भारत में ग्रहण कब है? ये प्रश्न शायद आपको साल भर में कई बार सुनने को मिले। क्योंकि भारत में ग्रहण को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है, इसलिए ग्रहण कब-कब लगेंगे, यह जानना जरूरी है। ग्रहण यानी सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण। ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस समय कई घरेलू कार्य, जैसे खाना बनाना या खाना, पूजा पाठ करना आदि पर रोक होती है। हालांकि भारत में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं।
अब सवाल ये उठता है कि आने वाले साल में कुल कितने और कब-कब ग्रहण लगेंगे। खगोलशास्त्रियों के अनुसार, नए साल में कुल चार ग्रहण लगेंगे। इनमें से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। भारत में ग्रहण का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में इसे दैवीय घटना माना जाता है, जबकि खगोलशात्र में ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब एक खगोलीय पिंड यानी पृथ्वी, चंद्रमा, या सूर्य, दूसरे खगोलीय पिंड की छाया में आ जाता है, तो इस घटना को ग्रहण कहते हैं। मुख्य रूप से दो प्रकार के ग्रहण होते हैं, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण।
सूर्य ग्रहण, यह तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का कुछ हिस्सा या पूरा हिस्सा ढक जाता है। वहीं जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, उस समय पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रमा आंशिक या पूर्ण रूप से ढक जाता है, इस घटना को चंद्र ग्रहण कहते हैं। इन दोनों घटनाओं का विज्ञान, ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं में विशेष स्थान है।
आइए नए साल 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के बारे में जानें विस्तार से।
1. चंद्र ग्रहण
तिथि: 13 - 14 मार्च 2025 (गुरुवार-शुक्रवार)
प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहण
समय: भारतीय समय अनुसार, पहला चंद्र ग्रहण सुबह 10 बजकर 39 मिनट से दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक यानी कुल 3 घंटे 38 मिनट का होगा। इस दौरान पूर्ण चंद्र ग्रहण सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 1 बजकर 1 मिनट यानी कुल 1 घंटा का होगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
किन किन जगहों पर दिखेगा: नए साल पर पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण लगेगा। यह मुख्य रूप से यूरोप, एशिया के कुछ भाग, ऑस्ट्रेलिया के कुछ भाग, अफ्रीका के कुछ भाग, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका में दिखाई देगा। साल का पहला चंद्र ग्रहण ब्लड मून पर लगने जा रहा है।
2. सूर्य ग्रहण
तिथि: 29 मार्च 2025 (शनिवार)
प्रकार: आंशिक सूर्य ग्रहण
समय: भारतीय समय अनुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से शाम 6 बजकर 13 मिनट तक यानी कुल 3 घंटे 50 मिनट का होगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
किन किन जगहों पर दिखेगा: नए साल पर पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह मुख्य रूप से यूरोप, उत्तरी एशिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका का अधिकांश भाग तथा उत्तरी दक्षिण अमेरिका के कुछ भाग में दिखाई देगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
3. चंद्र ग्रहण
तिथि: 7- 8 सितंबर 2025 (रविवार-सोमवार)
प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहण
समय: भारतीय समय अनुसार, साल का दूसरा चंद्र ग्रहण का आंशिक रूप 7 सिंतबर को रात 9 बजकर 57 मिनट से 8 सितंबर रात 1 बजकर 26 मिनट तक यानी कुल 2 घंटे 07 मिनट का होगा। इस दौरान पूर्ण चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 1 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 23 मिनट यानी कुल 1 घंटे 22 मिनट का होगा।
किन किन जगहों पर दिखेगा: साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अमेरिका के कुछ हिस्से और हिंद महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। भारतीय खलोग प्रेमियों को बता दें कि साल का दूसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। यदि मौसम साफ रहा तो यह अद्भुद चंद्रग्रहण का नजारा हर जगह से देखा जा सकता है। बता दें कि कुछ स्थानों से पूरा ग्रहण दिखाई देगा, जबकि अन्य क्षेत्रों में ग्रहण के दौरान चंद्रमा उदय या अस्त देखा जा सकता है।
4. सूर्य ग्रहण
तिथि: 21 सितंबर 2025 (रविवार)
प्रकार: आंशिक सूर्य ग्रहण
समय: भारतीय समय अनुसार, साल का दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को रात 11 बजे से 22 सिंतबर सुबह 3 बजकर 24 मिनट तक यानी कुल 4 घंटे 24 मिनट का होगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
किन किन जगहों पर दिखेगा: साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह मुख्य रूप से दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत, अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। हालांकि, भारत में यह खगोलीय घटना दृश्यमान नहीं है।