Republic Day 2023 Speech Essay Ideas गणतंत्र दिवस पर स्टूडेंट्स, शिक्षक और चीफ गेस्ट के लिए भाषण निबंध कैसे लिखें ? अगर आपको नहीं पता तो हम आपके लिए लाये हैं सबसे बेस्ट गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day Speech In Hindi) और गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republlic Day Essay In Hindi) लिखने का आईडिया, जिसके माध्यम से आप एक अच्छा भाषण लिख और पढ़ सकते हैं। गणतंत्र दिवस पर लोग एक दूसरे को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं, गणतंत्र दिवस कोट्स आदि भी भेजते हैं। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण के साथ-साथ भाषण की भी प्रथा है। एक शक्तिशाली भाषण में लोगों के दृष्टिकोण को बदलने की क्षमता होती है। इसलिए हम छात्रों, शिक्षकों और मुख्य अतिथियों के लिए 73वें गणतंत्र दिवस पर भाषण लिखने पढ़ने का आईडिया लेकर आये हैं...
गणतंत्र दिवस पर भाषण हिंदी में कैसे लिखें या पढ़ें | Republic Day 2023 Speech Essay Ideas
सबसे पहले आप मंच पर जाएं, मंच पर पहुंचते ही भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय.... वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्, बोलें... माननीय प्रिंसिपल सर, मेरे प्यारे शिक्षकों, मेरे सीनियर्स, दोस्तों और यहां मौजूद सभी लोगों को मेरा प्रणाम... (अगर शिक्षक हो तो कहें- मुख्य अतिथि, सहकर्मी और मेरे प्रिय छात्र-छात्रों एवं मित्रों ) मैं (लविश सांवरिया) कक्षा (12वीं) का छात्र हूं। आज हम सब यहां अपने राष्ट्र के 73वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। इस अवसर पर मैं आपको गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ तथ्य बताना चाहता हूं। अगर इस दौरान मुझसे कोई भूल हो जाए तो मुझे क्षमा करना...
हमारे देश को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली, लेकिन हमारे संविधान को लागू होने में ढाई साल का समय लगा। हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 से पूरी तरह से लागू हो गया, तब से, हमने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने की इस परंपरा को शुरू किया, जो एक राष्ट्रीय दिवस है।
हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने जीवन का बलिदान किया था। महात्मा गांधी जी, भगत सिंह, सरदार पटेल, सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय जैसे महान नेताओं ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें सुनहरा कल दिया।
1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद, भारत एक स्व-शासित यानी संप्रभु राज्य नहीं था। लेकिन जब 1950 में जब संविधान लागू हुआ, तब भारत एक स्वशासित देश बन गया। संविधान लागू होने के साथ ही सभी नागरिकों के लिए नियम-कानून भी लागू हो गए। जिसमें समय-समय पर बदलाव भी किये जाते हैं। क्योंकि बदलाव ही जीवन का नियम है।
भारत में गणतंत्र दिवस का इतिहास में बहुत महत्व है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के प्रत्येक संघर्ष के बारे में बताता है। हम अपने देश के प्रति उनके बलिदान को कभी नहीं भुला सकते, जिन्होंने आने प्राण देकर भारत को आजादी दिलाई। जिनके बलिदान की वजह से हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं।
यह हमारा एकमात्र कर्तव्य नहीं है कि हम सरकारी इमारतों को सजाएं और विभिन्न स्थानों पर अपने राष्ट्रीय ध्वज को फहराएं, हालांकि बहुत अधिक जिम्मेदारियां हैं जिन्हें हम सभी को समझने की आवश्यकता है। अगर हम सब अपनी जिम्मेदारियों को सही से निभाएं तो यही सबसे बड़ी देखभक्ति होगी।
भारत के संविधान निर्माता कहे जाने वाले बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का संविधान निर्माण में अतुलनीय योगदान रहा है। उन्हें नागरिकों के उत्थान के लिए काफी संघर्ष किया। दलितों को समाज में मान-सम्मान के लिए बाबा साहेब ने समाज के उच्च वर्ग से काफी लम्बी लड़ाई लड़ी और जात-पात के भेद-भाव को खत्म करने के लिए काफी संघर्ष किया।
लेकिन आज भी हमारा देश जाति, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और कुपोषण जैसी बीमारियों से लड़ रहा है। अंग्रेजों से मिली आजादी के बाद हमें इन बिमारियों से भी आजादी मिलनी चाहिए। तो आइये हम सब मिलकर प्रण लें हम कभी जातिवाद और भ्रष्टाचार नहीं फैलाएंगे, बेरोजगारी और कुपोषण जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म करेंगे...
अंत में कहें...
मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का यह शानदार अवसर देने के लिए आप सभी का धन्यवाद...
भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय....
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
जय हिंद...
आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं...