Republic Day 2023: जैस-जैसे देश डिजिटलाइजेशन और टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ रहा है, उसकी झलक भी देखने को मिल रही है। कोरोना के समय में हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम और शिक्षा आदि को ऑनलाइल किया गया टेक्नोलॉजी का पूरा लाभ प्राप्त किया गया था। इसके साथ ही भारत सरकार भी साइंस और टेक्नोलॉजी औक डिजिटल इंडिया के कांसेप्ट पर अधिक जोर दे रही है। टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन गणतंत्र दिवस पर एक अहम भूमिका निभाता है। जिसे नकारा नहीं जा सकता है। सोशल मिडिया पर शेयर किए जाने वाले पोस्ट हो या गणतंत्र दिवस पर अपनी क्रिएटिविटी की कोई विडियों, टीवी पर परेड का पूरा प्रसाण, द्रोन शो, ई-टिकट आदी सब यही तो है।
पिछले कुछ सालों में गणतंत्र दिवस की पारंपरिक प्रथाओं के साथ-साथ कई नए कार्यक्रम जोडे गएं है। जहां पहले ये दिवस एक दिन का हुआ करता था या कुछ घंटों का, आज के समय ये दिवस सुबह से शाम पूरे सप्ताह चलता है। अब इसकी तैयारी और अन्य कार्यक्रमों को भी शामिल कर लें तो पता लगता है कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम पूरे महीने ही किसी न किसी रूप में चलता रहा है। समय के साथ गणतंत्र दिवस समारोह में इमेज प्रोजेक्शन, ड्रोन शो आदि शामिल किए गए हैं। आइए आपको इस लेख के माध्यम से गणतंत्र दिवस पर टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया के योगदान के बारे में बताएं।
टीवी और ऑनलाइन प्रसारण
पहले केवल दूरदर्शन के द्वारा गणतंत्र दिवस परेड का प्रसारण टीवी को देखने को मिलता था, लेकिन अब के समय में आपको कई चैनलों पर परेड का प्रसारण देखने को मिलता है, साथ ही साथ आप इसे अपने लैपटॉप, मोबाइल फोन और टैब पर भी देख सकते हैं। ये सच है कि आधिकारिक तौर पर टीवी प्रसारण के लिए पूरी तैयारी और प्रबंधन दूरदर्शन द्वारा ही किया जाता है। लेकिन आप इस प्रसारण को अन्य चैनलों और इंटरनेट पर भी देख सकते हैं। इस साल वैसे भी परेड की लाइव स्ट्रीम देश के सभी प्रमुख नेशनल न्यूज चैनल के साथ इंटरनेट पर भी की जाएगा।
ई-आमंत्रण और ई-टिकट
डिजिटलाइजेशन को और अधिक बढ़ावा देते हुए इस साल केंद्र सरकार द्वारा ई-आमंत्रण और ई-टिकट की भी शुरुआत की है। गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों की टिकल लोग ऑनलाइन ले सकते हैं। साथ ही साथ ऑनलाइन आमंत्रण के लिए एक आमंत्रण प्रबंधन पोर्टल की शुरुआत भी की गयी है। ये एक नया प्लेटफॉर्म है।
इस पोर्टल का उद्देश्य आम जनता के लिए परेड की पहुंच को आसान बनाना है, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े। हर साल लाखों लोग गणतंत्र दिवस परी परेड देखने राजपथ पर पहुंचते हैं। इस ऑनलाइन आमंत्रण प्रबंध पोर्टल के माध्यम से लोग ई-टिकट खरीद सकते हैं और साथ ही गणतंत्र दिवस में आने वाले महमानों के लिए ई-पास डिजाइन किया गया है। गणतंत्र दिवस परेड के लिए अपनी टिकट बुक करन के लिए आप www.aamantran.mod.gov.in वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी की झलक
पिछले साल से गणतंत्र दिवस परेड में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को एक हिस्सा बनाया गया है। आपने देखा होगा कि किस प्रकार गणंतत्र दिवस की शाम में लाइट इमेज प्रोजेक्शन से वीर गाथा का प्रोजेक्शन। वीर गाथा प्रोजेक्शन का आयोजन पिछले साल 2022 में किया गया था। जिसमें भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और वीर जवानों की कहानी और उनके द्वारा योगदान और दिए गए बलिदानों को लाइटों प्रोजेक्शन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को देश के वीरों के बारे में बताना और उन्हें जागरूक बनाना है।
ड्रोन शो
पिछले साल गणतंत्र दिवस की शाम में बीटिंग रिट्रीट समारोह के समय पर आसमान में ड्रोन शो का आयोजन किया गया था। जिसमें ड्रोन की एक परफेकट फॉर्मेशन से आकाश में डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और आजादी का अमृत महोत्सव की इमेज बनाई गई थी और अंत में भारत का मानचित्र दर्शया गया था। इस साल गणतंत्र दिवस के दिन और भी बड़े लेवल पर ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा। जो बीटिंग रिट्रिट का समारोह का मुख्य आकर्षण बनेगा। ये ड्रोन शो उत्तर दक्षिण ब्लॉक में दिखाया जाएगा।
जैसा की हमने आपको अभी बताया की इस साल का ड्रोन शो सबसे बड़ा होगा क्योंकि इस साल 3,500 ड्रोन इसमें हिस्सा लेने वाले हैं। जो पिछले साल की तुलना में 3 गुना से भी अधिक है।
सोशल मीडिया का रोल
गणतंत्र दिवस के आते ही सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म गणतंत्र दिवस के पोस्ट, जानकारी और वीडियों से भर जाते हैं लोग अपनी क्रिएटिविटी आदि का प्रदर्शन करते हैं। साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह में या बीटिंग रिट्रिट, भारत पर्व आदि जैसे अन्य समारोह का लाइव करना, उनकी फोटो शेयर करना आदि कहिं न कहिं प्रचार का कार्य करता है। जिसके माध्य से लोगों को कई नई तरह की जानकारी प्राप्त होती है और वह उससे घर बैठे जुड़ पाते हैं साथ ही साथ आने वाले समय में उसका हिस्सा बनने का प्रयत्न भी करते हैं।
इस प्रकार गणतंत्र दिवस में डिजिटल मीडिया और टेक्नोलॉजी अपना योगदान देती है और ताकि भारत के हर निवासी को गणतंत्र दिवस देखने को और उसके बारे में जानने को मिले साथ ही इस बात पर अधिक ध्यान दिया जाता है कि हर साल किस प्रकार गणतंत्र दिवस को और खास बनाया जाए।