान के सभी प्रवेश द्वारों के काउंटर पर उपलब्ध है।
ताज महल पर सालाना होने वाला खर्चा
ताज महल भारत के साथ -साथ विश्व की सबसे अधिक खूबसूरत मानने वाले स्मारकों में से एक है जिसके देखने हर साल लाखों आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सन् 1631 में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनाए गए और 17 हेक्टेयर यानी 42 एकड़ में फैले ताज महल के रखरखाव में प्रतिवर्ष कितना खर्चा किया जाता है। आइए आपको पीछले कुछ सालों के खर्चों के बारे में जानकारी दें।
वर्ष | खर्चा (रुपये) |
2014-15 | 39020190.00 |
2015-16 | 32837534.00 |
2016-17 | 45045819.00 |
2017-18 | 33842927.00 |
2018-19 | 54834582.00 |
ताज महल से प्राप्त होने वाला रेवेन्यू
ताज महल विश्व के 8 अजूबों में शामिल है जिसे देखने सालाना लाखों लोग भारत आते हैं। पर्यटन का मुख्य केंद्र माने जाना ताज महल सालाना कितना रेवेन्यू जनरेट करता है ये आपके लिए जानना आवश्यक है। यहां नीचे दी गइ लिस्ट में आपको बीते कुछ सालों में जनरेट हुए रेवेन्यू की जानकारी दी गई है।
वर्ष | विजिटर्स | रेवेन्यू |
2014-15 | 6089901 | 212355330.00 |
2015-16 | 5070573 | 179227050.00 |
2016-17 | 6177196 | 550929860.00 |
2017-18 | 6565627 | 587604981.00 |
2018-19 | 7090207 | 864893100.00 |
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