After 10th Career Option in Arts: कक्षा 10वीं स्कूली शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। कक्षा 10वीं को मैट्रिक भी कहा जाता है। स्कूली शिक्षा का ये पहला पड़ाव होता है जो हमें हमारे करियर के बारे में सोचने का और उसकी दिशा में पहला कदम रखने का एक अवसर प्रदान करता है। मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद छात्रों के समक्ष साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स विषय में से किसी एक विषय का चुनाव करने का विकल्प होता है। आर्ट्स स्ट्रीम उन छात्रों के लिए है जो रिसर्च करना चाहते हैं या किसी क्रिएटिव क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
आर्ट्स ऐसा क्षेत्र है जिसमें किसी भी विषय की तुलना में सबसे अधिक करियर ऑप्शन उपलब्ध है। इतने अधिक कि छात्र इसे लेकर भी दुविधा में रहते हैं। यहां तक की साइंस और कॉमर्स के भी कई छात्र बाद में अपना क्षेत्र बदल कर इन विषयों की शिक्षा प्राप्त करते हैं। वास्तव में आर्ट्स एक बहुत बड़ा क्षेत्र है जिसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। उनके अनुसार ये क्षेत्र केवल इतिहास, अर्थशास्त्र, ज्योग्राफी और राजनीतिक विज्ञान तक ही सीमित है। लेकिन आर्ट्स उससे कहीं ज्यादा है।
आर्ट्स को लेकर लोगों के मन में एक धारणा बनी हुई है कि ये विषय कम अंक प्राप्त करने वाले छात्र लेते हैं। लेकिन ये बिल्कुल गलत है। 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाला छात्र भी आर्ट्स विषय लेता है क्योंकि वह जानता है कि ये विषय किसी सीमा में नहीं बंधा है और न ही किसी छात्र को सीमाओं में बांधता है। इस विषय के साथ आप खुल कर अपने पंख फहरा सकते हैं और एक बेहतरीन करियर की दिशा में जा सकते हैं।
10वीं के बाद कक्षा 11वीं में आर्ट्स विषय
कक्षा 11 वीं में प्रवेश के लिए आर्ट्स विषय का चुनाव करने वाले छात्रों को बता दें कि यदि आप अपने ही स्कूल में प्रवेश प्राप्त करते हैं तो आपको पहली प्राथमिकता प्राप्त होती है। इसका अर्थ ये है कि यदि आपके 10वीं कक्षा में अंक कम भी है तो भी आप आर्ट्स विषय में प्रवेश प्राप्त कर सकते है। कई स्कूलों में 10वीं के अंकों के आधार पर दो सेक्शन बनाए जाते हैं। दो मुख्य विषयों में विकल्प दिया जाता हैं। लेकिन यदि आप किसी और स्कूल में जाकर आर्ट्स की शिक्षा प्राप्त करने की सोच रहें है तो आपको बता दें कि आपको 70 प्रतिशत से अधिक अंकों की आवश्यकता होगी। स्कूल की प्रसिद्धि और सीटों पर भी अंक योग्यता निर्भर करती है।
आर्ट्स विषयों की सूची
1. इतिहास
2. राजनीति विज्ञान
3. अर्थशास्त्र
4. ज्योग्राफी (भूगोल)
5. साइकोलॉजी
6. सोशियोलॉजी आदि
जो उम्मीदवार स्कूली शिक्षा चालू रखना चाहते हैं उन्हें बता दें कि आर्ट्स विषय में 5 विषय होते हैं जिसमें से 2 विषय भाषा के होते हैं और तीन मुख्य विषय होते हैं। लेकिन हर स्कूल में ये तीन विषय अलग-अलग या ऑप्शन में हो सकते हैं। कई स्कूल ऐसे हैं जहां इतिहास, राजनीति विज्ञान के साथ छात्रों को अर्थशास्त्र पढ़ने का अवसर मिलता है तो वहीं उन्हें अर्थशास्त्र और सोशियोलॉजी में से किसी एक विषय को चुनने का विकल्प भी प्राप्त होता है। छात्रों को पता करना होगा कि उनके स्कूल और आस-पास के स्कूलों में आर्ट्स में कौन-कौन से विषय ऑफर किए जा रहें। जिसके अनुसार वह आगे का सोच कर कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
कक्षा 10वीं के बाद आर्ट्स में डिप्लोमा कोर्स
कक्षा 10वीं के बाद जो छात्र आर्ट्स की शिक्षा तो प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन प्रोफेशनल कोर्स में वह छात्र 10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। जिसमें प्रवेश प्राप्त करने के लिए उन्हें 45 से 60 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता होती है। बता दें कि कोर्स के अनुसार अंक योग्यता तय की जाती है। साथ ही कुछ संस्थान इन कोर्सेज में प्रवेश देने के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन भी करते हैं। इन कोर्स की अवधि 6 माह से 3 साल की हो सकती है। आइए आपको 10वीं के बाद आर्ट्स के टॉप डिप्लोमा कोर्स के बारे में बताएं।
डिप्लोमा कोर्स की सूची
- फाइन आर्ट में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- टूर और ट्रैवल में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- फायर सेफ्टी में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- फॉरेन लैंग्वेज में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- ड्राइंग में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- मल्टीमीडिया और एनिमेशन में डिप्लोमा 1 वर्ष
- इंटीरियर डिजाइन में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- रेडियो जॉकी में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- डिप्लोमा इन किचन एंड कैटरिंग - 1 वर्ष
- इवेंट मैनेजमेंट में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- पेंटिंग में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- परफॉर्मिंग आर्ट में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- 3डी एनिमेशन में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- फोटोग्राफी में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- एजुकेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा - 1 वर्ष
- प्रिंटिंग और पब्लिशिंग में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- पत्रकारिता में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- कम्युनिकेशन डिजाइन में डिप्लोमा - 1 से 3 वर्ष
- फिजिकल एजुकेशन में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- वीडियो शूटिंग में डिप्लोमा - 6 महीने से 1 वर्ष
- ब्यूटी कल्चर और हेयर ड्रेसिंग में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- डिजिटल मार्केटिंग में डिप्लोमा - 3 महीने से 1 वर्ष
- ऑडियो वीडियो एडिटिंग में डिप्लोमा - 6 महीने से 1 वर्ष
- फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- स्क्रिप्ट राइटिंग में डिप्लोमा - 1 से 2 वर्ष
- होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा - 3 वर्ष
- स्पोकन इंग्लिश में सर्टिफिकेट कोर्स - 6 महीने
- हिंदी भाषा में सर्टिफिकेट 6 महीने - 1 वर्ष