हर साल भारत में कई सड़क दुर्घटना होती है। जिसमें कई लोगों की मृत्यु होती है। भारत के अलावा अन्य देशों से भी सड़क दुर्घटना की खबर आती है लेकिन भारत में ये अत्यधिक घातक है। इसको लेकर हर साल भारत सरकार के सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्रालय द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। जिसमें भारत के लोगों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाई जाती है। ताकि सड़क दुर्घटनाओं और उसके कारण मरने वाले लोगों में कमी लाई जा सकें।
आपको बता दें कि हर साल भारत में लाखों सड़क दुर्घटनाएं होती है। जारी आकंड़ों की माने तो 2017 में 445,730 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी जिसमें करीब 150,093 लोगों की मृत्यु हुई। 2017 से 2021 तक इन दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कुछ फर्क तो आया है लेकिन मृत्यु दर में पहले के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है। लगातार बढ़ रहे सड़क दुर्घटना और उसके कराण मारने वाले लोगों के आंकड़ों को कम करने के लिए ही भारत सरकार द्वारा हर साल सकड़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है ताकि इसमें कमी लाई जा सके। आंकड़ों के अनुसार विश्व में सबसे अधिक सड़क दुर्घटना वाले देशों में भारत का पहला स्थान है।
आज के समय में अपना निजी परिवहन लोगों के लिए आवश्यक हो गया है, जिसके माध्यम से वह बिना किसी दिक्कत के आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकते है। यात्रा करने में आसानी के कारण हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार एक गाड़ी जरूर ले रहा है जिसके कारण सड़कों पर भीड़ बढ़ती जा रही है। जिसमें जल्दी के कारण नियमों को न फॉलो करने आदि के कारण ये दुर्घटनाएं होती है। हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन जनवरी में किया जाता है। 2023 में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन 11 जनवरी से 17 जनवरी तक किया जाएगा। 2023 में मनाए जाना वाला ये सप्ताह 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह है। आइए आपको इस दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में बताएं।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह : इतिहास
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत 1989 में की गई थी। उस दौरान 36,000 लोगों ने सड़क दुर्घटना में अपनी जान गवाई थी। इस आंकडे को देखते हुए इस सप्ताह को मनाए जाना शुरू किया गया था। स्थिति को देखते हुए 2007 में सुंदर समिति द्वारा फरवरी में लिखे गए दस्तावेजों के माध्यम से 15 मार्च 2010 में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति को लेकर कैबिनेट यूनियन ऑफ इंडिया द्वारा मंजूरी प्राप्त हुई। लेकिन आपको बता दें कि 1989 ने लगातार इस दिवस को हर साल मनाया जा रहा है। उसके अनुसार 2023 में भारत 33 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा दिवस मनाने जा रहा है, जिसका आयोजन सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य लोगों में सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर जन जागरूकता फैलाना है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह : महत्व
हर साल होने वाली सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए इस सप्ताह की शुरुआत की गई है। इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य भारत के हर निवासी को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में समझाना है ताकि होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। जैसा की हमने आपको बताया कि विश्व में सड़क दुर्घटना के मामले में भारत पहले स्थान पर है, इसमें कमी लाने और इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ही भारत सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की गई है। आपको बता दें कि कोरोना के समय जब पूरा देश लॉकडाउन में था तब भी भारत में सड़क दुर्घटना के लाखों मामले दर्ज करे गए थें। हर साल इस सप्ताह को एक थीम के माध्यम से मनाया जाता है। 2023 की थीम की बात करें तो इस बार की थीम फिलहाल तय नहीं की गई है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह : पिछले कुछ सालों की थीम (2013 से 2022)
2022 - सड़क सुरक्षा - जीवन रक्षा
2021 - अपने परिवार को बचाने के लिए खुद को सुरक्षित करें
2020 - युवाओं के माध्यम से बदलाव लाना
2019 - सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा
2017 - आपकी सुरक्षा, आपके परिवार की सुरक्षा - सड़कों पर सतर्क रहें।
2015 - बेहतर आपूर्ति श्रृंखला के लिए एक सुरक्षित परंपरा विकसित करें।
2014 - सड़क सुरक्षा के लिए पदयात्रा।
2013 - सतर्क रहें, शराब पीकर वाहन न चलायें।
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