पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स में करियर (Career in PG Diploma in Orthopaedics)

पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स दो साल की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीजी डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर ये कोर्स किस लिए बनाया गया है, इसका सिलेबस क्या है। इसमें एडमिशन लेने के लिए क्या एलिजिबिलिटी होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी, सैलरी क्या होगी और इस कोर्स को करने के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौन से हैं।

पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स कोर्स में छात्रों को हड्डी रोग से संबंधित चीजों के बारे में पढ़ाया व सिखाया जाता है। इस कोर्स में छात्रों को हड्डी से संबंधित बीमारियों व इलाज करने के तरीकों के बारे में प्रैक्टिकल व थ्योरेटिकल नॉलेज देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पीजीडी इन ओर्थोपेडिक्स कोर्स में आर्थोपेडिक ट्रेनी और एडवांसड थेरेपिस्ट के लिए व्यापक सामग्री है, जो पहले से ही मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम से संबंधित बीमारियों से निपटने का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं और सर्जिकल और नॉन सर्जिकल ट्रीटमेंट में अत्यधिक कुशल है।

पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स में करियर

कोर्स का नाम- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स
कोर्स का प्रकार- पीजी डिप्लोमा
कोर्स की अवधि- 2 साल
एलिजिबिलिटी- एमबीबीएस
एडमिशन प्रोसेस- मेरिट बेस्ड/ एंट्रेंस एग्जाम बेस्ड
कोर्स फीस- 20,000 से 5,00,000 तक
अवरेज सेलरी- सालाना 1,00,000 से 3,00,000 तक
जॉब प्रोफाइल- ऑप्थेल्मिक असिस्टेंट, ऑप्थेल्मिक टेक्नीशियन, ऑप्टोमेट्री असिस्टेंट और लैब असिस्टेंट या ऑप्थेल्मिक नर्स।
जॉब फील्ड- मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय, नर्सिंग होम, फार्मा कंपनियां, रिसर्च इंस्टीट्यूट, सरकारी और प्राइवेट हेल्थकेयर यूनिट, डिफेंस सर्विस, चिकित्सा लेखन आदि।

पीजी डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स: एलिजिबिलिटी

  • उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस या संबंधित किसी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है।
  • उम्मीदवार को राज्य, राष्ट्रीय स्तर या यूनिवर्सिटी लेवल पर होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में पास होना अनिवार्य है।

पीजीडी इन ओर्थोपेडिक्स: एडमिशन प्रोसेस
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स में एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज पर निर्भर करता है। कुल कॉलेज में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के बाद काउंसलिंग पर आधार पर होते हैं। तो कुछ संस्थान ग्रेजुएशन डिग्री में उम्मीदवार के अंकों के आधार पर यानि की मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन देते हैं।

पीजीडी इन ओर्थोपेडिक्स कोर्स में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
चरण 1 उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं
चरण 2 ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें
चरण 3 आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है
चरण 4 क्रेडीट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें
चरण 5 फीस जमा होना के बाद आपके रजिस्ट्रड फोन नं या मेल आईडी पर मैसेज आ जाएगा।

एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पेन कार्ड
  • 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन के सर्टिफिकेट
  • जन्म प्रमाण पत्र
  • डोमिसाइल

पीजीडी इन ओर्थोपेडिक्स: एंट्रेंस एग्जाम

  • नीट पीजी
  • एम्स पीजी
  • जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
  • पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च

पीजी डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स: सिलेबस
फर्स्ट ईयर
1. ट्रॉमा केयर
a.क्लोस्ड रिडक्शन ऑफ फैक्चर, प्लासटर एप्लीकेशन
b.डेब्रीडमेंट ऑफ ओपन फैक्चर, एक्ट्रनल फीक्शन
c.एक्ट्रनल फीक्शन ऑफ माइनर फैक्चर विद के वायर
2. नॉन ट्रॉमेटिक कंडीशन
a.मैनिपुलेटिव कलेक्शन ऑफ कॉन्जेनिटल प्रॉब्लम्स लाइक सीटीईटी
b.बायोप्सी
c.एक्सीजन ऑफ बिनजीइन लेशन
d.टेंडन लेंथनिंग

सेकेंड ईयर
1. ट्रॉमा
a. टेंशन बैंड वायरिंग ऑफ फैक्चर
b. डीसीपी ऑफ फॉरेआर्म बोन्स, टीबीया, आदि।
c. डीएचएस
2. नॉन ट्रॉमेटिक कंडीशन
a. कारापल टेनल रिलिज
b. बोन ग्राफटिंग
c. सोफ्ट टिशू रिलिज अंडर सुपरविजन टीचिंग लर्निंग

पीजी डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
ओर्थोपेडिक्स में पीजी डिप्लोमा सरकारी व प्राइवेट दोनों ही प्रकार के कॉलेज से किया जा सकता है।

  • अन्नामलाई विश्वविद्यालय, चिदंबरम- फीस 11,23,000
  • एम्स, नई दिल्ली- फीस 20,000
  • रूरल मेडिकल कॉलेज, लोनी- फीस 40,05,000
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर- फीस 4,73,000
  • भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी, पुणे- फीस 40,00,000

पीजी डिप्लोमा इन ओर्थोपेडिक्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी पैकेज
सामान्य तौर पर, ओर्थोपेडिक्स में पीजी डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को प्रति वर्ष 2,00,000 से 10,00,000 तक की औसत सैलरी मिलती है।

  • मेडिकल ऑफिसर - सैलरी 6,00,000 से 8,00,000 तक
  • फ़िज़ियोथेरेपिस्ट- सैलरी 4,00,000 से 6,00,000 तक
  • ओटी असिस्टेंट सह तकनीशियन- सैलरी 2,00,000 से 3,00,000 तक
  • फार्मेसिस्ट- सैलरी 2,00,000 से 4,00,000 तक
  • असिस्टेंट प्रोफेसर- सैलरी 4,00,000 से 6,00,000 तक
  • ओर्थोपेडिक्स सर्जन- सैलरी 7,00,000 से 10,00,000 तक
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English summary
In the Post Graduate Diploma in Orthopedics course, students are taught and taught about things related to Orthopedics. This course is designed to provide students with practical and theoretical knowledge about bone related diseases and methods of treatment. The PGD in Orthopedics course has comprehensive content for orthopedic trainees and advanced therapists who have already gained experience in dealing with diseases related to the musculoskeletal system and are highly skilled in surgical and non-surgical treatments.
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