International Literacy Day 2023: साक्षरता पूरे विश्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। शिक्षा के महत्व और समाज में इसकी साक्षरता और शिक्षा की भूमिका को दर्शाने के लिए हर साल 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस (International Literacy Day) मनाती है।
ये दिन हमें व्यक्तिगत विकास, सामाजिक विकास और प्रगति के महत्व को स्मरण करवाता है। साक्षरता का आसान भाषा में अर्थ 'पढ़ने लिखने की क्षमता' से है। माना जाता है कि विकास के लिए शिक्षित होना आवश्यक है, जिन देशों में साक्षरता दर कम है उन देशों की प्रगति बहुत अधिक धीमी होती है। वह आर्थिक रूप से विफलता का सामना कर रहे हैं। वहीं जिन देशों में साक्षरता दर अच्छी होती है उनकी प्रगति होती है और विकास की दिशा में वह निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं।
इसलिए कहा जाता है कि किसी भी देश की प्रगति के लिए उस देश के वासियों को शिक्षित होना आवश्यक है और ये दिवस लोगों में साक्षरता के महत्व को लेकर जागरूकता पैदा करने का काम करता है।
कब हुई थी साक्षरता दिवस की शुरुआत
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाए जाने की घोषणा यूनेस्को द्वारा की गई थी। दिवस की घोषणा 26 अक्टूबर 1966 में की गई और तय किया गया कि प्रतिवर्ष 8 सितंबर को विश्व अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाएगा। पहला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 1967 में मनाया गया था और तब से लगातार मनाया जा रहा है। इस साल विश्व अपना 56वां अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मना रहा है।
साक्षरता दिवस के दिन यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार का आयोजन करते हैं। इस साल ही इस पुरस्कार का आयोजन किया जाएगा। साक्षरता को आगे बढ़ाने में और इसके महत्व को समझाने के लिए योगदान देने वाले लोगों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
क्या है अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 की थीम (International Literacy Day 2023 Theme)
प्रतिवर्ष इस दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है। उसी प्रकार इस साल यूनेस्को ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम 'परिवर्तनशील दुनिया के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना: टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण'