Independence Day 2023 Fancy Dress Ideas For Students: 15 अगस्त में अब ज्यादा समय बाकी नहीं रह गया है। अगस्त महीने की शुरुआत होते ही स्कूली बच्चों में स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेने की होड़ शुरू हो जाती है। स्कूलों में 15 अगस्त समारोह को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है और जश्न में हिस्सा लिया जाता है।
15 अगस्त को होने वाली विभिन्न कॉम्पिटिशन में से एक है फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन, जिसको लेकर बच्चे अधिक उत्साहित होते हैं। इस साल भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, ऐसे में फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन के माध्यम से आप आजादी के लिए अपनी जान देने वाले और लड़ाई में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर, उन्हें सम्मानित करने के लिए अपने बच्चों को उनकी तरह तैयार कर उनकी जीवन गाथा के बारे में बता सकते हैं। इससे न केवल आपको स्वतंत्रता संग्राम में इन सेनानियों का योगदान जानने को मिलेगा, बल्कि बच्चों में भी देश-भक्ति की भावना बढ़ेगी।
15 अगस्त के दिन किसी स्वतंत्रता सेनानी की पोशाक पहन कर भाषण देना, नृत्य करना और देश भक्ति गीतों में हिस्सा लेना का अलग ही मजा है। आज भी इन गतिविधियों को देख अपने स्कूल के दिन याद आ जाता हैं, जब छोटे-छोटे बच्चों भगत सिंह, महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल, अरुणा आसफ अली बन कर स्कूल आते थे और नाटक में हिस्सा लेते थे। तिरंगे के रंग के कपड़े पहन देशभक्ति गीतों पर नृत्य किया करते थे। समय पहले का हो या आज का 15 अगस्त पर फैंसी ड्रेस पहनने की उत्साह बच्चों में आज भी उतना ही है, जितना पहले हुआ करता था।
झांसी की रानी
झांसी की रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 1828 में हुआ था। उन्हें उनके वीरता और अंग्रेजों को भारत से बाहर निकालने के लिए उनके प्रयासों के लिए जाना जाता है। वह भारत की एक सच्ची योद्धा थी, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई छेड़ी और 'मैदान-ए-जंग में मरना है, फिरंगी से नहीं डरना है' का नारा दिया था। अपनी बच्चियों को झांसी की रानी को पोशाक में तैयार कर उनके गौरवशाली इतिहास के बारे में बताएं और स्वतंत्रता दिवस के समारोह में हिस्सा दिलवाएं।
मंगल पांडे
भारतीय सैनिक मंगल पांडे ने 1857 विद्रोह से पहले की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें सम्मानित करने के लिए 1984 में डाक टिकट जारी किया था। इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने बच्चे को मंगल पांडे की तरह कपड़े पहनाएं और उनकी पहचान के लिए बड़ी-बड़ी मूंछें लूक में शामिल करना न भूलें।
महात्मा गांधी
राष्ट्रीय पिता के नाम से जिन्हें मिला सम्मान उन्हें भला स्वतंत्रता दिवस पर कोई भूल सकता है। बापू की पोशाक पहन स्वतंत्रता दिवस पर ढे़रों बच्चे महात्मा गांधी बन कर उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर सकते हैं। सफेद धोती पहल हाथ में लाड़ी अहिंसा का पाठ दुनिया को पढ़ाने वाले और उसी अहिंसा के दम पर भारत को आजादी दिलाने वाले बापू के रूप में अपने बच्चे को तैयार करें।
भगत सिंह
भारत की स्वतंत्रता में अपनी जान न्योछावर करने वाले भगत सिंह को कोई कैसे भूल सकता है। जब बात आती है फैंसी ड्रेस की तो अधिकतर बच्चों में भगत सिंह बनने का क्रेज देखा जाता है। एक बहादुर नायक, दूरदर्शिता और बलिदान की मिसाल है भगत सिंह। अपने बच्चों को उनके किस्से-कहानी के बारे में बताएं और उन्हीं की भांति सफेद शर्ट, खाकी पैंट और टोपी के साथ तैयार करें।
नेता जी सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस को सभी नेता जी के नाम से जानते हैं। भारत को स्वतंत्रता दिलवाने में नेता जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई है। 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' उनके इस नारे ने लोगों में आजादी के खिलाफ लड़ने के लिए जोश भरने का काम किया था। आप अपने बच्चों को उनकी तरह गोल-गोल चश्में, गहरे रंग की वर्दी में तैयार कर उन्हें नेता जी के बारे में बताएं, ताकि बच्चे जान सकें की आज जिस आजाद भारत में वह जी रहे हैं वह इन ही लोगों की देन है।
सरोजिनी नायडू
गांधी जी के साथ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने के लिए सरोजिनी नायडू ने सत्याग्रह आंदोलन में हिस्सा लिया। उसके बाद उन्होंने असहयोग आंदोलन में भी हिस्सा लिया। देश की आजादी के बाद वह उत्तर प्रदेश की पहली गवर्नर बने, उनके योगदान को याद करने करते हुए अपने बच्चे को साड़ी पहना कर और एक हाथ में कविताओं की किताब देकर लुक को पूरा करें।
ग्रैंड ओल्ड लेडी अरुणा आसफ अली
अरुणा आसफ अली महिला स्वतंत्रता सेनानी है, जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। उनकी बहादुरी और समर्पण के लिए उन्हें नायिका और ग्रैंड ओल्ड लेडी की उपाधि दी गई थी। वह मुख्यतः सफेद साड़ी पहना करती थी। उनकी योगदान के बारे में बताते हुए उन्हें तैयार करें।
चंद्रशेखर आजाद
भारतीय क्रांतिकारी आजादी की लड़ाई में बहुत नेताओं ने अपना योगदान दिया है, लेकिन कुछ नेताओं को न कभी भुलाया जा सकता है और न कभी उनका वजूद मिटाया जा सकता है। इन्हीं में से एक चंद्रशेखर आजाद, वो आजाद जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए, लेकिन फिर भी किसी के हाथ ना आएं। अपनी अंतिम समय भी उन्होंने अंग्रेजों को जम कर मजा चखाया, जब उनके पास आखिरी गोली बची थी तो उन्होंने खुद को गोली मार ली। अंग्रेजों के हाथों से मरने से बेहतर उन्होंने अपने आपको खुद मरना बेहतर समझा। स्वतंत्रता के उनके महत्वपूर्ण योगदान को ध्यान में रखते हुए इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने बच्चों को आजाद की तरह तैयार करें।
बाल गंगाधर तिलक
बाल गंगाधर तिलक समाज सुधार व भारतीय राष्ट्रवादी और स्वतंत्रता सेनानी थे। वह भारत के इकलौते व्यक्ति थे, जिन्हें ब्रिटिश हुकुमत 'भारतीय अशांति के पिता कहती थी' उन्हें भारतीय लोगों द्वारा लोकमान्य की उपाधि भी दी गई थी। स्वराज के सबसे पहले और सबसे मजबूत अधिवक्ताओं में से तिलक एक थे। उनका सबसे प्रसिद्ध नारा 'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और उसे मैं लेकर रहूंगा' था। उसके सबसे करीबियों में बिपिन चंद्र राय और लाला लाजपत रहे। ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी को याद करते हुए इस बार अपने बच्चों को उनकी वेशभूषा में भी तैयार कर सकते हैं और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित कर सकते हैं।
सरदार पटेल
सरदार वल्लभ भाई पटेल आजाद भारत के पहले गृह मंत्री थें। उन्हें लौह पुरुष की उपाधि से नवाजा जाने वाले सरदार पटेल इतिहास के क्रांतिकारी नेताओं में से थे। जिन्होंने भारत को एक करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। 500 से अधिक रियासतों को एक करने के लिए सरदार पटेल का अहम योगदान था। ऐसे वीर पुरुष को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करते हुए स्कूली समारोह में भेजे।
इंडियन आर्मी
भारतीय सैनिकों के रूप में करें बच्चों को तैयार। भारत के आजाद होने के बाद से भी भारती की सुरक्षा और रक्षा का पूरा जिम्मा हमारी भारतीय सेना के पास है। आजादी के बाद समय-समय पर हुए युद्धों में अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा करने के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले भारतीय सैनिकों को कैसे भूला जा सकता है। कई बच्चों का सपना होता है कि वह बड़े होकर आर्मी का हिस्सा बने, ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करें और भारतीय आर्मी की वर्दी में तैयार करें।
स्वतंत्रता सेनानी
भारत के लिए अपनी जान का बलिदान देने वाले कई स्वतंत्रता सेनानी है, जिनका नाम आज गुमनामी में खो गया है। भारत के उत्तर से लेकर भारत के दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता के लिए जंग लड़ी है। अपने बच्चों को अपने राज्य के स्वतंत्रता सेनानी के रूप में तैयार करें या उन्हें स्वतंत्रता सेनानी के रूप में तैयार करें। स्वतंत्रता सेनानियों की लिस्ट देखने के लिए और राज्य के अनुसार उनके बारे में जानने के लिए आप करियर इंडिया हिंदी के इस लिंक पर क्लिक करें - Independence Day और पूरी लिस्ट यहां से आसानी से प्राप्त करें।