मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बड़ा निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार, दिसंबर-2023 में पहला नेक्स्ट (नेशनल एग्जिट टेस्ट) एग्जाम कराया जाएगा। इस परीक्षा के प्रश्न-पत्र से लेकर दूसरी व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) की देखरेख में दिल्ली एम्स को सौंपी जा सकती है। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सोमवार को एनएमसी और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, इसमें नेक्स्ट के मुद्दे पर चर्चा की गई। नेक्स्ट सरकारी और निजी दोनों तरह के मेडिकल कॉलेज के लिए आयोजित होगी।
एमबीबीएस की फाइनल ईयर की परीक्षा की जगह नेक्स्ट होगा। इसमें प्राप्त अंकों के आधार पर ही मेडिकल पीजी में दाखिला मिलेगाा। साथ ही इसी परीक्षा के नतीजे के आधार पर मेडिकल प्रैक्टिस करने का लाइसेंस मिलेगा। विदेशों से पढ़ाई करके देश आने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स को भी देश में प्रैक्टिस करने के लिए नेक्स्ट एग्जाम को पास करना होगा। इसके बाद ही रजिस्ट्रेशन होगा। नीट-पीजी खत्म कर जाएगी। सैद्धांतिक तौर पर दिल्ली एम्स को नेक्स्ट कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
अगले साल अप्रैल-मई के लिए निर्धारित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) इस तरह की आखिरी परीक्षा हो सकती है क्योंकि इसके बाद पीजी मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश अंतिम परीक्षा के लिए राष्ट्रीय निकास परीक्षा के परिणामों पर आधारित होगा। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने सोमवार को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को बताया कि वह दिसंबर 2023 में नेशनल एग्जिट टेस्ट (एनईएक्सटी) आयोजित करने की योजना बनाई है।
यदि दिसंबर 2023 में आयोजित किया जाता है, तो 2019-2020 बैच के एमबीबीएस छात्रों को परीक्षा के लिए उपस्थित होना होगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा के परिणाम का इस्तेमाल 2024-2025 बैच के स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी किया जाएगा। एनएमसी अधिनियम के अनुसार, एनईएक्सटी एक सामान्य योग्यता अंतिम वर्ष की एमबीबीएस परीक्षा, आधुनिक चिकित्सा का अभ्यास करने के लिए एक लाइसेंस परीक्षा और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में योग्यता-आधारित प्रवेश और भारत में अभ्यास करने के इच्छुक विदेशी चिकित्सा स्नातकों के लिए एक स्क्रीनिंग परीक्षा के रूप में काम करेगा।
सरकार ने सितंबर 2024 तक NExT आयोजित करने की समय सीमा बढ़ाने के लिए NMC अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों को सितंबर में लागू किया था। कानून के अनुसार, आयोग को लागू होने के तीन साल के भीतर एक सामान्य अंतिम वर्ष की स्नातक चिकित्सा परीक्षा, एनईएक्सटी, जैसा कि विनियमों द्वारा निर्दिष्ट किया गया था, आयोजित करना था। अधिनियम सितंबर 2020 में लागू हुआ। सूत्रों ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के बजाय परीक्षा आयोजित कर सकता है, लेकिन इस मामले पर फैसला लिया जाना बाकी है।
अधिकारियों ने कहा कि एनईएक्सटी आयोजित करने के लिए परीक्षा के तौर-तरीकों, पाठ्यक्रम, प्रकार और पैटर्न जैसी तैयारी की आवश्यकता होती है, छात्रों को इसकी तैयारी के लिए पर्याप्त समय देना होगा। मुख्य परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट करने होंगे। NExT का महत्व इस तथ्य में निहित है कि यह सभी के लिए समान होगा, चाहे वह भारत में प्रशिक्षित हो या दुनिया के किसी भी हिस्से में, और इसलिए यह विदेशी मेडिकल स्नातकों और आपसी मान्यता की समस्या को हल करेगा।