हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय कई छात्रों में प्रवेश प्रक्रियों को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए कई सारे वेबिनार का आयोजन कर रहा है। इन वेबिनारों के माध्यम से दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश लेने वाले छात्रों को होने वाली परेशानियों को दूर करने में सहायता करेगा। आयोजित किए जा रहे वेबिनारों श्रृंखला का चौथा दिन खास तौर पर ओबीसी- एनसीएल, एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस और पीडीडब्ल्यूबीडी श्रेणीयों के छात्रों के लिए आयोजित किया गया था। इस का आयोजन 30 सितंबर 2022 को किया गया था। जिसमें यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर बिपिन तिवारी जो की समान अवसर प्रकोष्ठ में विशेष कर्तव्य अधिकारी भी हैं, द्वारा लिया गया था। उन्होंने इस वेबिनार में छात्रों के साथ पीडब्ल्यूबीडी कोट की जानकारी साझा की।
हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय ने डीयू में प्रवेश की तिथि को आगे बढा कर 12 अक्टूबर किया है। पहले प्रवेश लेने के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर थी जिसे विचार विमर्श कर 2 दिन आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया। इस फैसले के पीछे मुख्य कारण कुछ ऐसे छात्र थे जो अपने प्रथामिक विषयों का चयन नहीं कर पाए थे। उन्हें ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर 2022 की शाम 4:59 तक ही ओपन रहेगी। दिल्ली विश्वविद्यालय ने छात्रों को से अनुरोध किया है कि छात्र प्रवेश के लिए आवश्यक सभी डॉक्यूमेंट्स अतिंम तिथि से पहले ही तयार कर लें। पात्रता मानदंड, प्रारूप और डाक्यूमेंट्स से संबंधित जानकारी छात्रों को आधिकारिक वेबसाइट के सूचना बुलेटिन पर भी मिल जाएगी।
पीडब्ल्यूबीडी कोटो में विकलांगता की श्रेणीयां
दिल्ली विश्वविद्यालय ने पीडब्ल्यूबीडी में कई तरह की श्रेणियों को शामिल किया है। इसमें लोकोमोटर अक्षमताओं, दृश्य हानि, बौद्धिक अक्षमता, मानसिक व्यवहार, पुरानी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के कारण विकलांगता, और कई अन्य अक्षमताओं को शामिल किया है इसकी जानकारी छात्रों को और इसके आधार पर मिलने वाले आरक्षण की जानकारी छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर मिल जाएगी। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए छात्रों को https://admission.uod.ac.in/?UG-Admissions/Reservation-Policies पर जाकर चेक करना होगा।
पीडब्ल्यूबीडी कोटे के उम्मीदवारों के लिए डॉक्यूमेंट्स
पीडब्ल्यूबीडी श्रेणी में आने वाले उम्मीदवारों के पास सरकारी अस्पताल द्वारा जारी किए गया सर्टिफिकेट होना चाहिए है। प्रवेश में समय सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स से एक ये डॉक्यूमेंट है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने हाल ही में यूजी विषयों में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि को 2 दिन से आगे बढ़ाया था। छात्रो को सलाह है कि वह अपने डॉक्यूमेंट्स अंतिम तिथि से पहले ही तयरा कर लें। अंतिम तिथि 10 अक्टूबर थी जो अब 12 अक्टूबर हो गई है। इसलिए छात्र अपना पीडब्ल्यूबीडी श्रेणी अंतिम तिथि से पहले प्राप्त कर लें ताकि प्रवेश के समय उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
दृष्टिबाधित उम्मीदवारों
दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान होने वाली किसी भी प्राकर से असुविधा के मामले मेंस दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को हेल्पडेस्क की सुविधा दी गई है, जो कि सुबर 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहेगा। छात्र इस हेल्पडेस्त से सहायता फोन कॉल और खुदे से वहां जाकर भी ले सकते हैं। डीयू दृष्टिबाधित छात्रों की सहायता के लिए पाठन सामग्री भी प्रदान की जाएगी।
डीन हनीच गांधी ने वेबिनार में छात्रों से बात करते हुए कहा कि "पोर्टल उपयोगकर्ता के अनुकूल है। किसी भी असुविधा की स्थिति में हर कॉलेज ने हेल्पडेस्क खोल दिया है। आप जाकर फॉर्म भर सकते हैं। प्रवेश शाखा में चैटबॉट प्रावधान भी हैं और आप प्रश्न पूछ सकते हैं। कॉल करने के लिए 10 हेल्पलाइन भी हैं। आप ug@admission.du.ac पर एक पत्र भेज सकते हैं। ऐसे इंटर्न हैं जो मैदान पर आपकी मदद करेंगे और फॉर्म भरने में मदद करेंगे। "
पीडब्ल्यूबीडी छात्रों के लिए अन्य प्रवाधान
दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में एक टोकन फीस है। जो हर कॉलेज की अलग-अलग है। कॉलेज की टोकन फीस के अलावा डीयू छात्रों के किसी भी प्रकार का अतरिक्त शुल्क नहीं लेगा। साथ ही विश्वविद्यालय ने हर साल डीयू में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक विकलांग अध्ययन केंद्र की शुरूआत की है। इसमें सांकेतिक भाषा (साइन लैंग्वेज) और कौशल बढ़ाने के कोर्सों की शुरुआत की जाएगी।