भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। भारत में उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन में काफी उतार- चढ़ाव रहें, उन्होंने 22 साल की उम्र में 10वीं कक्षा पास की। 36 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड की यात्रा की और लंदन के मिडिल टेंपल इन में दाखिला लिया। भारत के बिस्मार्क कहे जाने वाले वल्लभभाई पटेल ने भारत को औपनिवेशिक शक्तियों से स्वतंत्रता मिलने के बाद छोटी रियासतों के विलय के माध्यम से भारत को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सरदार पटेल भारतीय राजनीति के इतिहास में सबसे सम्मानित शख्सियतों में से एक हैं। उन्होंने 1937 के प्रांतीय चुनावों के बाद कांग्रेस मंत्रालयों के कामकाज का पर्यवेक्षण और निर्देशन किया। चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको वल्लभभाई पटेल पर लिखी हुई उन 5 पुस्तकों के बारे में बताते हैं जिनको पढ़ने के बाद आप उनके बारे में और अधिक जान सकेंगे।
भारत के लौह पुरुष वल्लभभाई पटेल के बारे में जानने के लिए पढ़ें ये 5 पुस्तकें।
1. राजमोहन गांधी द्वारा लिखित पटेल: ए लाइफ
यदि आप ये जानना चाहते हैं कि पटेल ने भारत को कैसे एक किया, किस वजह से उन्होंने बंटवारा स्वीकार किया, या अनुच्छेद 370 और पूरे कश्मीर मुद्दे पर उनका क्या रुख था, तो इस किताब को जरूर पढ़ें। पटेल: ए लाइफ, राजमोहन गांधी द्वारा लिखित एक किताब है, जो कि उनके पत्र-व्यवहार और डायरियों की मदद से तैयार की गई है, जिसमें सरदार पटेल के पत्र और उनकी बेटी मणिबेन पटेल द्वारा रखी गई डायरी भी शामिल है। इस पुस्तक में वल्लभभाई पटेल के जीवन का संपूर्ण विवरण है।
2. बलराज कृष्ण द्वारा लिखित भारत का बिस्मार्क- सरदार वल्लभभाई पटेल
भारत का बिस्मार्क - सरदार वल्लभभाई पटेल अब तक की सबसे व्यापक पुस्तकों में से एक है। यह पुस्तक स्वतंत्रता संग्राम में सरदार पटेल के योगदान और भारत में रियासतों के एकीकरण में उनकी भूमिका की पड़ताल करती है। यह पुस्तक देश के महानतम स्वतंत्रता सेनानियों में से एक सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर आधारित है।
3. वी.पी. मेनन द्वारा लिखित भारतीय राज्यों का एकीकरण
वी.पी. मेनन द्वारा लिखित यह पुस्तक इस बात पर आधारित है कि कैसे वल्लभभाई पटेल ने रियासतों को भारत में एकीकृत किया गया था। वी.पी. मेनन राज्य मंत्रालय के सचिव थे और उन्होंने एकीकरण के समय वल्लभभाई पटेल के साथ काम किया था। अगर सरदार पटेल लौह पुरुष थे तो मेनन उनके वो साथी थे, जिन्होंने उन्हें हर कदम पर सलाह दी और कूटनीतिक ऑपरेशन किए। यह पुस्तक सरदार पटेल के जीवन में उनके साथ काम करने वाले किसी व्यक्ति के दृष्टिकोण से एक व्यक्तिगत अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
4. पुरुषोत्तम दास सग्गी द्वारा लिखित सरदार वल्लभभाई पटेल का जीवन और कार्य
सरदार पटेल का जीवन और कार्य पुस्तक में पुरुषोत्तम दास द्वारा सरदार पटेल के विचारों को विभिन्न मुद्दों व विभिन्न स्थानों पर उनके भाषणों से उनके जीवन की कुछ प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश ढाला गया है।
5. बी कृष्णा द्वारा लिखित सरदार वल्लभभाई पटेल: द मैन हू यूनिफाइड इंडिया
सरदार वल्लभभाई पटेल: बी कृष्णा द्वारा लिखित द मैन हू यूनिफाइड इंडिया, भारत को एकजुट करने में सरदार पटेल के असाधारण योगदान पर आधारित एक किताब है। यह किताब हमें उस यात्रा पर ले जाती है जब पटेल ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह से लेकर भारत के स्वतंत्रता संग्राम तक का समर्थन किया था। इस पुस्तक में एकीकृत और मजबूत भारत के निर्माण में दूरदर्शी और साहसी दृष्टिकोण को भी देखा जा सकता है।