Teachers Day 2023: राष्ट्रीय स्तर पर भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है और विश्व स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को। शिक्षक समाज निर्माण और युवाओं के भविष्य के निर्माण में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। निस्वार्थ होकर अपना पूरा ज्ञान अपने छात्रों को देना चाहते हैं। बिना किसी शिकायत के अपना काम पूरी ईमानदारी से करते आए हैं।
उनके इसी योगदान का सम्मान करने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस के दिन अपने शिक्षकों को उनकी भूमिका के लिए हम सभी धन्यवाद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक शिक्षक की जिंदगी कितना कठिनाइयों से भरी होती है। सुबह से शाम तक बच्चों को पढ़ाने की चक्कर में शिक्षक अक्सर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते हैं और बीमार पड़ने लगते हैं।
शिक्षकों का काम केवल मानसिक नहीं होता है बल्कि शारीरिक भी होता है। 6 घंटे तक खड़े रहकर पढ़ाना और फिर 1 से 2 घंटे स्कूल आने जाने के ट्रैवल में खड़े रहना उनके शारीरिक रूप से थका देता है। पैरों में दर्द आदि परेशानियों से बचने के लिए वह क्या कर सकते हैं क्या नहीं आइए आपको बताएं...
शिक्षक के अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य के क्या है डॉक्टर की राय
शिक्षकों के स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों के बारे में जानने के लिए और उन्हें अच्छी एडवाइस देने के लिए हमने हड्डीयों के स्पेशलिस्ट (Orthopedic) डॉक्टर हिमांशु तिवारी (Himansu Tewari) से बात की और उनसे शिक्षकों की शारीरिक स्वास्थ्य और परेशानियों पर चर्चा की, आइए आपको बताएं उनका क्या कहना है।
प्रश्न - ओपीडी में आम-तौर पर आपके पास कितने शिक्षक पैर दर्द आदि से संबंधित समस्याएं लेकर आते हैं?
उत्तर - रेगुलर बेसिस पर बात करें तो 3 से 4 ऐसे लोग होते ही हैं, जो शिक्षक या शैक्षणिक पृष्ठभूमि से आते है।
प्रश्न - मुख्य तौर पर ये आपके पास किन परेशानियों के चलते आते हैं?
उत्तर - हमारे पास आने वाले सारे युवा शिक्षक ज्यादातर पैर, घुटनों, कंधे, गर्दन में दर्द, टेनिस एल्बो और एडियों में दर्द आदि से परेशान होते हैं। ये लंबे समय तक खड़ा रहने, एक हाथ का प्रयोग ब्लैक बोर्ड अधिक प्रयोग होने के कारण होता है।
लंबे समय तक लगातार खड़े रहने से पैर, रीड्ड की हड्डी, घुटनों में दिक्कत, घुटनों का घिसना, स्पोंडिलोसिस जल्दी होना शिक्षकों में आज के समय में आम सी बात हो गई है।
प्रश्न - इससे बचने के लिए सबसे आसान तरीका क्या हो सकता है?
उत्तर - ये सारी परेशानियों मुख्य तौर पर हमारे शहरी जीवन की दिक्कतें है। कॉन्क्रिट रोड पर चलना या खड़े रहना, सीढियां चढ़ना उतरना, एक्सरसाइज न करना, वजन का बढ़ना आदि शिक्षकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इस स्थिति से बचने के लिए आपको अपना परिश्रम पदचिह्न यानी Exertion Footprint को कम करने की आवश्यकता है।
हर एक व्यक्ति की काम करने की क्षमता (Capacity) अलग-अलग होती है। इस क्षमता को समझना बहुत आवश्यक है। बिना इस क्षमता को समझें जब आप काम करते हैं तो ये सारी दिक्कत आनी लाजमी हो जाती है। इसके लिए आपको अपने घर के काम और प्रोफेशनल काम को बैलेंस करने की जरूरत है।
इन परेशानियों से बचने के सबसे अच्छा तरीका है, आप अपने वजन को कंट्रोल करें, सॉफ्ट स्पोर्ट्स जुते (Soft Sports Shoes), नियमित रूप से चलना, व्यायाम करना, सीढ़ियों का उपयोग कम करना, 6-6 घंटे खड़ा रहना, घंटों तक बैठे रहना कमर और घुटनों के लिए बुरा माना जाता है।
प्रश्न - 6 घंटे के स्कूल के बाद, 4 घंटे का ट्रैवल और 8 घंटे की नींद के अनुसार उनके पास समय होता है केवल 4 घंटे का ऐसे में वो न ज्यादा बैठ सकते ना खड़े हो सकते तो वो करें क्या?
उत्तर - टीचर्स में भी खराब शारीरिक स्वास्थ्य से अधिक प्रभावित महिला शिक्षक होती हैं। इसमें उनके घुटनों में गैप आना और ग्रीस कम होना बहुत कॉमन है। लेकिन आपको अपना शहरी परिश्रम (Urban Exertion) कम करना होगा, नहीं तो बहुत आसान है आपका इन बीमारियों से पीड़ित होना।
प्रश्न - शारीरिक स्वास्थ्य सुधारने के लिए 5 एडवाइज जो आप शिक्षकों को देना चाहेंगे हैं?
उत्तर - शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए जो 5 एडवाइज मैंने देना चाहुंगा वो है
1. Exertion कम करने की आवश्यकता है। अगर आप प्रोफशनल एक्सर्शन कर रहे हैं तो घर का कम करें और ट्रवल का कम करें।
2. फिटनेस की दिशा में कदम बढ़ाएं। नियमित रूप से चलना, व्यायाम करें और वजन को कम करें। नियमित व्यायाम को हल्के में न लें।
3. मेटाबॉलिक दिक्कतों की स्क्रीनिंग करें। कमी की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी और बी 2 लें, इससे आप में ताकत बनी रहेगी।
4. फुटवियर अच्छा और सॉफ्ट होना बहुत जरूरी है।
5. अपने स्ट्रेस लेवल को कम रखें।
प्रश्न - क्या खान-पान के कारण भी दिक्कत अधिक बढ़ रही हैं।
उत्तर - अच्छी डाइट बहुत आवश्यक है। आज सभी लोग Junk Food की तरफ अधिक भागते हैं उसकी बजाए आपको घर के बने खाने पर ध्यान देना चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी डाइट होना सबसे आवश्यक है। अब लोगों ने दूध और घी का सेवन कम कर दिया है, जबकि उन्हें नियमित रूप से घी और दूध का सेवन करना चाहिए ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे।