Bhupen Hazarika Death Anniversary: प्रसिद्ध भारतीय गायक, संगीतकार, गीतकार और फिल्म निर्माता भूपेन हजारिका का 5 नवंबर, 2011 को निधन हो गया। उनकी मृत्यु भारतीय संगीत और कला की दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति थी।
भूपेन हजारिका एक बहुमुखी कलाकार थे जिन्होंने भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य, विशेषकर देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया। वह अपने भावपूर्ण संगीत, मार्मिक गीतों और सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे।
भूपेन हजारिका के गीतों में अक्सर प्रेम, एकता और सामाजिक न्याय का संदेश होता था। उन्होंने असमिया, बंगाली और हिंदी सहित विभिन्न भाषाओं में संगीत तैयार किया। उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में "दिल हूम हूम करे" और "गंगा बहती हो क्यूं" शामिल हैं। उनके संगीत का जश्न आज भी मनाया जाता है और वह भारतीय संगीत की दुनिया में एक प्रतीक बने हुए हैं।
भूपेन हजारिका पर 10 लाइनें
1. भूपेन हजारिका एक प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार, संगीतकार और गायक थे।
2. उनका जन्म 8 सितंबर, 1926 को सदिया, असम में हुआ था और उनका निधन 5 नवंबर, 2011 को हुआ था।
3. हजारिका न केवल एक प्रतिभाशाली संगीतकार थे बल्कि एक प्रखर कवि, फिल्म निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।
4. उन्होंने असमिया, बंगाली और हिंदी सहित विभिन्न भाषाओं में रचनाएँ कीं और गाया।
5. उनका संगीत असमिया संस्कृति में गहराई से निहित था और अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को संबोधित करता था।
6. भूपेन हजारिका को दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण सहित कई पुरस्कार मिले।
7. वह असमिया संस्कृति और पहचान के संरक्षण के प्रबल समर्थक थे।
8. फिल्म "रुदाली" से हजारिका का गाना "दिल हूम हूम करे" उनकी सबसे प्रसिद्ध रचनाओं में से एक है।
9. उनका काम आज भी लोगों को प्रेरित करता है और उनके साथ जुड़ता है, खासकर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में।
10. भूपेन हजारिका की विरासत भारतीय संगीत और सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग बनी हुई है।
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