अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है इस दिवस की शुरुआत 1983 में यूरोपीय देशों द्वारा की गई थी। इस दिवस की स्थापना सीमा शुल्क सहयोग परिषद द्वारा की गई थी। सीमा शुल्क देशों के बीच हो रहे व्यापार के लिए लगाया जाता है। हर साल अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस पर विश्व सीमा शुल्क संगठन के प्रायसों और कई अन्य गितिविधियों का प्रदर्शन किया जाता है। सीमा शुल्क माल के आसान प्रवाह में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसकी सराहना के लिए हर साल 26 जनवरी को ये दिवस मनाया जाता है।
सीमा शुल्क एक तरह की एजेंसी है जो बाहर से आने वाले और बाहर जाने वाले माल के प्रवाह को नियंत्रित करता है। इस माल में खाद्य पदार्थ, अन्य सामान और जानवरों के साथ कई अन्य तरह की सामग्री शामिल होती है। इसी सेवा को सुचारू रूप से चलाने में विश्व सीमा शुल्क संगठन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आइए आपको इस दिवस के बारे में प्रमुख्ता से बताएं।
सीमा शुल्क सहयोग परिषद (विश्व सीमा शुल्क संगठन)
अंतर्राष्ट्रयी सीमा शुल्क दिवस के बारे में जानने से पहले आपका ये जानना जरूर है कि सीमा शुल्क सहयोग परिषद क्या है? और इसकी शुरुआत कैसे हुई? आइए जाने -
1947 में यूरोपीय आर्थिक सहोयग समिती द्वारा शुल्क यूरोपीय सीमा शुल्क संघ अध्ययन समूह की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक और तकनीकों के मुद्दों की जांच करना है। यूरोपीय सीमा शुल्क संघ अध्ययन समूह की स्थापना से लेकर 1950 तक में कुल 6 बैठकों का आयोजन किया गया और इस दौरान के कार्य को ध्यान में रखते हुए सीमा शुल्क सहयोग परिषद की स्थापना की गई है। सीमा शुल्क सहयोग परिषद 26 जनवरी 1953 में की गई। स्थापना के बाद देखते ही देखते सीमा शुल्क सहयोग परिषद को विश्व के सभी क्षेत्रों को कवर के लिए विस्तृत किया गया। लंबे समय तक सीमा शुल्क सहयोग परिषद के तौर पर कार्य करने के बाद 1994 में इस परिषद का नाम बदलकर विश्व सीमा शुल्क संगठन किया गया। विश्व सीमा शुल्क संगठन में 184 देश सदस्य हैं और इस संगठन द्वारा विश्व का 98 प्रतिशत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस का इतिहास
सीमा शुल्क सहयोग परिषद की स्थापना 26 जनवरी को की गई थी। इस दिवस को चिन्हित करने के लिए 1983 में सीमा शुल्क परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस की स्थापना की गई थी। इस दिवस की स्थापना सीसीसी 30 वीं की स्थापना दिवस के दिन की गई थी। 2023 में विश्व 40वां अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस मनाने जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस की महत्व
विश्व सीमा शुल्क संठन का मानना है कि है जहां देशों की सीमाएं समाप्त होती है वहां सीमा शुल्क जोड़ा जाता है और इस व्यवस्था की शरुआत होती है। इसके साथ इस संगठना का मानना ये भी है कि सीमा शुल्क वो रीति-रिवाज है जो देशों के बीच संबंधों की स्थापना करता है। अंतर्राष्ट्रीय सामा शुल्क दिवस के माध्यम से सीमा शुल्क प्रशासन द्वारा चलाई जा रही व्यवस्था की सराहना की जाती है और उनके द्वारा किए प्रयासों को प्रदर्शित किया जाता है। इस दिवस का महत्व है आर्थिक, पर्यावरणीय और समाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने में निहित है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस : पिछले कुछ सालों की थीम (2022 से 2015)
2023 - अगली पीढ़ी का पोषण: ज्ञान साझा करने की संस्कृति और पेशेवर गौरव और रीति-रिवाज को बढ़ावा देना
2022 - डेटा संस्कृति को अपनाकर और डेटा पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करके सीमा शुल्क डिजिटल परिवर्तन को बढ़ाना।
2021 - सीमा शुल्क वसूली, नवीकरण और लचीलापन को मजबूत करता है।
2020 - सीमा शुल्क लोगों, समृद्धि और ग्रह के लिए स्थिरता को बढ़ावा देता है।
2019 - निर्बाध व्यापार, यात्रा और परिवहन के लिए स्मार्ट बॉर्डर।
2018 - आर्थिक विकास के लिए एक सुरक्षित कारोबारी माहौल।
2017 - प्रभावी सीमा प्रबंधन के लिए डेटा विश्लेषण
2016 - डिजिटल कस्टम्स: प्रोग्रेसिव एंगेजमेंट।
2015 - समन्वित सीमा प्रबंधन - के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण
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