पहले के समय लोग केवल समाचार पत्र और रेडियो पर ही खबरें पढ़ा व सुना करते थे। लेकिन आज के समय में लोग समाचार पत्र, रेडियो, टेलीविजन और इंटरनेट की दुनिया में भी खबरें पढ़-सुन देख सकते हैं। मीडिया का दायरा दिन-प्रतिदिन इतनी तेजी से बढ़ा रहा कि छात्र का रुझान भी इस क्षेत्र की ओर बढ़ाता जा रहा है। छात्र चाहते हैं कि वे भी एंकर, रिपोर्टर, केंटेंट राइटर, रेडियो जॉकी, ग्राफिक डिजाइनर जैसी जॉब कर सकें।
बता दें कि भारत में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं ग्रेजुएशन करने के बाद छात्र मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा का कोर्स कर सकते हैं और मीडिया जगत से जुड़ी थ्योरेटिकल व प्रैक्टिकल नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं।
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन 1 से 2 साल तक का डिप्लोमा लेवल का कोर्स है जिसे विशेष रूप से छात्रों को पत्रकारिता, ऑडियो-विजुअल प्रोडक्शन, जनसंपर्क, विज्ञापन और समाचार के विभिन्न पहलुओं के बारे में पढ़ाने व सिखाने के लिए डिजाइन डिज़ाइन किया गया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषयों में ग्रेजुएशन की डिग्री न्यूनतम 50% अंकों के साथ होना अनिवार्य है। मीडिया एक ऐसा क्षेत्र है जहां आपको डिग्री के साथ-साथ काम अनुभव होना बहुत जरुरी है। इसलिए यदि आप इस क्षेत्र में अच्छी नौकरी पाना चाहते हैं तो पढ़ाई के साथ कहीं न कहीं इटर्नशिप करना आवश्यक है।
मास कम्युनिकेशन कोर्स में पीजी डिप्लोमा में एडमिशन के लिए प्रत्येक यूनिवर्सिटी स्वयं का एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करती है और एंट्रेंस एग्जाम में अर्जित अंकों के आधार पर ही कट-ऑफ लिस्ट जारी कर छात्रों का चयन करती है। मास कम्युनिकेशन कोर्स में पीजी डिप्लोमा के लिए इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन सबसे प्रसिद्ध संस्थानों में से एक है। जहां एडमिशन लेना ज्यादातर मीडिया छात्रों का सपना होता है।
जनसंचार और पत्रकारिता की अवधारणाओं को व्यापक बनाने के लिए छात्रों को विभिन्न विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है। मास कम्युनिकेशन कोर्स में पीजी डिप्लोमा के दौरान पढ़ाए जाने वाले विषय रिपोर्टिंग, एडिटिंग और स्पेशलाइज्ड राइटिंग, मास कम्युनिकेशन के सिद्धांत, मीडिया रिसर्च, रेडियो जर्नलिज्म, ग्राफिक टूल्स आदि हैं।
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन: प्रवेश प्रक्रिया
मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम पर आधारित होता है, एंट्रेंस एग्जाम का पैर्ट्न सभी कॉलेज में अलग-अलग होता है। कुछ कॉलेज ऑनलाइन एग्जाम कराते हैं तो कुछ कॉलेज ऑफलाइन लिखित परिक्षा का आयोजन करते हैं। यहां तक कि कॉलेज इंट्रव्यू और ग्रुप डिस्कशन जैसे राउंड भी एडमिशन के लिए आयोजित करते हैं।
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित चरणों को पूरा किया जाना चाहिए:
- कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करें।
- पंजीकरण के बाद, नाम, योग्यता, पता आदि जैसे विवरणों के साथ आवेदन पत्र भरें।
- सत्यापन के लिए आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन फीस का भुगतान करें और फीस स्लीप डाउनलोड करें।
- एंट्रेंस एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड करें।
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन : एलिजिबिलिटी
कोई भी छात्र जिसने 50% के कुल अंक के साथ ग्रेजुएशन डिग्री पूरी कर ली हो, वह मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा में एडमिशन लेने के लिए पात्र है।
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन: एंट्रेंस एग्जाम
- जामिया मिलिया इस्लामिया एंट्रेंस एग्जाम
- इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया एंट्रेंस एग्जाम
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम
- जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस एंट्रेंस एग्जाम
- मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम
- आंध्र यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
- सिम्बायोसिस नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट
- आईआईएमसी एंट्रेंस एग्जाम
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन- फीस 3,25,000
- मैसूर विश्वविद्यालय- फीस 10,100
- साई नाथ विश्वविद्यालय- फीस 20,000
- तेजपुर विश्वविद्यालय- फीस 43,700
- पर्ल अकादमी- फीस 3,68,000
- कालीकट विश्वविद्यालय- फीस 20,000
- प्रशांत विश्वविद्यालय- फीस 55,000
- एससीएमएस कोचीन स्कूल ऑफ बिजनेस- फीस 3,76,000
- रैफल्स मिलेनियम इंटरनेशनल- फीस 9,13,000
- पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज - फीस 3,000
- लोटस इंस्टीट्यूट ऑफ बरेली- फीस 1,49,000
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन: सिलेबस
सेमेस्टर I
- इंट्रोडक्शन टू मास कम्युनिकेशन
- प्रिंट मीडिया
- रिपोर्टिंग, संपादन और विशिष्ट लेखन
- फोटोग्राफी और फोटो जर्नलिज्म
- करेंट अफेयर्स पर सेमिनार
सेमेस्टर II
- जन संचार के सिद्धांत
- न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी
- मीडिया कानून और मीडिया नैतिकता
- मीडिया संगठन और प्रबंधन
- फिल्म अध्ययन और प्रशंसा
सेमेस्टर III
- विज्ञापन और कॉर्पोरेट संचार
- मीडिया अनुसंधान
- रेडियो पत्रकारिता
- टीवी पत्रकारिता
- निबंध
सेमेस्टर IV
- विकास संचार
- मीडिया के सामने मुद्दे
- अंतर्राष्ट्रीय और अंतरसांस्कृतिक संचार
- रेडियो और टीवी प्रोडक्शन
- ग्राफिक उपकरण
मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा: फ्यूचर स्कोप
मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा पूरा करने के बाद, छात्र इंटर्न, फ्रीलांसर और समाचार पत्र से लेकर रेडियो और टीवी तक के विभिन्न क्षेत्रों में पेशेवर के रूप में भी काम कर सकते हैं। मीडिया उद्योग हमेशा नई प्रतिभाओं की तलाश में रहता है और इसलिए इच्छुक छात्र इस क्षेत्र में जॉब कर सकते हैं। इस फील्ड में आपके पास जॉब के लिए डिग्री के साथ-साथ देश-दुनिया का ज्ञान और स्किल्स का होना भी जरूरी है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा करने के बाद छात्रों का औसत शुरुआती वेतन पैकेज 50,000 से 8 लाख के बीच है। इस क्षेत्र में अनुभव में वृद्धि के साथ वेतन बढ़ता है।