राष्ट्रपिता और बापू कहे जाने मोहनदास करमचंद गांधी जी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन को पूरी तरह से समर्पित कर दिया था। उनके इन प्रयासो और निष्ठा को देखते हुए पूरा भारत एकजुट होकर स्वतंत्रा के लिए लड़ा था। उन्होंने अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चल कर न सिर्फ भारत को स्वतंत्रता दिलवाई बल्कि लोगों के मनों को भी जीता। स्वतंत्रता संग्राम में कई समय ऐसे आए जहां लोगों में सकारत्मकता और जोश की कमी आई ऐसे में उन्होंने अपने वचनों के माध्यम से लोगों को सकारत्मक रहने के लिए प्रेरित किया और उन्हें जोश से भर दिया। गांधी जी के इन वचनों ने कई लोगों को प्रेरणा दी है और उसी जोश और प्रेरणा से भारत को स्वतंत्रता का प्राप्ती हुई है। उनके द्वारा दिए गए वचन आज भी आपको प्रेरणा से भर देंगे। आज के इस युग में चल रही घटनाएं अक्सर ही जीवन में एक समय पर नकारत्मका लेके आती है। इस नकारत्मकता को दूर करने के लिए गांधी जी द्वारा दिए कुछ कोट्स आपके लिए फायदेमंद साबीत हो सकते हैं। भारत इस साल गांधी जी की 153 वीं जयंती मना रहा है। आइए उनकी इस जयंती पर आपके साथ साझा करें उनके द्वारा दिए कुछ कोट्स।
गांधी जी द्वारा दिए कुछ प्रेरणात्मक कोर्ट्स
1. सौम्य तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं।
2. नैतिकता चीजों का आधार है और सत्य सभी नैतिकता का सार है।
3. आप कभी नहीं जान सकते कि आपके कार्यों का क्या परिणाम होता है, लेकिन यदि आप कुछ नहीं करते हैं, तो कोई परिणाम नहीं होगा।
4. सत्य के खोजी को मिट्टी से भी विनम्र होना चाहिए।
5. सत्य स्वभाव से स्वयं स्पष्ट है। जैसे ही आप अज्ञान के जाल को हटाते हैं, यह स्पष्ट रूप से चमकता है।
6. खुशी तब होती है जब आप जो सोचते हैं, कहते हैं और करते हैं उसमें सामंजस्य होता है।
7. "सत्य कभी भी ऐसे कारण को नुकसान नहीं पहुंचाता जो न्यायसंगत हो।"
8. भले ही आप अल्पसंख्यक हों, सत्य तो सत्य है।
9. ताकत शारीरिक क्षमता से नहीं आती है, यह एक अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।
10. पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
11. आंख के बदले आंख ही पूरी दुनिया को अंधी बना देगी।
12. संतुष्टि प्रयास में है, प्राप्ति में नहीं। पूर्ण प्रयास ही पूर्ण विजय है।
13. अनुभव ने मुझे सिखाया है कि मौन सत्य के उपासक के आध्यात्मिक अनुशासन का हिस्सा है।
14. कमजोर कभी माफ नहीं कर सकता, क्षमा मजबूत का गुण है।
15. वह बदलाव बनें जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।