Pravasi Bharatiya Divas 2022 Essay भारत में हर दो साल में एक बार 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को याद करने के लिए नॉन रेजिडेंट इंडिया डे मनाया जाता है। 9 जनवरी 1915 को स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, उसके बाद वर्ष 2003 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का फैसला किया। तब से 9 जनवरी नॉन रेजिडेंट इंडिया डे मनाया जा रहा है। विदेशों से लौटे प्रवासी भारतियों के सम्मान में प्रवासी भारतीय दिवस मनाने के लिए कई संगोष्ठी, भाषण और निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। ऐसे में यदि आप भी प्रवासी भारतीय दिवस पर भाषण या निबंध लिखने की तैयारी कर रहे हैं तो नीचे दिए गए प्रवासी भारतीय दिवस के फैक्ट्स आपकी मदद करें। आप प्रवासी भारतीय दिवस भाषण निबंध लिखने के लिए एक आईडिया के रूप में यूज कर सकते हैं।
प्रवासी भारतीय दिवस इतिहास
मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज इंडियन अफेयर्स, भारत सरकार द्वारा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम 2003 से हर बार 7 जनवरी से 9 जनवरी तक आयोजित किया जाता है। इसके प्रारूप को 2015 में संशोधित किया गया था, ताकि प्रवासी प्रवासी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और हितधारकों की भागीदारी के साथ अंतरिम अवधि के दौरान हर दो साल में एक बार मनाया जा सके। इस वर्ष 17वां प्रवासी भारतीय दिवस 2022 मनाया जा रहा है।
प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व
ये सम्मेलन प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों को उनकी जन्मभूमि से जोड़े रखने के लिए मनाया जाता है। ये सम्मेलन दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले प्रवासी भारतीय समुदाय एक साथ जोड़ता है, ताकि वह विभिन्न देशों में रहने के बाद भी अपने देश के प्रति लगाव रखें।
प्रवासी भारतीय दिवस की थीम
इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस की थीम "आत्मनिर्भर भारत में योगदान" रखी गई है। प्रवासी भारतीय दिवस समारोह कोरोनावायरस महामारी के बीच ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
प्रवासी भारतीय दिवस
पिछले साल, प्रवासी भारतीय दिवस नई दिल्ली में 9 जनवरी को आयोजित किया गया था, जिसमें विदेश मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आठ देशों में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत की। इस कार्यक्रम को विदेशों में रहे रहे भारतियों के लिए डायरेक्ट वेबकास्ट किया गया था।
प्रवासी भारतीय दिवस से जुड़े रोचक तथ्य
- क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन भारत के बाहर किया जाता है। उन भारतीय प्रवासियों को जोड़ने का मौका देता है जो भारत की यात्रा नहीं कर सकते।
- 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटेने के उपलक्ष्य में साल 2015 में इसकी 100 वर्ष पूरे होने पर प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया गया।
- प्रवासी भारतीय भारत के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं, क्योंकि प्रवासी भारतीय अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा करते हैं, ताकि भारत में भी नई नई चीजें सीखने को मिले।
- आमतौर पर प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य मेजबान विदेशी होता है। जो एक थीम के साथ केंद्र सरकार द्वारा मनाया जाता है। यह एक वार्षिक कार्यक्रम नहीं है। इसे दो साल में एक बार मनाया जा है।
- प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में योग्य लोगों को पुरस्कार दिए जाते हैं। यह पुरस्कार प्रधनमंत्री या विदेश मंत्री द्वारा प्रदान किए जाते हैं। प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य उद्देश्य भारतीय प्रवासियों को जोड़ना है।