भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी नें भारत को अंग्रेजों से आजाद करवाने के लिए अनेक आंदोलन किए, आंदोलन के कारण वह कई बार जेल भी गये। गांधी जी ने अपने आंदोलनों के कारण भारत की जनता को एकजुट किया। जिसके परिणाम स्वरूप अंग्रेजों को भारत छोड़ कर जाना पड़ा। गांधी जी को सबसे पहले सुभाष चन्द्र बोस ने वर्ष 1944 में रंगून रेडियो से 'राष्ट्रपिता' कहकर सम्बोधित किया था। गांधी जी नें जीवन भर अहिंसा और सत्य का पालन किया और लोगों से भी इसका पालन करने के लिये कहा था। गांधी जी ने भारत को आजादी दिलाने के लिए कई आंदोलन किए आइये उनके जन्मदिन के मौके पर उनके द्वारा किए गए कुछ ऐसे आंदोलन के बारे में जानते है जिनके द्वारा उन्हें भारत का राष्ट्र पिता का सम्मान मिला और उन्हें भारत को स्वतंत्रता प्राप्ति में अहम मानते है...
गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता गांधीजी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाई जाती है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस दिन को भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता प्राप्त है और इसे सम्मान, सम्मान, उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिन का जश्न मनाने और देश के महानतम स्वतंत्रता सेनानी और देशभक्त नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए, लोग निबंध प्रतियोगिताओं, देशभक्ति कार्यक्रमों, प्रार्थना समारोहों आदि में भाग लेते हैं। गांधीजी के अहिंसा सिद्धांतों और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए छात्र वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। इस साल महात्मा गांधी (बापू) की 153वीं जयंती मनाई जा रही है।