What is Competency Based Question? केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है। जिसमें योग्यता आधारित प्रश्न (Competency Based Question) की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जहां पहले इसकी संख्या कम थी वहां प्रश्नों की संख्या अधिक कर दी गई है।
बोर्ड द्वारा परीक्षा पैटर्न नई शिक्षा नीति 2020 के आधार पर बदला गया है। बोर्ड परीक्षा के दबाव को कम करने के लिए ये निर्णय लिया गया है। हालांकि परीक्षा में पहले से ही योग्यता आधारित प्रश्न पूछे जाते आए हैं, लेकिन बस फर्क इतना है कि अब इन प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी गई है। 2023 में योग्यता या केस आधारित प्रश्न कक्षा 10वीं के लिए 40 प्रतिशत होते थे और कक्षा 12वीं के लिए 30 प्रतिशत। वहीं इस साल परीक्षा पैटर्न में बदलाव कर योग्यता आधारित प्रश्नों की संख्या 10वीं के लिए 50 प्रतिशत और 12वीं के लिए 40 प्रतिशत हो गई है।
अब सवाल ये उठता है कि योग्यता आधारित प्रश्न होते क्या हैं, केंद्रित शिक्षा में इसके लाभ क्या है और इस तरह के प्रश्नों की तैयारी कैसे की जाए। आइए आपको इन सभी प्रश्नों के उत्तर दें...
क्या है योग्यता आधारित प्रश्न (What is Competency Based Question)
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में आने वाले योग्यता आधारित प्रश्न मुख्य तौर पर केस स्टडीज, तर्क और दावे, प्रतिक्रिया आधारित, ऑब्जेक्टिव टाइप या पिर प्रश्नों के अन्य प्रारूप के रूप में पूछे जाने वाले प्रश्न होते हैं। ये प्रश्न मल्टीपल चॉइस प्रश्न - एमसीक्यू प्रश्न (MCQ Question) के रूप में आते हैं, जिसमें से छात्रों के सही उत्तर का चुनाव करना होता है।
योग्यता आधारित प्रश्न वास्तविक जीवन की स्थितियों से संबंधित प्रश्न होते हैं और ये इन स्थितियों में आपकी उच्च-स्तरीय सोच कौशल (High-Order Thinking Skill) का आकलन करता है।
योग्यता आधारित प्रश्नों का मुख्य उद्देश्य छात्रों में मूल अवधारणाओं को याद रखने की बजाय उनमें गुणात्मक और तार्किक शिक्षा को बढ़ावा देना है।
योग्यता केंद्रित शिक्षा के क्या लाभ है (Advantage of Competency Based Question)
बोर्ड परीक्षा में आने वाले योग्यता आधारित प्रश्नों से छात्रों कई लाभ है, जो इस प्रकार है...
⇒ योग्यता आधारित प्रश्नों से बच्चों में उच्च-स्तरीय सोच कौशल बढ़ता है।
⇒ इस प्रकार के प्रश्नों से बच्चों में सामाजिक और भावनात्मक कौशल को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
⇒ छात्रों में आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच (Critical and Analytical Thinking) और समस्या सुलझाने की क्षमता को बढ़ाती है।
⇒ छात्रों को वास्तविक प्रतिस्पर्धी दुनिया के लिए तैयार करती है।
⇒ ये छात्रों को वैश्विक क्षमता के लिए तैयार करती है।
⇒ छात्रों की तार्किक सोच की क्षमता को बढ़ाता है।
योग्यता आधारित प्रश्नों की तैयारी कैसे करें
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार योग्यता आधारित प्रश्न कक्षा 10वीं में 50 प्रतिशत होगा तो कक्षा 12वीं में 40 प्रतिशत। इन प्रश्नों की तैयारी कैसे की जाएगी कि पूरे-पूरे अंक प्राप्त किए जा सकें। आइए आपको बताएं...
» सभी विषयों का पूरी समझ और स्पष्टीकरण के साथ अध्ययन करने की आवश्यकता है।
» बोर्ड परीक्षा में आने वाले सिलेबस प्रश्नों से आगे जाके आपनी सोच की क्षमता का विकास करें, ताकि इस प्रकार के प्रश्नों के उत्तर आसानी से दे सकें।
» प्रश्न में दी गई स्थिति या केस को स्पष्ट रूप से समझें।
» दिए गए कथन और पैराग्राफ को कम से कम दो बार और ध्यान से पढ़ें।
» अपरिचित स्थितियों और उनके नतीजों के प्रति सावधानी बरते।
» इस प्रकार के प्रश्नों की तैयारी करें।
» किसी भी उत्तर तक पहुंचने के लिए उसे ध्यानपूर्वक और शांत मन से समझें।
» पिछले साल के प्रश्न पत्रों को आवश्यक रूप से चेक करें।
» ऑनलाइन प्रश्नों के उत्तर दें।
» अपनी तार्किक सोच का विस्तार करें।