Birthday Special: कितने पढ़ें- लिखें हैं सुनिल छेत्री? जानिए उनकी शिक्षा, करियर और उपलब्धियों के बारे में

सुनील छेत्री का जीवन और करियर भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने न केवल अपने खेल से भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि अपने अनुशासन, मेहनत और समर्पण से एक मिसाल कायम की है। उनके जन्मदिन पर, हम उनके शानदार करियर और उपलब्धियों को सलाम करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

बता दें कि सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को तेलंगाना के सिकंदराबाद में हुआ था। उनका परिवार सेना से जुड़ा हुआ था, इस कारण उनका प्रारंभिक जीवन विभिन्न स्थानों पर बीता।

कितने पढ़ें- लिखें हैं सुनिल छेत्री? जानिए उनकी शिक्षा, करियर और उपलब्धियों के बारे में

शैक्षणिक करियर

सुनिल छेत्री ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गंगटोक और कोलकाता में पूरी की। खेल में उनकी रुचि बचपन से ही थी और उनके माता-पिता ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया। उन्होंने दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की और फुटबॉल में अपने करियर कि शुरुआत की।

करियर की शुरुआत

सुनील छेत्री ने अपने करियर की शुरुआत 2002 में मोहन बागान से की थी, जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके बाद उन्होंने 2005 में जेसीटी मिल्स, फगवाड़ा के साथ करार किया और वहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनका उत्कृष्ट खेल जल्द ही सभी का ध्यान आकर्षित करने लगा और वे भारतीय फुटबॉल के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बन गए।

अंतर्राष्ट्रीय करियर

सुनील छेत्री का अंतर्राष्ट्रीय करियर 2005 में शुरू हुआ जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच खेला। उन्होंने अपने खेल से भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके नेतृत्व में, भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जीते। छेत्री ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए और आज भी वे भारतीय फुटबॉल के शीर्ष गोल स्कोरर हैं।

प्रमुख उपलब्धियां

सुनील छेत्री ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए 100 से अधिक मैच खेले हैं और 70 से अधिक गोल किए हैं। उन्होंने आई-लीग, इंडियन सुपर लीग (ISL) और कई अन्य टूर्नामेंट में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उनके नेतृत्व में, बेंगलुरू एफसी ने कई बार आई-लीग और ISL जीता है।

व्यक्तिगत जीवन

सुनील छेत्री का व्यक्तिगत जीवन भी उतना ही प्रेरणादायक है जितना उनका खेल करियर। उन्होंने 2017 में सोनम भट्टाचार्य से विवाह किया, जो पूर्व भारतीय फुटबॉलर सुब्रत भट्टाचार्य की बेटी हैं। छेत्री हमेशा अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और वे अपने खेल के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।

सुनील छेत्री ने यह साबित कर दिया है कि अगर सपनों को पाने की चाहत हो और मेहनत का जज्बा हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं, सुनील छेत्री!

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English summary
Sunil Chhetri's life and career are a source of inspiration for Indian youth. He has not only taken Indian football to new heights with his game but has also set an example with his discipline, hard work and dedication. On his birthday, we salute his illustrious career and achievements and wish him a bright future.
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