Dr APJ Abdul Kalam Achievements: दुनिया के महान वैज्ञानिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 91वीं जयंती मनाई जा रही है। अवुल पकिर जैनुलाब्दीन (एपीजे) अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। एक छात्र के रूप में एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन बहुत ही चुनौतीपूर्ण, कठिनाइयों और संघर्षों से भरा था। एक समय था जब उन्हें अपने परिवार का पालन और शिक्षा पूरी करने के लिए समाचार पत्र बेचने पड़ते थे। डॉ एपीजे अदबुल कलाम को पढ़ाई से काफी लगाव था, लेकिन उन्होंने हर चुनौतियों का सामना किया और न केवल शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की, बल्कि भारत में सर्वोच्च संवैधानिक पद (राष्ट्रपति) पर भी रहे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम हर लोगों के लिए आदर्श और प्रेरणा के श्रोत रहे हैं। भारत की प्रगति में अतुलनीय योगदान के लिए वर्ष 1997 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न मिला। डॉ एपीजे अदबुल कलाम को पद्म भूषण (1981) और पद्म विभूषण (1990) सहित कई अन्य पुरस्कार मिले हैं। वर्ष 2002 में डॉ कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने। लेकिन उन्होंने हमेशा खुद को पहले एक शिक्षक के रूप में संदर्भित किया। आज भारत के 'मिसाइल मैन' की 91वीं जयंती 2022 के अवसर पर जानिए डॉ एपीजे अदबुल कलाम की 10 बड़ी उपलब्धियों के बारे में।
एपीजे अब्दुल कलाम जयंती 2022: भारत के 'मिसाइल मैन' की 10 बड़ी उपलब्धियां
1. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने पोखरण में कई परमाणु परीक्षणों का नेतृत्व किया। तत्कालीन प्रधान मंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में, डॉ कलाम ने पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षणों का नेतृत्व करने में प्रमुख भूमिका निभाई।
2. जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 के दौरान डॉ कलाम की देखरेख में हुए परमाणु परीक्षणों ने भारत को परमाणु शक्ति बना दिया।
3. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के दो प्रमुख विज्ञान अनुसंधान संगठनों - रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नेतृत्व किया।
4. डॉ कलाम को 'स्वदेशी निर्देशित मिसाइलों' - अग्नि और पृथ्वी के विकास और संचालन में अग्रणी कार्य करने का श्रेय दिया जाता है।
5. अग्नि और पृथ्वी पर उनके काम के लिए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को प्यार से 'भारत का मिसाइल मैन' कहा जाता था।
6. डॉ कलाम ने भारत के पहले सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV) को विकसित करने की परियोजना का नेतृत्व किया।
7. डॉ कलाम ने इसरो में स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान के विकास के लिए परियोजना निदेशक के रूप में 10 से अधिक वर्षों तक काम किया।
8. जुलाई 1980 में, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के मार्गदर्शन में, भारत के SLV-III ने रोहिणी उपग्रह को निकट-पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिससे भारत विशिष्ट अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया।
9. डॉ कलाम ने भारत की बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास के लिए परियोजनाओं का निर्देशन किया। उन्होंने सफल एसएलवी कार्यक्रम के पीछे की तकनीक का उपयोग करके बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास के लिए डेविल एंड वैलिएंट परियोजनाओं का नेतृत्व किया।
10. एपीजे अब्दुल कलाम ने स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। डॉ कलाम ने हृदय रोग विशेषज्ञ सोमा राजू के साथ काम किया, और कम लागत वाला कोरोनरी स्टेंट 'कलाम-राजू स्टेंट' विकसित किया।
अवुल पकिर जैनुलाब्दीन एपीजे अब्दुल कलाम ने 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। कलाम ने भारत के पहले स्वदेशी होवरक्राफ्ट को डिजाइन करने वाले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के लिए एक वैज्ञानिक के रूप में अपना करियर शुरू किया। डॉ कलाम ने जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के सचिव के रूप में कार्य किया। 27 जुलाई 2015 को शिलांग में भारतीय प्रबंधन संस्थान में व्याख्यान देते समय डॉ कलाम का निधन हो गया।